नई दिल्ली। सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खेल, साहित्य, सैन बल और सामाजिक क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण उल्लेखनीय योगदान देने वाले लोगों को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री, पद्म विभूषण और पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया। जिसमें बॉलीवुड इंडस्ट्री में जाने-माने सिंगर सोनू निगम (Sonu Nigam) सहित अपने काम से लोगों को प्रभावित करने और समाजिक चेतना जगाने वाली कई नामचीन हस्तियों को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
सोनू निगम को पुरस्कार मिले की जानकारी पीआईबी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो साझा कर दी हैं, जिसमें राष्ट्रपति उन्हें देशा का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान देकर सम्मानित कर रहे हैं।
President Kovind presents Padma Shri to Shri Sonu Nigam for Art. A well-known singer and music director, he has sung over 6,000 songs in more than 28 languages. pic.twitter.com/mwONZAyJ9I
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 28, 2022
इस वीडियो को शेयर कर पीआईबी ने सोनू द्वारा कला के क्षेत्र में दिए योगदान का जिक्र करते हुए लिखा, उन्होंने लगभग देश की हर भाषा में कई हजार गानों को अपनी बेहतरीन आवाज दी है। साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर सोनू निगम को पुरस्कार देते वक्त की तस्वीर साझा की है।वहीं, सिंगर सोनू निगम के अलावा, हिंदुस्तानी शास्त्रीय मेवेन डॉ. प्रभा अत्रे को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। तो अभिनेता विक्टर बनर्जी को भी पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।
आपको बता दें, पिछले हफ्ते टीवी से लेकर बॉलीवुड तक का सफर तैय करने वाले चाणक्य निर्देशन चंद्रप्रकाश द्विवेदी को भी पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। राजस्थान के सिरोही में जन्मे फिल्म निर्देशक और स्क्रीप्ट राइटर चंद्रप्रकाश द्विवेदी को फिल्म जगत में दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले अपने दौर के फेमस धारावाहिक चाणक्य के रूप में भी जाना जाता है।
उन्होंने साल 19991 में प्रसारित होने वाले टीवी शो चाणक्य को निर्देशित किया था और चाणक्य का मुख्य किरदार निभाया था। इसके बाद उन्होंने एक और महाभारत, उपनिषद गंगा, मुत्युंजय जैसे टीवी शो का भी निर्देशन किया है। इन पद्मश्री, पद्म विभूषण, पद्म भूषण पुरस्कारों का एलान 73वें गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत सरकार द्वारा एक बयान जारी कर किया गया था, जिसमें कुछ 107 नामचीन हस्तियों को पदमश्री से सम्मानित किया गया था।