नई दिल्ली :: दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर आज केंद्र जांच ब्यूरो (CBI) की छापेमारी के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने 12 IAS अधिकारियों के तबादले का निर्देश दिया है। उपराज्यपाल के आदेश पर दिल्ली सेवा विभाग की उप सचिव अंजू मंगला ने सभी आईएएस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से नया पद संभालने के आदेश जारी किए हैं। सभी का तत्काल प्रभाव से ट्रांसफर किया गया है। कई आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है।दिल्ली की नई आबकारी नीति को बनाने और उसे लागू करने में नियमों की अनदेखी करने के आरोप से घिरे नौ अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। पूर्व आबकारी आयुक्त आरव गोपी कृष्ण (आइएएस) और उपायुक्त आनंद तिवारी पर निलंबन की तलवार लटक रही है। इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय केंद्रीय गृह मंत्रालय लेगा। इन पर नई आबकारी नीति को बनाने और उसे लागू करने में नियमों की अनदेखी करने का आरोप है।
आदेशों के मुताबिक ट्रांसफर किए गए अधिकारियों के नाम- Transfer of 12![]()
of Delhi, Lt Governor ordered 1. 1990 बैच के एजीएमयूटी कैडर के सीनियर IAS अधिकारी जितेंद्र नरायन 2. 1995 बैच के एजीएमयूटी कैडर के सीनियर IAS अधिकारी अनिल कुमार सिंह 3. 2003 बैच के एजीएमयूटी कैडर के सीनियर IAS अधिकारी विवेक पांडेय 4. 2004 बैच के एजीएमयूटी कैडर के सीनियर IAS अधिकारी शूरबीर सिंह 5. 2004 बैच के एजीएमयूटी कैडर की सीनियर IAS अधिकारी गरिमा गुप्ता 6. 2005 बैच के एजीएमयूटी कैडर के सीनियर IAS अधिकारी आशीष माधराव 7. 2007 बैच के एजीएमयूटी कैडर के सीनियर IAS अधिकारी उदित प्रकाश राय 8. 2007 बैच के एजीएमयूटी कैडर के सीनियर IAS अधिकारी विजेंद्र सिंह 9. 2010 बैच के एजीएमयूटी कैडर के सीनियर IAS अधिकारी कृष्ण कुमार 10. 2010 बैच के एजीएमयूटी कैडर के सीनियर IAS कल्याण सहाय 11. 2012 बैच की एजीएमयूटी कैडर की सीनियर IAS अधिकारी सोनल स्वरूप 12. 2013 बैच के एजीएमयूटी कैडर के सीनियर IAS अधिकारी हेमंत कुमार
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना 12 आईएएस अधिकारियों के तबादलों का आदेश दिया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से प्रभावी हो गया है इस बीच दिल्ली के उपराज्यपाल की शुक्रवार शाम हुई बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नहीं पहुंचे। इससे दोनों के बीच चल रहा तनाव एक बार फिर देखा गया। इन अधिकारियों में जितेंद्र नारायण सिंह को डीएफसी के सीएमडी पद पर तैनात किया गया है। इनके अतिरिक्त अनिल कुमार सिंह को विकास आयुक्त, सचिव (AR) विवेक पांडे सचिव (IT) बनाया गया है।बता दें, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के आवास पर छापे के बाद अब CBI की ओर से दर्ज FIR की जानकारी भी सामने आई है। इस FIR में पहले नंबर पर आरोपी डिप्टी सीएम सिसोदिया को बनाया गया है। कुछ दिनों पहले नई आबकारी नीति में अनियमितताओं को लेकर उपराज्यपाल ने CBI जांच की सिफारिश की थी। इसके बाद IAS आरव गोपी कृष्ण को आरोपी बनाया गया है। CBI ने डिप्टी सीएम के अलावा IAS अधिकारी आरव गोपी कृष्ण के परिसरों में भी छापा मारा है। इस मामले में मनीष सिसोदिया और IAS आरव गोपी समेत 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज है, जिसके तहत CBI ने देश के 7 राज्यों में 31 जगहों पर छापेमारी की है
दिल्ली सरकार और दिल्ली के उपराज्यपाल नई आबकारी नीति को लेकर आमने सामने हैं। कुछ दिनों पहले नई आबकारी नीति में अनियमितताओं को लेकर उपराज्यपाल ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। शुक्रवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर सहित देशभर में कई ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की थी। शराब घोटाले केस में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर से 14 घंटे बाद सीबीआई की टीम बाहर निकली। आपको बता दें, सुबह जो रेड शुरू हुई थी, वो देर रात तक चली। खबरों की मानें तो जांच के दौरान कुछ सीक्रेट डॉक्यूमेंट भी बरामद किए गए हैं। वहीं सीबीआई रेड पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज सुबह सीबीआई की टीम आई। उन्होंने मेरे घर की तलाशी ली और मेरा कंप्यूटर और फोन जब्त कर लिया। मेरे परिवार ने उनका साथ दिया और आगे भी सहयोग करते रहेंगे। हमने कोई भ्रष्टाचार या गलत नहीं किया है। हम चिंतित नहीं है। हम जानते हैं कि सीबीआई का दुरुपयोग हो रहा है। ऊपर से ऑर्डर दिए जा रहे हैं। हम किसी से नहीं डरते हैं।मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि हम इमानदारी से काम कर रहे हैं। हमने अस्पताल बनवाए हैं। केंद्र सरकार एजेंसी का जितना दुरूप्रयोग करना चाहे करे। हम लोगों के हिस में अच्चा काम करते रहेंगे। दिल्ली सरकार के अच्छे कामों को रोकने की कोशिश की जा रही है. हमने कुछ गलत नहीं किया है। उन्होंने (सीबीआई ने) मुझे (आगे की पूछताछ के लिए) नहीं बुलाया है। सीबीआई ने मेरा कंप्यूटर, फोन और कुछ फाइलें ले ली हैं