महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव की वोटिंग से 4 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा- एक हैं तो सेफ हैं जन-जन तक पहुंचाना है। महाविकास अघाड़ी महाराष्ट्र में झूठ फैला रही है। भाजपा के ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम में मोदी वर्चुअल माध्यम से हिस्सा लिया। उन्होंने भाजपा के बूथ कार्यकर्ताओं से कहा- महाराष्ट्र में भाजपा शासित महायुति मराठाओं के गौरव को बढ़ाने का काम कर रही है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी 288 विधानसभा सीटों पर सिंगल फेज में 20 नवंबर को वोटिंग है। इसके नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। भाजपा महायुति गंठबंधन में सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने 148 उम्मीदवार घोषित किए हैं। पीएम की महाराष्ट्र में पिछली रैलियों के भाषण पढ़ें…. 14 नवंबर: PM बोले- महायुति में ही महाराष्ट्र की तरक्की, कांग्रेस के समय आतंकी घटनाएं होती थीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- मुंबई ने लंबे समय तक आतंकवाद का दर्द सहा है। आतंकी हमलों से मिले जख्मों को लोग अब तक भूले नहीं हैं। लेकिन पिछले कुछ साल में लोगों के मन में सुरक्षा का भाव आया है। कांग्रेस सरकार के समय मुंबई समेत देशभर में आतंकी घटनाएं होती रहती थी। पूरी खबर पढ़ें… 12 नवंबर: पीएम बोले- कांग्रेस और उसके साथियों ने सिर्फ खूनी खेल दिए पीएम मोदी की 12 नवंबर को चंद्रपुर के चिमूर में जनसभा हुई थी। उन्होंने यहां कहा था- कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी वाले देश को पीछे करने का और कमजोर करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। कांग्रेस और उसके साथियों ने आपको सिर्फ खूनी खेल दिए हैं। ये हमारी सरकार है जिसने नक्सलवाद पर लगाम लगाई। पूरी खबर पढ़ें… 9 नवंबर: हिमाचल-तेलंगाना, कर्नाटक कांग्रेस के शाही परिवार के ATM अकोला की रैली में 9 नवंबर को PM के निशाने पर कांग्रेस रही। उद्धव ठाकरे और शरद पवार के बारे में एक शब्द नहीं बोला। उन्होंने कहा- जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आर्टिकल 370 की वापसी की मांग हो रही है। कांग्रेस और उसके सहयोगी इसका समर्थन करते हैं। पाकिस्तान भी यही चाहता है। पूरी खबर पढ़ें… 8 नवंबर: पीएम बोले- कांग्रेस ने सावरकर का अपमान किया PM मोदी ने 8 नवबंर को नासिक में एक रैली में कांग्रेस पर सावरकर और बाला साहेब ठाकरे के अपमान का आरोप लगाया था। PM ने कहा था कि महाराष्ट्र की राजनीति में बाला साहब ठाकरे का योगदान अतुलनीय है, लेकिन कांग्रेस नेताओं के मुंह से बाला साहब ठाकरे की प्रशंसा में एक शब्द नहीं निकलता है। पूरी खबर पढ़ें… 2019 की तुलना में भाजपा कम सीटों पर लड़ रही
2019 के विधानसभा चुनाव की तुलना में भाजपा इस बार कम सीटों पर लड़ रही है। भाजपा ने पिछली बार 164 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। इस बार 16 उम्मीदवार कम उतारे हैं। भाजपा ने 148, शिंदे गुट ने 80, अजित गुट ने 53 उम्मीदवार उतारे हैं। शिवसेना और NCP में बंटवारे के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है। पिछले चुनाव में शिवसेना (अविभाजित) और NCP (अविभाजित) 124-124 सीटों पर लड़ी थीं। इन सबके अलावा इस बार महायुति ने 5 सीटें सहयोगी पार्टियों के लिए छोड़ी हैं। भाजपा बोली- CM पर फैसला चुनाव के बाद होगा
मुख्यमंत्री के रूप में देखे जाने पर डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने करीब एक हफ्ते पहले कहा था कि लोग उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देख रहे हैं तो यह समस्या नहीं है, समाधान है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि वे CM बनने जा रहे हैं। महायुति को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि एकनाथ शिंदे मौजूदा मुख्यमंत्री हैं। चुनाव के बाद मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसकी घोषणा की जाएगी। शिवसेना प्रमुख CM एकनाथ शिंदे, NCP प्रमुख अजीत पवार और भाजपा का संसदीय बोर्ड तय करेगा कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा। महायुति भ्रमित नहीं हैं, समस्या महाविकास अघाड़ी (MVA) में है। चेहरे का सवाल उनके लिए है, महायुति के लिए नहीं। MVA मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा नहीं कर रहा है क्योंकि वे जानते हैं कि चुनाव के बाद उनका CM आ सकता है। महाराष्ट्र के राजनीतिक समीकरण पर एक नजर… लोकसभा चुनाव में भाजपा 23 से 9 सीटों पर सिमटी
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से INDIA गठबंधन को 30 और NDA को 17 सीटें मिलीं।। इनमें भाजपा को 9, शिवसेना को 7 और NCP को सिर्फ 1 सीट मिली थी। भाजपा को 23 सीटों का नुकसान हुआ। 2019 के लोकसभा चुनाव से NDA को 41 जबकि 2014 में 42 सीटें मिली थीं। लोकसभा चुनाव के हिसाब से भाजपा को नुकसान का अनुमान
महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भी अगर लोकसभा चुनाव जैसा ट्रेंड रहा तो भाजपा को नुकसान होगा। भाजपा 60 सीटों के आसपास सिमटकर रह जाएगी। वहीं, विपक्षी गठबंधन के सर्वे में MVA को 160 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। भाजपा के लिए मराठा आंदोलन सबसे बड़ी चुनौती है। इसके अलावा शिवसेना और NCP में तोड़फोड़ के बाद उद्धव ठाकरे और शरद पवार के साथ लोगों की सिम्पैथी है। ……………………………………………… महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… 5 साल में 3 सरकारों का रिपोर्ट कार्ड; 3 बड़े प्रोजेक्ट गंवाए, 7.83 लाख करोड़ रुपए का कर्ज 5 साल, 3 मुख्यमंत्री और 3 अलग-अलग सरकारें। महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद 5 साल सियासी उठापठक चलती रही। अब फिर से विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। चुनाव से पहले दैनिक भास्कर की टीम महाराष्ट्र पहुंची और पिछले 5 साल का लेखा-जोखा जाना। पूरी खबर पढ़ें…
मोदी बोले- MVA झूठ फैला रहा है:महाराष्ट्र के भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा- एक हैं तो सेफ हैं का नारा जन-जन तक पहुंचाना है
Disclaimer:
Mojo Patrakar may publish content sourced from external third-party providers. While we make every reasonable effort to verify the accuracy, reliability, and completeness of this information, Mojo Patrakar does not guarantee or endorse the views, opinions, conclusions, or authenticity of content provided by these third-party entities. Such content is presented solely for informational purposes, and it is not intended to substitute professional advice or to serve as a comprehensive basis for decision-making.
Mojo Patrakar expressly disclaims any liability for errors, omissions, or inaccuracies that may arise from third-party content, as well as any reliance readers may place upon it. Users are strongly encouraged to conduct independent verification and consult with qualified professionals as necessary before making any decisions based on information obtained through Mojo Patrakar.