Thursday, March 28, 2024
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क्या है मिस्ट्री वुमैन का राज? जानिए!

आज हम आपको मिस्ट्री वूमेन कर राज बताने जा रहे हैं! सिंगल, टॉल, डार्क, सोबर एंड नॉन स्मोकर लुकिंग फॉर ए रिलेशनशिप विड ए व्यू टू मैरिज! 1994 में ऑस्ट्रेलिया के एक अखबार में छपा शादी का ये विज्ञापन ऑस्ट्रेलिया में इन दिनों सबसे ज्यादा पढ़ा जा रहा है। ये वो विज्ञापन जिसका सीधा संबंध 25 साल से लापता मैरियन बार्टर केस से है। ये वो विज्ञापन है जिसने सालों बाद एक केस में नई जान डाल दी है। पुलिस इसी विज्ञापन की मदद से मैरियन बार्टर तक पहुंचना चाहती है। 28 साल पहले छपे इसी ऐड की मदद से शायद ये पता चल पाए कि कहां है मैरियन बार्टर। ऑस्ट्रेलिया के इस सनसनीखेज मामले पर पूरी दुनिया की नज़र टिकी है। लाखों लोग इस केस का सच जानना चाहते हैं। हर किसी को तलाश है मैरियन बार्टर की।न सिर्फ ऑस्ट्रेलिया बल्कि पूरी दुनिया में सुर्खियां बन रहा ये केस है 1997 में गायब हुई महिला मैरियन बार्टर का। मैरियन अपने दो बच्चों एक बेटे और एक बेटी के साथ ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में रहती थी। वो तीन बार शादी कर चुकी थी, लेकिन तीनों ही बार मैरियन की शादी कामयाब नहीं हुई और उसे अपने तीनों पतियों से अलग होना पड़ा। वो अकेले ही अपने दोनों बच्चों को संभाल रही थी। सरकारी स्कूल में टीचर मैरियन की ज़िंदगी में तब तक सबकुछ ठीक था, लेकिन जून 1997 में मैरियन ने अचानक अपने स्कूल से इस्तिफा दे दिया। उसने अपनी बेटी सैली लेडन को बताया कि वो एक लंबी छुट्टियों में इंग्लैंड जाना चाहती है। उस वक्त मैरियन की बेटी सैली लेडन 23 साल की थी और उसने अपनी मां के फैसले का स्वागत किया।

ब्रिटेन पहुंचने के कुछ दिन बाद भी मैरियन और उसकी बेटी की फोन पर बात हुई, लेकिन उसके बाद मैरियन के फोन आने बंद हो गए। ऐसे ही करीब चार महीने बीत गए। अक्टूबर में जब मैरियन के बेटे के जन्मदिन पर भी जब उसने फोन नहीं किया तो सैली को अपनी मां की चिंता होने लगी। सैली ने मैरियन के बैंक में कॉन्टेक्ट किया तो पता चला कि मैरियन ने बैंक से करोड़ों रुपये निकाल लिए हैं। इतना ही नहीं मैरियन अपना मकान भी बेच चुकी थी, लेकिन उसके परिवार को कुछ भी पता नहीं था। ना ही मैरियन की बेटी सैली को और न ही मैरियन के पेरेंटस को। मैरियन के परिवार के लिए ये बेहद अजीब था कि वो बिन बताए ऐसा कुछ कर सकती है।

मैरियन के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन पुलिस ने गायब लोगों की लिस्ट में मैरियन को शामिल करने से मना कर दिया। दरअसल सैली की शिकायत के बाद पुलिस ने भी बैंक में कॉन्टेक्ट तो बैंक ने कर्मचारी ने बताया कि मैरियन ने अपनी मर्जी से पैसा निकाला है और खुद ही उसने गायब होने का फैसला लिया है। यानी पुलिस के मान के चल रही थी कि मैरियन जानबूझकर अपने परिवार से दूर हुई है। पुलिस ने इस केस पर काम करना बंद कर दिया।

मैरियन के पैरेंट्स और उसके बच्चे अपनी मां का इंतजार करते रहे, लेकिन मैरियन फिर कभी उनसे संपर्क नहीं किया। यहां तक की मैरियन के पिता की मौत हो गई, मैरियन के बेटे ने भी सुसाइड कर लिया, लेकिन मैरियन फिर कभी उनके पास नहीं लौटी। सैली हैरान थी, उसे यकीन नहीं हो रहा था कि ऑस्ट्रेलिया में रहने के बावजूद उसकी मां इतने सालों तक उनसे नहीं मिली। इसी तरह दस साल बीत गए। 2007 में एक बार फिर सैली ने अपनी मां की तलाश के लिए पुलिस को कॉन्टेक्ट किया। पुलिस मामले में टालमटोल करती रही, हालांकि सैली लेडन के लगातार कोशिश के बाद 2009 में एक डिटेक्टिव ने कुछ खुलासे किए।

