भगवान हनुमान संकट हर्ता है! कहा जाता है कि भगवान श्री राम का नाम लेने से ही भगवान हनुमान की विशेष कृपा प्राप्त हो जाती है! भगवान हनुमान के सबसे प्रिय भगवान श्रीराम ही है, अतः भगवान श्री राम के भक्तों को भगवान श्री राम के साथ-साथ भगवान हनुमान की भी विशेष कृपा प्राप्त होती है! हिंदू धर्म में हनुमान जी को संकट मोचन माना गया है। कहा जाता है कि अगर किसी के उपर प्रेत पिशाच भटकती आत्माओं का साया हो और अनेक प्रयास के बाद भी इनसे छुटकारा नहीं मिल रहा हो तो ऐसे लोगों को तुरंत हनुमान जी की शरण में चले जाना चाहिए। मान्यता है कि महाबली हनुमान में इतनी शक्ति है कि अपने भक्तों के बड़े से बड़े कष्ट को हर लेते हैं। मंगलवार के दिन विधि-विधान से हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों को तमाम बाधाओं से मुक्ति मिलती है। अपने भक्तों के लिए हनुमान जी तो शक्तिशाली हैं ही साथ ही हनुमान चालीसा को भी काफी प्रभावशाली माना जाता है। हर किसी को प्रतिदिन संध्या वंदन के साथ ही हनुमान चालीसा का भी पाठ करना चाहिए। हनुमान चालीसा पढ़ने से न सिर्फ भूत प्रेत का साया हटता है बल्कि इसके नियमित जाप से पितृ दोष, मंगल दोष, राहु केतु आदि दोष दूर होते हैं। हनुमान चालीसा में एक पंक्ति आती है- ‘भूत पिशाच निकट नहीं आवै, महावीर जब नाम सुनावे।’ अर्थात हनुमान जी तुरंत अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र में हनुमान चालीसा से जुड़े कुछ गुप्त टोटके भी बताए गए हैं, जिन्हें करने जीवन की बढ़ाए दूर होती हैं।
मंगलवार और शनिवार को कम-से-कम 7 बार हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें। संभव हो तो किसी हनुमान मंदिर में जाकर मंगलवार और शनिवार को 7 या 11 बार पूरी श्रद्धा के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करें।
रात को सोते समय हनुमान जी की प्रतिमा या तस्वीर के सामने खड़े होकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। साथ ही नवरात्री के दिनों में रोजाना 1,5,7,9 या 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
हनुमान जयंती और रामनवमी के दिन हनुमान मंदिर में जाकर 7 या 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए।
परीक्षा देने जाते समय हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें इससे आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और परीक्षा का भय मन से चला जाता है।