अमेरिका जैसे बड़े देश में गोलियां चलना आम बात है! 2022 में अब तक 309 सामूहिक गोलीबारी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। आंकड़ों के मुताबिक, चौंकाने वाली बात यह है कि इन सामूहिक हत्याकांडों में 0 से 11 साल के 179 बच्चों और 12 से 17 साल के 670 किशोरों की मौत हो चुकी है। 2021 में 693 सामूहिक गोलीबारी की घटनाएं हुई। 2019 में 417 जगहों पर ऐसी ही वारदात को अंजाम दिया गया। अमेरिका के शिकागो में सोमवार को हुई गोलीबारी ने एक बार फिर से सभी को दहला कर रख दिया है। यहां हाईलैंड पार्क में स्वतंत्रता दिवस परेड के दौरान हुई गोलीबारी में छह लोगों की मौत हो गई तो 57 घायल हो गए। अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि हमलावर की उम्र महज 18 से 20 साल के बीच है। लेकिन यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका ऐसे सामूहिक हत्याकांड का गवाह बना है। बंदूकों का शौक और हथियार रखने की लचीली पॉलिसी अब अमेरिकी प्रशासन के लिए गले की फांस बन गई है।
अमेरिका में सामूहिक गोलीबारी और हत्याकांड के आंकड़े तैयार करने वाली संस्था ‘द गन वॉयलेंस आर्काइव’ के मुताबिक, 2022 में अब तक 309 सामूहिक गोलीबारी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। आंकड़ों के मुताबिक, चौंकाने वाली बात यह है कि इन सामूहिक हत्याकांडों में 0 से 11 साल के 179 बच्चों और 12 से 17 साल के 670 किशोरों की मौत हो चुकी है। ‘गन वायलेंस आर्काइव’ की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में 2021 में 693 सामूहिक गोलीबारी की घटनाएं हुई। 2019 में 417 जगहों पर ऐसी ही वारदात को अंजाम दिया गया।
द गन वॉयलेंस आर्काइव के मुताबिक, 2022 में जनवरी से जुलाई तक 15 सामूहिक हत्याकांड हो चुके हैं। वहीं 2013 से 2022 से हुए बड़े सामूहिक नरसंहार में अब तक 322 लोगों की मौत हो चुकी हैं। इसमें सबसे ज्यादा मौतें एक अक्तूबर 2017 में लॉस वेगास में हुए हत्याकांड में हुई थीं। यहां गोलीबारी में 59 लोगों की मौत हुई थी। वहीं 2022 का अब तक का सबसे बड़ा हत्याकांड टेक्सास में हुआ था। यहां एक स्कूल में हुई गोलीबारी में 22 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें करीब 19 मासूम शामिल थे।अमेरिका में लगातार स्कूलों को निशाना बनाया जाता रहा है। पिछले कुछ आकंड़ों को देखें तो टेक्सास में ही स्कूल के अंदर गोलीबारी की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। 2016 में टेक्सास के अल्पाइन स्कूल में भी इसी तरह की गोलीबारी हुई थी। इसमें एक स्कूली छात्रा की मौत हो गई थी। इसके बाद 2018 में ऐसी ही वारदात हुई। यहां टेक्सास के सेंट फे स्कूल में 17 साल के हमलावर ने बच्चों पर गोली चला दी, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद पिछले साल 2021 में भी टिम्बरव्यू स्कूल में गोलीबारी हुई। हालांकि, किसी की मौत नहीं हुई। लेकिन कई लोग घायल हो गए थे। टेक्सास के अलावा अमेरिका के अन्य स्कूलों में भी ऐसी ही वारदात हो चुकी हैं। 2012 में अमेरिका के न्यू टाउन के सैंडी हुक स्कूल में गोलीबारी हुई थी। इसमें 26 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें 20 स्कूली बच्चे व छह शिक्षक शामिल थे। पिछले साल दिसंबर में मिशिगन हाईस्कूल में फायरिंग हुई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी।
अमेरिका में इस तरह की घटनाओं के बीच बड़ा कारण यहां का गन एक्ट है। अमेरिका में ‘गन कल्चर’ का संबंध वहां के संविधान से जुड़ा है। अमेरिका में बंदूक रखने का कानूनी आधार संविधान के दूसरे संशोधन में निहित है। द गन कंट्रोल एक्ट 1968 (GCA) के मुताबिक, राइफल या कोई भी छोटा हथियार खरीदने के लिए उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए, दूसरे हथियार मसलन हैंडगन खरीदने के लिए 21 साल की उम्र होनी चाहिए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 33 करोड़ की आबादी वाले अमेरिका में आम नागरिकों के पास 39 करोड़ हथियार हैं।अमेरिका में सामूहिक गोलीबारी और हत्याकांड के आंकड़े तैयार करने वाली संस्था ‘द गन वॉयलेंस आर्काइव’ के मुताबिक, 2022 में अब तक 309 सामूहिक गोलीबारी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। आंकड़ों के मुताबिक, चौंकाने वाली बात यह है कि इन सामूहिक हत्याकांडों में 0 से 11 साल के 179 बच्चों और 12 से 17 साल के 670 किशोरों की मौत हो चुकी है। ‘गन वायलेंस आर्काइव’ की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में 2021 में 693 सामूहिक गोलीबारी की घटनाएं हुई। 2019 में 417 जगहों पर ऐसी ही वारदात को अंजाम दिया गया।
द गन वॉयलेंस आर्काइव के मुताबिक, 2022 में जनवरी से जुलाई तक 15 सामूहिक हत्याकांड हो चुके हैं। वहीं 2013 से 2022 से हुए बड़े सामूहिक नरसंहार में अब तक 322 लोगों की मौत हो चुकी हैं। इसमें सबसे ज्यादा मौतें एक अक्तूबर 2017 में लॉस वेगास में हुए हत्याकांड में हुई थीं। यहां गोलीबारी में 59 लोगों की मौत हुई थी। वहीं 2022 का अब तक का सबसे बड़ा हत्याकांड टेक्सास में हुआ था।