इस रिपोर्ट के मुताबिक मैरियन ने मई में ही अपना नाम बदल लिया था और ये बात उसने अपने अपने परिवार से छुपाई। मैरियन बार्टर ने अपना नया नाम फ्लोराबेला नतालिया मैरियन रीमेकेल कर दिया था। इसके अलावा ये मैरियन अगस्त में वापस ऑस्ट्रेलिया लौट कर आई और उसने खुद को लक्जमबर्ग में रहने वाली एक हाउसवाइफ बताया था। मैरियन की बेटी सैली इस बात को मान ही नहीं पा रही थी वो किसी भी कीमत पर अपनी मां का पता लगाना चाहती थी। कई सालों बाद सैली ने ऑस्ट्रेलिया के एक क्राइम पॉडकास्ट की मदद ली। इस पॉडकास्ट में द लेडी वैनिशश के नाम से गायब मैरियन का केस बताया गया। इस पॉडकॉस्ट में आने के बाद ही मिसींग मैरियन को हर किसी ने जाना। इसके बाद कई अखबारों, कई मेग्जीन्स में ये खबर छपी।

पुलिस पर गायब हुई मैरियन बार्टर को ढूंढने का दवाब बना। कई लोग, कई नए सबूत और कई नई कहानियां सामने आई और सामने आया एक नाम रिक बाम ( Ric Blum)। सफेद चमकती दाड़ी, आंखों में चश्मा, 83 साल के रिक ब्लम मैरियन के मामले में सबसे अहम शख्स माना गया। रिक ब्लम को लेकर पुलिस ने सारी जानकारी इकट्ठा की तो पता चला कि रिक ब्लम 13 बार अपना नाम बदल चुका है। रिक 1976 में ऑस्ट्रेलिया आया था और वो नाम बदलकर महिलाओं से दोस्ती करता था।

रिक के निशाने पर होती थी मिडल एज की अकेली महिलाएं। वो अकेली महिलाओं को अलग-अलग तरीके से अपने जाल में फंसाता था। वो खुद को काफी अमीर और अनमैरिड बताकर महिलाओं के साथ रिश्ता जोड़ता। जब महिलाएं उसके झांसे में आ जाती तो वो महिलाओं से या तो चालाकी या फिर ब्लैकमेल करके उनका सारा पैसा लूट लेता। रिक ब्लम के जाल में फंसी तीन महिलाएं सामने आई। जिन्होंने पुलिस को बताया कि कैसे रिक ने उन्हें धोखा दिया और उनका सारा पैसा लूट लिया।एक महिला ने बताया कि रिक ने पहले तो उसे अपने अमीर होने के जाल में फंसाया और फिर उसकी न्यूज फोटो खींचकर उसे ब्लैकमेल करता रहा। इसी तरह एक अन्य महिला ने बताया कि रिक ब्लम ने धोखे से उसकी जूलरी और मकान के पेपर उससे ले लिए। कोर्ट में जब ब्लम से सवाल किए गए तो उसने माना कि उसने कई बार अपने नाम बदले, लेकिन उसने महिलाओं के आरोपों को गलत बताया।

मैरियन के मामले में भी पुलिस को रिक ब्लम से जुड़ा एक अहम सुराग हाथ लगा। ये सुराग था वो विज्ञापन जिसे रिक ने अपनी शादी के लिए दिया था। ये भी रिक की एक चाल थी एक नई महिला को फंसाने की। इस बार रिक के निशाने पर मैरियन बार्टर थी। मैरियन अकेला महसूस करती थी और जब उसने रिक का ये विज्ञापन देखा तो उसने रिक को कॉन्टेक्ट किया। रिक ने कोर्ट में माना कि वो मैरियन को जानता था। मैरियन के गायब होने से चार महीने पहले उन दोनों का अफेयर शुरू हुआ, लेकिन रिक ब्लम के मुताबिक उसे मैरियन के गायब होने की कोई जानकारी नहीं है। इस मामले में कई सवाल अभी भी साफ नहीं है, जैसे ये विज्ञापन 1994 में दिया गया था, तो क्या मैरियन रिक को 1994 से जानती है। क्यों मैरियन ने अपना नाम बदला।

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