यूक्रेनी सेना ने दावा किया है कि रूस का डोनबास हमला सफल नहीं हो पाया है। क्योंकि, अमेरिका ने 12 फ्लाइट से हथियार भेजकर उसकी ताकत बढ़ा दी है। वहीं, यूक्रेन ने दावा किया है कि जंग में अब तक 219 बच्चों की मौत हो गई है। लगभग 404 बच्चे हमलों में घायल हुए हैं।दूसरी तरफ अमेरिका की हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचीं और राष्ट्रपति जेलेंस्की से 3 घंटे मुलाकात की। जंग लंबी खिंचने की आशंका के बीच उन्होंने भरोसा दिया कि अमेरिका रूस की हार तक यूक्रेन के साथ है। नैंसी यूक्रेन जाने वालीं अमेरिका की सबसे बड़ी लीडर हैं। इस बीच रूसी हमले में तबाह शहर मारियूपोल के स्टील प्लांट में फंसे 100 लोगों को निकाला गया है।
यूक्रेन पर हो सकता है चारों ओर से हमला
पुतिन रूसी विजय दिवस पर यूक्रेन के खिलाफ चौतरफा युद्ध की घोषणा कर सकते हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि कीव पर कब्जा करने में नाकाम रही रूस की सेना को जो शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है उसका बदला लेने के लिए राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन आधिकारिक तौर पर यूक्रेन के खिलाफ 9 मई को युद्ध की घोषणा कर सकते हैं।
यूक्रेन का दावा रूस से छीने चार गांव
यूक्रेन की सेना ने दावा किया कि उसने शनिवार को खार्किव क्षेत्र के चार गांवों पर नियंत्रण हासिल कर लिया। रूसी सेना पूर्व में क्षेत्र के विशाल क्षेत्रों पर जल्दी से नियंत्रण करने की योजना में सफल नहीं हो पा रही थी। डोनबास के पूर्वी क्षेत्र पर ध्यान देने के बावजूद, मास्को अभी भी मनोबल और आपूर्ति की चिंताओं से जूझ रहा है।
यूक्रेन को कहा से मिल रहा है हथियार
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडीमिर जेलेंस्की ने कहा कि लोगों की हत्या मॉस्को की प्लेबुक के कारण हो रही हैं। उन्हें पहले से ही बातचीत टूटने की संभावना थी। इस बीच पश्चिमी देशों की सरकारें लगातार यूक्रेनी सेना की मदद के लिए हथियार दे रही हैं।
एंजेलीना जोली ने बांटा विस्थापितों का दर्द
हॉलीवुड स्टार अभिनेत्री और फिल्म निर्माता एंजेलिना जोली 30 अप्रैल को डोनेट्स्क ओब्लास्ट के शहर पोक्रोवस्क पहुंची। यहां उन्होंने बच्चों और स्वयंसेवकों से मुलाकात की। जोली ने अनाथ बच्चों और घायलों से मुलाकात करकेक उनका दर्द बांटा। वह उन स्वयंसेवकों से भी मिलीं जो यूक्रेन से निकाले गए लोगों को चिकित्सा और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान कर रहे हैं।उधर ,पूरे यूक्रेन में रूस की ओर से मिसाइल हमले जारी हैं। ओडेसा के काला सागर बंदरगाह में यूक्रेनी नेताओं ने बताया कि शहर के हवाई अड्डे पर एक रनवे पर हमला हुआ है, इसलिए वह अब संचालन योग्य नहीं था। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने शनिवार को यूक्रेन के 17 सैन्य ठिकानों पर हमला किया, जिसमें 200 से अधिक यूक्रेनियन मारे गए। यूक्रेनी नेताओं ने इस पर जवाब नहीं दिया।रूसी सैनिकों ने 24 घंटे में 12 बस्तियों में गोलाबारी की। इस हमले में एक स्कूल और एक अस्पताल सहित 36 मकान ध्वस्त हो गए हैं। कीव के विभिन्न इलाकों में हुई इस फायरिंग में कई लोगों की मोत हुई है। कीव ओब्लास्ट के पुलिस प्रमुख एंड्री नेब्योतोव के अनुसार रूसी सैनिकों ने लोगों को प्रताड़ित किया, फिर उन्हें गोली मार दी। 3 पुरुषों के शव ओब्लास्ट के बुकान्स्की जिले के जंगल में एक उथली कब्र में मिले हैं।
रूस-यूक्रेन जंग के ताजा अपडेट
- रूसी सैनिकों ने खेरसॉन के नोवा काखोवका के डिप्टी काउंसल इहोर प्रोटोकोविलोस को किडनैप कर लिया है।
- अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने कीव पहुंचकर जेलेंस्की से मुलाकात की।
- मारियुपोल के मेयर के सलाहकार पेट्रो एंड्रीशचेंको ने कहा कि रूसी कब्जे वाले शहर को लूट रहे हैं। रूसियों ने वेंटिलेटर जैसे चिकित्सा उपकरण चोरी करके रूस ले जा रहे हैं।
- यूक्रेनी सेना ने कहा कि सिवरस्की डोनेट्स नदी के पार रेलवे पुल को रूसी हवाई हमले से नष्ट कर दिया गया था। 29 अप्रैल की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि इसे यूक्रेनी सेना ने नष्ट किया है।
रूस के कब्जे वाले खेरसॉन ओब्लास्ट में रूसियों ने नोवा काखोवका में व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति खड़ी की।डोनेट्स्क ओब्लास्ट भारी आग की चपेट में आया। यहां 1 बच्चे सहित 4 नागरिक मारे गए हैं।
जेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टॉफ का दावा
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के एक सहयोगी ने दावा किया है कि जंग की शुरुआत में ही रूसी सैनिक राष्ट्रपति और उनके परिवार को पकड़ने उनके घर तक पहुंच गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, 24 फरवरी को जंग शुरू होते ही रूस ने जेलेंस्की और उनके परिवार को पकड़ने और मारने की कोशिश की थी, हालांकि वे नाकाम रहे।TIME मैगजीन ने इनसाइड जेलेंस्की वर्ल्ड नाम से एक इंटरव्यू पब्लिश किया है। इसमें जेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक ने दावा किया कि रूसी सैनिक राष्ट्रपति और उनके परिवार को पकड़ने आए थे। उन्होंने कहा- रूस के सैनिक कीव में दाखिल हुए, वे हर हालत में जेलेंस्की और उनके परिवार को पकड़ना चाहते थे।