शरीर में इत्र की महक न हो तो श्रृंगार अधूरा रहता है। कोई अन्य सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग न करने के बावजूद, कई ऐसे हैं जिनका जुनून केवल सुगंध के इर्द-गिर्द घूमता है। आपके हैंडबैग में कुछ है या नहीं, आपका पसंदीदा परफ्यूम या सुगंध ठीक रहेगा। इस लिस्ट से स्टार्स भी नहीं बचे हैं. बलीपारा में बहुत से लोगों को खुशबू से गहरा लगाव है। वे खुद को मनमोहक सुगंध से भरना पसंद करते हैं। बलीपारा का सितारा किस इत्र का उपयोग करता है?
शाहरुख खान
घड़ियों के लिए शाहरुख का गहरा प्यार किसी से अनजान नहीं है। लेकिन सिर्फ घड़ियां ही नहीं, शाहरुख के संग्रह में विभिन्न घरेलू और विदेशी ब्रांडों की सुगंध शामिल है। लेकिन शाहरुख कभी परफ्यूम नहीं लगाते। दो सुगंधों का एक साथ उपयोग किया जाता है। चाहे शूटिंग हो या किसी फिल्म का प्रमोशन, घर से निकलने से पहले वह डनहिल और डिप्टीक पहनती हैं- ये दो परफ्यूम एक साथ। शाहरुख जिस परफ्यूम का इस्तेमाल करते हैं उसकी कीमत 10 हजार रुपए से शुरू होती है
घर से निकलने से पहले एक्ट्रेस कई काम की चीजें ले जाना भूल जाती हैं, लेकिन परफ्यूम का इस्तेमाल करने से कभी नहीं चूकती हैं। दीपिका को मुख्य रूप से दो फ्रांसीसी कंपनियों एस्टी लॉडर और राल्फ लॉरेन के परफ्यूम पसंद हैं। लेकिन नायिका की पसंदीदा एस्टी लाउडर की ‘मॉडर्न म्यूज़’ है। जिसकी कीमत करीब 9 हजार रुपए है।
कैटरीना कैफ
कैटरीना को सजने-संवरने का बहुत शौक है। नायिका को कपड़े और श्रृंगार के साथ-साथ सुगंधों से भी विशेष प्रेम है। अगर कोई उन्हें इत्र भेंट करता है तो वह सबसे ज्यादा खुश होते हैं। कैटरीना गुच्ची परफ्यूम लगाती हैं। 100 मिलीग्राम परफ्यूम की कीमत 12 हजार रुपए है।
आलिया भट्ट
उन्हें भारी भरकम मेकअप या फैंसी कपड़े पसंद नहीं हैं। लेकिन आलिया के परफ्यूम्स का कलेक्शन हैरान करने वाला है। आपको जानकर हैरानी होगी कि आलिया को पुरुषों के परफ्यूम पसंद हैं। लेकिन आलिया ‘Bleu de Chanel’ नाम का फ्रेंच परफ्यूम यूज करती हैं। जिसकी कीमत करीब 10,500 रुपए है।
प्रियंका चोपड़ा
प्रियंका चोपड़ा कई लोगों के लिए ‘स्टाइल आइकन’ हैं। कपड़े से लेकर जूते तक प्रियंका खुद ही सब कुछ खरीदती हैं। वह शूटिंग के सिलसिले में दुनिया के किसी भी हिस्से में चले जाते हैं, लौटते समय परफ्यूम खरीदते हैं। लेकिन प्रियंका का फेवरेट परफ्यूम ‘त्रसर्दी डोना’ है। जिसकी कीमत 5 हजार रुपए के करीब है।
कई लोग अपने शरीर पर सुगंधित परफ्यूम लगा रहे हैं। कुछ लोगों के लिए परफ्यूम की महक आनंद का स्रोत होती है। लेकिन कई लोगों के लिए, वह सुगंध विडंबना का स्रोत हो सकती है। डियोडरेंट की तेज महक से कई लोगों को चक्कर आ जाते हैं। ऐसा क्यों? विज्ञान क्या कहता है?
साइनस की समस्या
गंध की अनुभूति पैदा करने वाले रसायनों को वैज्ञानिक भाषा में ‘ऑर्डिनेंट्स’ कहा जाता है। ये तत्व कई बार साइनस की समस्या को बढ़ा देते हैं। खासतौर पर अगर परफ्यूम में धुंआ, परफ्यूम और क्लोरीन हो तो इस समस्या का खतरा और भी ज्यादा होता है। नाक गुहा के श्लेष्म अस्तर में विभिन्न प्रकार की विदेशी सामग्री फंस जाती है। यदि एलर्जी इस स्तर पर जमा हो जाती है, तो शरीर प्रतिक्रिया करता है। कुछ को सिरदर्द का अनुभव भी हो सकता है।
साइनस की समस्या
गंध की अनुभूति उत्पन्न करने वाले रसायन वैज्ञानिक बोलचाल में ‘ऑर्डिनेंट्स’ कहलाते हैं। ये तत्व कई बार साइनस की समस्या को बढ़ा देते हैं। खासतौर पर अगर परफ्यूम में धुंआ, परफ्यूम और क्लोरीन हो तो इस समस्या का खतरा और भी बढ़ जाता है। नाक गुहा के श्लेष्म अस्तर में विभिन्न प्रकार की विदेशी सामग्री फंस जाती है। यदि एलर्जेन इस स्तर पर जमा हो जाता है, तो शरीर प्रतिक्रिया करता है। कुछ को सिरदर्द का अनुभव भी हो सकता है।
ओस्मोफोबिया
गंध को सहन न कर पाने की समस्या को वैज्ञानिक भाषा में ऑस्मोफोबिया कहते हैं। कुछ लोग तेज गंध बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। खासतौर पर यह समस्या उन लोगों में ज्यादा होती है जिन्हें माइग्रेन की समस्या होती है। कई अध्ययनों से पता चला है कि लगभग 20 प्रतिशत माइग्रेन पीड़ित तेज गंध के कारण सिरदर्द से पीड़ित होते हैं। इनमें से अधिकांश समस्याएं तंबाकू की गंध, कार के धुएं, सफाई करने वाले रसायनों की गंध और तेज परफ्यूम के कारण होती हैं।
शौक के तौर पर दुकान से महंगा परफ्यूम खरीदा। आप किसी खास व्यक्ति के साथ वही परफ्यूम लगाकर डेट पर जा सकते हैं। गंतव्य पर पहुंचने से पहले ही गंध गायब हो गई। माना जाता है कि इससे मन खिन्न हो जाता है। मशहूर-महंगे कंपनी के फ्रेगरेंस का भी यही हाल है! लेकिन यह जानना भी जरूरी है कि कहीं आप इसका इस्तेमाल करते समय कोई गलती तो नहीं कर रहे हैं। महक को लंबे समय तक बनाए रखने में ही नहीं, डियोड्रेंट या परफ्यूम के गलत इस्तेमाल से भी शरीर पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।