हमारे वैदिक विज्ञान में कई प्रकार की औषधियों का वर्णन किया गया है, जो हमारे शरीर की कई बीमारियों को दूर कर देती हैं! हमारी रसोई में ऐसे कई मसाले मौजूद हैं जिनके सभी फायदों के बारे में लोगों को पता ही नहीं होता है। दालचीनी भी उन्ही मसालों में से एक है। इसका इस्तेमाल हर घर में किया जाता है लेकिन अभी भी अधिकांश लोग दालचीनी के औषधीय उपयोग से भलीभांति परिचित नहीं है। दालचीनी एक ओषधीय पौधा है जिसकी छाल मोटी और हल्के भूरे रंग की होती है। आमतौर पर इसकी छाल को ही पूरी दुनिया में मसालों के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। एक तरफ ये आपके खाने का स्वाद कई गुना बढ़ा देती है वहीं दूसरी तरफ यह स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में भी मदद करती है।
आयुर्वेद में भी दालचीनी के गुणों का उल्लेख मिलता है और सदियों से कई बीमारियों के इलाज में इसका इस्तेमाल होता रहा है। आजकल बाज़ार में दालचीनी का पाउडर भी आसानी से उपलब्ध है। सब्जी या कोई अन्य डिश बनाते समय इसे मसाले के रुप में इस्तेमाल करना सबसे आसान तरीका माना जाता है। दालचीनी की खुशबू के कारण से इसका इस्तेमाल परफ्यूम और कई तरह के मेडिकल प्रोडक्ट में भी किया जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दालचीनी में 80 से ज्यादा पोषक तत्व मौजूद होते हैं जिसमें मैगनीज, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम मुख्य रुप से शामिल हैं। इसे एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबायोटिक, एंटीमाइक्रोबियल और एंटी कैंसर यौगिक के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा यह मानसिक रोगों जैसे कि पार्किन्सन रोग, अल्जाइमर आदि में भी काफी उपयोगी है।
इसके फायदे
दालचीनी शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा को नियंत्रित बनाये रखती है जिससे डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। सामान्य लोग जो मधुमेह (डायबिटीज) से पीड़ित नहीं हैं वे दालचीनी का नियमित सेवन करके डायबिटीज से बच सकते हैं।
कई शोधों में इस बात की पुष्टि हुई है कि दालचीनी का सेवन दिल की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह रक्त वाहिकाओं को शिथिल करके ब्लड प्रेशर को घटाने में मदद करती है जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों से भी बचाव होता है। इसके लिए रोजाना आधे चम्मच दालचीनी पाउडर को सब्जी या अन्य डिश में मिलाकर खाएं।
दालचीनी के सेवन से आप अपने बढ़ते हुए वजन और मोटापे को कम कर सकते हैं। इसके लिए दालचीनी और शहद का साथ में सेवन करना चाहिए। शहद में मौजूद फ्रक्टोज वजन घटाने में मदद करता है और शरीर के उर्जा के स्तर को नियंत्रित रखता है और दूसरी तरफ दालचीनी मेटाबोलिज्म को बढ़ा देती है जिससे कैलोरी जल्दी बर्न होती है। पेट की चर्बी कम करने के लिए दालचीनी और शहद के मिश्रण में आप अपनी सुविधानुसार नींबू का रस भी मिला सकते हैं।
दालचीनी का नियमित सेवन कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और आपको दिल से जुड़ी कई तरह की बीमारियों से दूर रखता है। इसके लिए रोजाना आधा चम्मच दालचीनी पाउडर का सेवन करें या रोजाना सुबह दालचीनी की चाय बनाकर पियें।
दालचीनी सिर्फ सर्दी-जुकाम दूर करने या वजन कम करने में ही मदद नहीं करती बल्कि यह गुणकारी औषधि सेक्स पावर बढ़ाने में भी मदद करती है। दालचीनी और दूध का साथ में सेवन सेक्स पावर बढ़ाने के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है। इसके लिए रोजाना सुबह और शाम आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास दूध में मिलाकर उबाल लें और इसे हल्का गुनगुना होने पर पियें।
दालचीनी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल क्षमताएं होती हैं और यह त्वचा को तमाम तरह के संक्रमण से बचाती है। इसके लिए दो चम्मच शहद में एक चम्मच दालचीनी मिलाकर पेस्ट बना लें। हथेली के पीछे इस पेस्ट की थोड़ी सी मात्रा लगाकर एलर्जी की जांच कर लें। इसके बाद इस पेस्ट को सीधे मुहांसों पर लगाएं और आधे घंटे तक सूखने दें। उसके बाद चेहरे को सादे पानी से धो लें। इससे कुछ ही दिनों में कील-मुहांसे खत्म हो जाते हैं। बढ़ती उम्र के असर को कम करने के लिए दालचीनी और शहद से तैयार फेसपैक का प्रयोग करें।
दालचीनी बालों का झड़ना कम करती है और उन्हें बढ़ने में मदद करती है। दालचीनी से तैयार हेयर पैक के नियमित इस्तेमाल से रुसी (डैंड्रफ) की समस्या से आराम मिलता है और बालों की मजबूती बढ़ती है। इसके लिए एक चम्मच दालचीनी पाउडर, एक चम्मच शहद, एक चम्मच ऑलिव ऑयल और एक अंडे को मिलाकर मिश्रण बना लें। इस मिश्रण को बालों पर लगाएं और उन्हें 20 मिनट तक सूखने दें और उसके बाद शैम्पू से बालों को धो लें। बेहतरीन परिणाम के लिए हफ्ते में एक बार ऐसा ज़रुर करें।