आज हम आपको बताते हैं कि विदेशी अमेरिकन भविष्यवादी एल्विन टॉफ्लर ने क्या कहा है जॉब्स के विषय पर इनकी बात माने तो इनके मुताबिक़ 21वीं सदी के दौर में ऐसे लोग नहीं होंगे जो पड़ और लिख नहीं सकते हैं बल्कि ऐसे लोग होंगे जो सिख नहीं सकते और सीखीं हुई चीज़ को भूल कर नया न सीख सके.
इसका मतलब ये है कि बढ़ती टैक्नोलॉजी के वजह से भारत में काफ़ी तेज़ी से बदलाव देखे जाएंगे जैसा कि हम अभी के समय में देख रहे हैं. ऐसा हो सकता है कि बढ़ती टैक्नोलॉजी के तेज़ी के साथ लोगों का दिमाग़ डेवलप ना कर सकें. इसी कारण ऐसा कहा गया है कि बढ़ते बदलाव के कारण दुनिया में वही लोग आगे बढ़ सकेंगे जो पुरानी सीखी हुई चीज़ों को भूल कर नई नई चीज़ें जल्दी से सीख सके.
तो आइए आज हम आपको बताते है ऐसे कौन कौन से करियर है जिसमें आगे ख़तरा हो सकता है:
1.रिसेप्शनिस्ट और टाटा एंट्री क्लार्क
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), वॉइस रिकग्निशन और मशीन लर्निंग के बढ़ते उपयोग के साथ, कुछ एड मिनिस्ट्रेटिव भूमिकाएं जैसे की डेटा एंट्री, क्लर्क और रिसेप्शनिस्ट को ऑटोमैटिक सिस्टम द्वारा बदले जाने की उम्मीद है.
सेल्फ–सर्विस कियोस्क का उपयोग मैकडोनाल्ड और वेंडी जैसी कंपनियां कर रही हैं. गूगल और अमेजन जैसी कंपनियों ने भी वर्चुअल असिस्टेंट को विकसित कर दिया है, जैसे कि अमेजन का एलेक्सा फोन कॉल का उतार देता है और गूगल असिस्टेंट अपॉइंटमेंट कोशेड्यूल कर सकते हैं और आमतौर पर रिसेप्शनिस्ट द्वारा नियंत्रित अन्य प्रशासनिक कार्य कर सकता हैं.
UiPath और Automation Anywhere जैसी कंपनियों ने रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (RPA) सॉफ्टवेयर विकसित किया. ये सॉफ्टवेयर डेटा एंट्री ऑपरेटरों की जरूरत को खत्म करते हुए ऑटोमैटिक रूप से डेटा को फॉर्मटे्स और एप्लिकेशंस में इनपुट कर सकता है.
2. शारीरिक श्रम नौकरियां
आज के समय में बढ़ती ऑटोमेशन और रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी की तेज़ी के कारण असेंबली लाइन पर कार्य करने वाले कर्मचरियों, कंस्ट्रक्शन वर्कर्स जैसे शारीरिक श्रम वाली जॉब्स और श्रमिकों कि माँग जॉब्स में आने वाले 10 सालों में भारी गिरावट देखी जाएगी क्योंकि बहुत सी फैक्ट्रियों में श्रमिकों की ज़रूरत काफ़ी कम होंगी.
उदाहरण के तौर पर टेस्ला मोटर्स के निर्माण में 16 रोबोट को उपयोग में लाकर 5,000 श्रमिकों कि ज़रूरत पूरी हो गई थी. इसी तरह अमजॉन ने भी अपने कई डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स और वेयर हाउस कर दिया है. अमेजॉन ने ये घोषणा साल 2019 मे की अपने कर्मचारियों को रोबोटिक्स और ऑटोमेशन के अधिक तकनीकी कामों को सिखाने के लिए 700 मिलियन डॉलर खर्च करेगा.
3. लीगल रिसर्च एवं फाइनेंशियल एनालिसिस
लीगल रिसर्च एवं फाइनेंशियल एनालिसिस जैसी अलग अलग सेवाओं के लिए नौकरियों को ऑटोमैटिक किया जा सकता है. जेपी मॉर्गन चेस वर्चुअल असिस्टेंट COiN (Contract Intelligence) को डेवलप करना आवश्यक बताया है. जिसके कारण वकीलों और प्रोफेशनल्स को लोगों की ज़रूरत पड़ेगी. 12,000 से ज़्यादा लोगों को COiN (Contract Intelligence) वाणिज्यिक ऋण समझौतों वोशुद्ध करने के लिए किया जा रहा है. जिससे सैकड़ों हज़ारों घंटे वाला काम कुछ ही समय में सम्पूर्ण हो जाएगा.
4. कूरियर और डाक
जैसा कि सभी को पता है और लोग अक्सर करते भी हैं चाहे सामान को एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाना हो चाहे दूसरी जगह से लाना हो तो लोग कूरियर के माध्यम से इस कार्य को पूरा करते हैं आज के समय में लोग कितने भी दूर से सामान को मंगवा सकते हैं.
डाक की बात करें तो न जाने कितने साल बीत गए आज कल कोई पत्र लिखकर डाक नहीं भेजता है क्योंकि डिजिटल ज़माने में आज कल लोग फ़ोन का इस्तेमाल कर एक दूसरे से बातचीत कर लेते हैं. इसी कारण डाक का महत्व ख़त्म होते जा रहा है. इंटरनेट केदौर में दुनिया की अनगिनत आबादी डिजिटल कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी पर निर्भर है.
5.ट्रेडिशनल रिटेल की सेवाएँ
देखा जा सकता है कि लोग अब ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं ई कॉमर्स ने काफ़ी तेज़ी से मार्किट में अपनी पकड़ बना रहा है लोग अब ऑनलाइन ख़रीदारी को आसान और अच्छा समझते हैं साथ ही ऑनलाइन ख़रीदारी में अनेक वैरायटी आसानी से मिल जाती है. जिसकी वजह से ऑफ़लाइन ख़रीदारी में कमी देखी गई है. ऑनलाइन ख़रीदारी का ट्रेंड Covid 19 महामारी से बढ़ गया है ऑनलाइन सामान बेचने के लिए उन्हें इसी दुकान की आवश्यकता नहीं पड़ती ना ही किराया देना पड़ता है. जिसका असर रिटेल जॉब्स पर देखा जाएगा.