आपके बाल सफेद होते हैं, तो करें यह योग!

0
192

क्या आपको पता है कि योग करने से भी सफेद बालों को उगने से रोका जा सकता है?उम्र से पहले बाल सफेद होने की समस्या आम हो गई है। कम उम्र के लड़के लड़कियों के बाल अब जल्द सफेद हो जाते हैं। काले और घने बाल हर किसी को पसंद होते हैं। शरीर की सुंदरता को बढ़ाने का काम भी बाल करते हैं। लेकिन अब प्रदूषण, पोषक तत्वों की कमी, खराब जीवनशैली और तनाव के कारण समय से पहले बाल सफेद होने लगते हैं। हालांकि लोग सफेद बालों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए तरह तरह के उपाय तलाशते हैं। कई लोग हीना या डाई करते हैं, तो कुछ केमिकल युक्त शैंपू व तेल का इस्तेमाल करते हैं। महंगे हेयर केयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल भी सफेद बालों की समस्या से राहत नहीं दिला पाते। ऐसे में सफेद बाल लोगों के लिए डिप्रेशन का कारण भी बन जाते हैं। अगर आपके भी बाल सफेद हो रहे हैं तो महंगे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने के बजाए योगासन कर सकते हैं। योग बालों की हर तरह समस्या से छुटकारा दिला सकते हैं।

कौन कौन से करें योग?

उष्ट्रासन – बाल अगर सफेद होने लगे हों तो इससे छुटकारा पाने के लिए उष्ट्रासन कर सकते हैं। इस योगासन को करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाएं। दोनों घुटनों के बीच कम से कम 6 इंच की दूरी रखें। अब दोनों हाथों को पीछे एड़ी की ओर ले जाएं। फिर दाएं हाथ के टखने को बाएं हाथ के टखने से छुएं। अपनी टांगों को सीधा रखते हुए पेट आगे की ओर निकालें। इस अवस्था में कुछ देर रहने के बाद सामान्य स्थिति में आ जाएं।

हलासन – काले, घने और सेहतमंद बालों के लिए नियमित हलासन का अभ्यास कर सकते हैं। इस आसन को करने के लिए जमीन पर लेट जाएं और पैरों को ऊपर की ओर उठाते हुए धीरे धीरे पीछे ले जाएं। अपने पैरों को पीछे जमीन पर लगाने की कोशिश करें। कुछ देर इसी अवस्था में रहने के बाद साधारण स्थिति में आ जाएं।

त्रिकोणासन – बाल सफेद होने से रोकने के लिए त्रिकोणासन कर सकते हैं। इस आसन को करने के लिए दोनों पैरों को कुछ दूरी पर रखकर खड़े हो जाएं। अब हाथों और कंधों को एक सीध में रखते हुए ऊपर उठाएं। दाहिनी ओर झुकते हुए दाहिने हाथ से उसी ओर के पैर को छुएं। इस दौरान बाएं हाथ को आसमान में रखते हुए छत की ओर उठाएं। यह प्रक्रिया दूसरी ओर से दोहराएं।

भुजंगासन – अगर उम्र से पहले आपके बाल सफेद हो रहे हैं, साथ ही बाल झड़ने की समस्या से परेशान हैं तो भुजंगासन कर सकते हैं। इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेट कर पैरों को आपस में मिला लें। हथेलियों को सीने के पास कंधों की सीध में रखें। माथे को जमीन पर रखकर शरीर को सहज करें। अब गहरी सांस लेते हुए शरीर के आगे के हिस्से को ऊपर उठाएं। दोनों हाथों को सीधा करते हुए इसी मुद्रा में कुछ सेकंड रखें। बाद में सांस छोड़ते हुए वापस सामान्य मुद्रा में लौट आएं।

त्रिकोणासन के नियमित अभ्यास से आप कमर दर्द की परेशानी को दूर कर सकते हैं। इस योग के अभ्यास से शरीर को लचीला बनाया जा सकता है। साथ ही यह योग कमर दर्द से राहत देने में असरदार हो सकता है। हालांकि, ध्यान रखें कि सिर्फ त्रिकोणासन करने से कमर दर्द को कम नहीं किया जा सकता है।

त्रिकोणासन योग नियमित रूप से करने से आप स्ट्रेस और चिंता विकृति को कम कर सकते हैं। दरअसल, यह योग आपकी नींद में सुधार करके आपके मूड को बेहतर कर सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित होता है। ऐसे में इस योग के नियमित अभ्यास से आप चिंता और तनाव को कम कर सकते हैं।

पाचन क्रिया को दुरुस्त करने के लिए त्रिकोणासान लाभकारी होता है। दरअसल, यह योग आपके शरीर में जरूरी पोषक तत्वों को अवशोषित करता है, जिससे आपके शरीर को एनर्जी मिलती है। नियमित रूप से इस आसन को करने से पाचन को दुरुस्त करने में मदद मिलती है। साथ ही यह डाइजेस्टिव ग्लैंड को फायदा पहुंचाने में असरदार होती है। मजबूत पाचन के लिए आप इस आसन का नियत्रित रूप से अभ्यास कर सकते हैं।

त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास करने से आप अपनी मांसपेशियों को मजबूत कर सकते हैं। इस योग से आपकी मांसपेशियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह आसन आपके कूल्हों और जांघ की जकड़न को कम कर सकता है। साथ ही इस आसन से आपकी बॉडी पोस्चर सही हो सकती है। त्रिकोणासन आपके ट्रंक और थाई मसल्स के लिए काफी अच्छा फिजिकल थेरेपी हो सकता है।

नियमित रूप से त्रिकोणासन का अभ्यास करने से स्किन संबंधी परेशानी दूर हो सकती है। यह आसन आपकी स्किन पर बार-बार होने वाले दानों और पिंपल्स की परेशानी को कम कर सकता है। साथ ही यह आपकी स्किन पर निखार लाने में असरदार होता है।

शरीर के बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए त्रिकोणासन का अभ्यास किया जा सकता है। यह पेट की चर्बी और कमर की चर्बी को कम करने में असरदार होता है। दरअसल, इस योग के अभ्यास से आपके शरीर में खिंचाव उत्पन्न होता है, जो शरीर के अतिरिक्त फैट को कम करने में प्रभावी माना जाता है।

इस आसन को करने के लिए योग मैट पर खड़े हो जाएं।

इस दौरान अपने पैरों के बीच दो फीट की दूरी बनाएं। साथ ही अपने हाथों को शरीर से सटाकर रखें।

इसके बाद बांहों को शरीर से दूर कंधे तक फैलाएं। 

अब सांस को अंदर की ओर खींचते हुए दाएं हाथ को ऊपर उठाकर कान के पास लाएं। 

इसके साथ ही बाएं पैर को बाहर की ओर मोड़ें। अब अपनी सांस को बाहर की ओर छोड़ते हुए कमर को बाईं ओर झुकाएं। 

ध्यान रखें कि इस दौरान अपने घुटनों को न मोड़ें। साथ ही अपने दाएं हाथ को कान से सटाकर रखें।

इसके बाद दाएं हाथ को जमीन के समानांतर लाने की कोशिश करें। साथ ही बाएं हाथ से बाएं एंकल को छूने की कोशिश करें।

इस मुद्रा में करीब 30 सेकंड तक रहें। अब सांस लेते हुए अपनी प्रारंभिक अवस्था में वापस आ जाएं। 

पूरे दिन में कम से कम 4 से 5 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।