अमरावती में हुआ हत्याकांड तो आपने सुना ही होगा! अमरावती में 21 जून को हुई केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। उमेश कोल्हे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उमेश पर चाकू से हुए हमले के कारण उसके दिमाग की नस डैमेज हो गई थी। इसके अलावा चाकू के वार के कारण उमेश के कई अन्य अंगो को भी नुकसान पहुंचा था। इस बीच, उमेश कोल्हे हत्याकांड मामले में अमरावती कोर्ट ने मास्टरमाइंड शेख इरफान को 7 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजा है।रविवार को पुलिस ने अमरावती के कैमिस्ट उमेश कोल्हे की पोस्टमार्ट रिपोर्ट की जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि चाकू के वार के कारण उमेश के गले पर हुआ जख्म पांच इंच चौड़ा, सात इंच लंबा और पांच इंच गहरा था। जिसके कारण उसकी खाना खाने की नली, सांस लेने वाली नली और आंख की नसों को भी नुकसान पहुंचा था।
बीते 21 जून की रात को अमरावती में कैमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में पुलिस अब तक सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड भी शामिल है। आरोप है कि पूर्व भाजपा प्रवक्ता के समर्थन में कुछ व्हाट्सएप ग्रुप में मैसेज शेयर करने के कारण उमेश कोल्हे की हत्या की गई थी। वहीं, इस हत्याकांड के एक सप्ताह बाद राजस्थान के उदयपुर में भी कन्हैयालाल नाम के एक टेलर की गला काट कर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस के मुताबिक, उमेश ने कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में कुछ वाट्सएप ग्रुपों पर एक पोस्ट को शेयर किया था। जिनमें ब्लैक फ्रीडम नाम का एक ग्रुप भी था। उमेश ने नूपुर शर्मा के समर्थन वाला वॉट्सएप मैसेज को शेयर किया था। इस ग्रुप में कुछ मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल थे। इस ग्रुप में उमेश का दोस्त यूसूफ भी था। पुलिस के मुताबिक, नुपुर शर्मा के समर्थन के कारण ही यूसूफ ने अपने अन्य साथियों के साथ प्लान करके उमेश की हत्या को अंजाम दिया। पुलिस उमेश कोल्हे हत्याकांड के मामले में शेख इरफान, मुदस्सिर अहमद , शाहरुख पठान , अब्दुल तौफिक , शोएब खान , अतिब रशीद और युसूफ खान बहादुर खान को गिरफ्तार किया है।
केमिस्ट उमेश कोल्हे के भाई महेश कोल्हे ने बताया कि उन्हें पुलिस नोट से पता चला कि भाई की हत्या नुपुर शर्मा मामले में उनकी पोस्ट को लेकर की गई है। गिरफ्तार आरोपी युसूफ खान उमेश का अच्छा दोस्त था। युसूफ पशु चिकित्सक है और हम उसे 2006 से जानते हैं। महेश कोल्हे ने कहा कि हत्या का सरगना गिरफ्तार हो गया है, इसलिए जांच अब तेजी से आगे बढ़ सकती है। हम मांग करते हैं कि मामला फास्टट्रेक कोर्ट में चलाया जाए और दोषियों को अधिकतम सजा दी जाए। महेश ने कहा कि जांच एनआईए को सौंपे जाने से हमें संतोष है कि मामला जल्द सुलझ सकेगा और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जा सकेगा।
अमरावती में 21 जून को हुई केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के मामले में बीती रात नागपुर से एक सरगना को गिरफ्तार किया गया है। वह रहबर समूह से जुड़ा बताया गया है। केमिस्ट की हत्या को लेकर एनआईए ने जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें आतंकी कृत्य मानते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से जांच की बात कही गई है। वहीं, अमरावती पुलिस ने इसे आतंकी संगठन आईएसआईएस की स्टाइल में की गई हत्या माना है।
अमरावती पुलिस ने पहले इसे लूट की घटना मानते हुए हत्या माना था, लेकिन एनआईए की एफआईआर से स्पष्ट हुआ है कि उमेश कोल्हे से कुछ नहीं लूटा गया था। एनआईए इस बात की भी जांच करेगा कि यह किसी राष्ट्रीय साजिश का हिस्सा है? क्या इसके तार विदेश से जुड़े हैं? एनआईए का कहना है कि इसका मकसद देश में एक वर्ग के लोगों को दहशतजदा करना था।
अमरावती की पुलिस निरीक्षक नीजिमा अराज ने बताया कि उन्हें हत्याकांड के सरगना को बीती रात नागपुर से गिरफ्तार किया गया। उससे पूछताछ की जा रही है। इनका एक हेल्पलाइन ग्रुप-रहबर ग्रुप है। कई लोग उससे जुड़े हैं। अब तक सात आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद और भी गिरफ्तार किए जा सकते हैं।
मामले में उमेश कोल्हे के पुत्र की शिकायत पर यूएपीए (UAPA) कानून की धारा 16, 18 और 20, भादंवि की धारा 302, 120 (B), 153 (A), 153 (B) के तहत केस दर्ज किया गया है। उमेश कोल्हे की 21 जून को अमरावती में तीन बाइक सवार हमलावरों ने गला रेतकर आईएसआईएस स्टाइल में हत्या कर दी थी। इसके बाद 28 जून को उदयपुर में भी इसी तरह कन्हैया लाल साहू की हत्या कर वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किया गया था। इससे देश स्तब्ध रह गया था।
अमरावती में हुई उमेश कोल्हे की हत्या मामले में रविवार को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि हत्या का कथित मास्टरमाइंड इरफान खान एक गैर सरकारी संगठन का निदेशक है। उन्होंने बताया कि आरोपी एक स्वयंसेवी संस्था ‘रहबर’ का निदेशक है। वहीं, पुलिस ने अब उसके बैंक खातों की जांच भी शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए अन्य छह सदस्यों में से चार आरोपी इरफान खान के दोस्त थे और उनके एनजीओ के लिए काम करते थे।
इरफान खान पर कोल्हे की हत्या की साजिश रचने, अन्य आरोपियों को विशेष कार्य आवंटित करने और उन्हें वाहन और पैसे की आपूर्ति करने का आरोप है। गौरतलब है कि यूसुफ खान एक पशु चिकित्सक हैं और कोल्हे एक पशु चिकित्सा की दुकान के मालिक थे। पुलिस के मुताबिक, दोनों के बीच व्यापारिक संबंध थे। इस बीच, कोल्हे के भाई महेश ने मांग की कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जाए।