Friday, March 29, 2024
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महाराष्ट्र पर क्या बोले शरद पवार?

एकनाथ शिंदे की सरकार बनते ही विपक्ष तीखे बोल बोलना शुरू हो गया है! एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि शिंदे का समर्थन कर रहे कई बागी विधायक मौजूदा व्यवस्था से खुश नहीं हैं।राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव होने की संभावना है क्योंकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार अगले छह महीनों में गिर सकती है। उन्होंने यह बयान रविवार की शाम को एनसीपी विधायकों और पार्टी के अन्य नेताओं को संबोधित करते हुए दिया।शरद पवार ने कहा कि शिंदे का समर्थन कर रहे कई बागी विधायक मौजूदा व्यवस्था से खुश नहीं हैं। एक बार मंत्री विभागों का बंटवारा हो जाने के बाद उनकी अशांति सामने आएगी, जिसके परिणामस्वरूप अंततः सरकार गिर जाएगी। पवार ने यह भी कहा कि इस प्रयोग की विफलता के कारण कई बागी विधायक अपनी मूल पार्टी में लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि अगर हमारे हाथ में केवल छह महीने हैं, तो राकांपा विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में अधिक समय बिताना चाहिए।

शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार के पतन के बाद एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने  डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली थी। शिंदे के नेतृत्व में लगभग 40 शिवसेना विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप बुधवार को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई।महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले लगभग एक महीने से चल रहे सियासी घमासान का नतीजा आज फ्लोर टेस्ट के तौर पर होगा। फ्लोर टेस्ट से पहले प्रदेश की राजनीति में मैराथन बैठकें हुईं। सीएम एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 39 विधायकों के साथ बैठक की। उधर उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी महत्वपूर्ण बैठक की है। फ्लोर टेस्ट को लेकर प्रदेश का हर प्रमुख राजनीतिक धड़ा अपने स्तर पर रणनीति तय करने में जुटा है।

बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना दो धड़ों में बंट गई है. इसकी वजह से महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई और सीएम उद्धव को इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद बीजेपी ने शिवसेना के बागी विधायकों के साथ मिलकर सरकार बना ली. इसमें एकनाथ शिंदे को सीएम बनाया गया है, वहीं देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम का पद दिया गया है. आज इस सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है, जिसमें शिंदे गुट के जीत के चांस ज्यादा हैं.

महाराष्ट्र में आज एकनाथ शिंदे सरकार की अग्नि परीक्षा है. शिंदे सरकार को आज फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करना होगा. सुबह 11 बजे से महाराष्ट्र असेंबली का विशेष सत्र है. फ्लोर टेस्ट से पहले उद्धव कैंप के 16 MLA फंसे हुए नजर आ रहे हैं. अगर शिंदे सरकार के पक्ष में वोट नहीं दिया तो उनपर गाज गिर सकती है. फ्लोर टेस्ट से पहले कल स्पीकर के चुनाव में बीजेपी और शिंदे गुट ने जीत दर्ज की थी. इसमें राहुल नार्वेकर की जीत हुई. राहुल नार्वेकर ने विपक्ष के उम्मीदवार राजन साल्वी को 47 वोट से मात दे दी है. राहुल को 164 वोट मिले. वहीं साल्वी को 107 वोट मिले थे! महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले लगभग एक महीने से चल रहे सियासी घमासान का नतीजा आज फ्लोर टेस्ट के तौर पर होगा। फ्लोर टेस्ट से पहले प्रदेश की राजनीति में मैराथन बैठकें हुईं। सीएम एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 39 विधायकों के साथ बैठक की। उधर उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी महत्वपूर्ण बैठक की है। फ्लोर टेस्ट को लेकर प्रदेश का हर प्रमुख राजनीतिक धड़ा अपने स्तर पर रणनीति तय करने में जुटा है।

पवार ने यह भी रेखांकित किया कि इस प्रयोग की विफलता के कारण कई बागी विधायक अपनी मूल पार्टी में लौट आएंगे. बैठक में शामिल रहे नेता ने यह भी कहा कि पार्टी अध्यक्ष ने राकांपा विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में अधिक समय बिताने को कहा है! शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार के पतन के बाद एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने  डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली थी। शिंदे के नेतृत्व में लगभग 40 शिवसेना विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप बुधवार को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई।महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले लगभग एक महीने से चल रहे सियासी घमासान का नतीजा आज फ्लोर टेस्ट के तौर पर होगा। फ्लोर टेस्ट से पहले प्रदेश की राजनीति में मैराथन बैठकें हुईं। सीएम एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 39 विधायकों के साथ बैठक की। उधर उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी महत्वपूर्ण बैठक की है। फ्लोर टेस्ट को लेकर प्रदेश का हर प्रमुख राजनीतिक धड़ा अपने स्तर पर रणनीति तय करने में जुटा है।

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