नई दिल्ली : लाउडस्पीकर विवाद के बीच योगी सरकार ने बड़ी पहल की है। सरकार ने यूपी में मंदिर-मस्जिद सहित सभी धर्मस्थलों पर तय मानकों के मुताबिक लाउडस्पीकर को कम आवाज में बजाने को कहा है। नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर इन्हें उतारने का आदेश दिया है। राज्य में अब तक 100 से अधिक लाउडस्पीकर उतारे जा चुके हैं, जबकि हजारों की आवाज कम हो चुकी है। मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा, ‘राज्य में धार्मिक स्थलों से अवैध लाउडस्पीकर हटाने का आदेश शनिवार को जारी किया गया था. इस संबंध में ) 30 अप्रैल तक अनुपालन रिपोर्ट मांगी गई है.’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए और नये आयोजनों और नये स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति नहीं दी जाए। योगी ने कहा था कि शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाला जाए और अनुमति देने से पूर्व आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए। उन्होंने कहा था कि अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दी जाए, जो पारम्परिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए। ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने सोमवार 25 अप्रैल 2022 को बताया, “अभी तक उत्तर प्रदेश में में 125 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटवाए गए हैं। वहीं, 17 हजार धार्मिक स्थलों पर स्पीकर की आवाज कम की गई है। इसके अलावा शासन ने तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाने वालों की रिपोर्ट तलब की है। ये रिपोर्ट 30 अप्रैल तक देनी होगी।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए और नये आयोजनों और नये स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति नहीं दी जाए। योगी ने कहा था कि शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाला जाए और अनुमति देने से पूर्व आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए। उन्होंने कहा था कि अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दी जाए, जो पारम्परिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए।कार ने ऐसे धर्मस्थलों की थानावार सूची बनाने का आदेश दिया है, जहां ध्वनि सीमा के मानकों का पालन नहीं हो रहा है। दरअसल, पिछले दिनों रामनवमी और हनुमान जयंती के मौके पर देश के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा और तनावपूर्ण घटनाओं को देखते हुए योगी सरकार तुरंत सतर्क हो गई थी। देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में कई जिले इस मामले में काफी संवेदनशील माने जाते हैं। इसे मद्देनज़र रखते हुए सीएम योगी ने त्योहारों पर शांति बनाए रखने के लिए सभी पुलिस अधिकारियों की छुट्टियां 4 मई तक रद्द कर दीं। इसके साथ ही किसी भी धार्मि