अभी हाल ही में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के बारे में तो आपने सुना ही होगा! बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स के पहले दिन भारतीय खिलाड़ियों ने भले ही मेडल नहीं जीता लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से फैंस का दिल जीत लिया। इन्हीं में से एक भारत की 14 साल की स्टार स्क्वैश प्लेयर अनाहत सिंह रही जिन्होंने अपने से बड़ी उम्र की प्रतियोगी को हराकर सनसनी मचा दी। अनाहत ने राउंड ऑफ 64 में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए सेंट विंसेट एंड ग्रेनेजियन्स की खिलाड़ी जेडा रोस पर धमाकेदार जीत दर्ज की। अनाहत ने इस मुकाबले को 11-5 11-2 11-0 से जीता। अनाहत इस जीत के बाद भावुक हो गई लेकिन इसके बाद उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए सबका अभिवादन किया।
बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स में अनाहत भारतीय दल की सबसे युवा खिलाड़ी हैं। अनाहत स्क्वैश प्रतियोगिता में सिंगल्स के अलावा महिला डबल्स में सुनयना कुरुविला के साथ मैच खेलने खेलने उतरेगी। अनाहत के अवाला भारती की तरफ से स्क्वैश में सौरव घोषाल और दीपिका पल्लीकल जैसी खिलाडी भी हिस्सा ले रही हैं।
वहीं दिल्ली की रहने वाली अनाहत सिंह का जन्म 13 मार्च 2008 को हुआ था। उनके पिता गुरशरण सिंह पेशे से वकील हैं। वहीं उनकी मां तानी सिंह इंटीरियर डिजाइनर हैं। अनाहत घर में उनकी बड़ी बहन अमीरा भी स्क्वैश खेलती हैं। अमीरा स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद फिलहाल हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रही हैं। वह अभी हार्वर्ड महिला टीम के लिए स्क्वैश खेलती हैं। अनाहत फिलहाल दिल्ली में कक्षा नौवीं की छात्रा हैं।
कॉमनवेल्थ गेम्स के पहले दिन भारतीय खिलाड़ियों की धूम रही। खास तौर से बैडमिंटन ने में टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ 5-0 से जीत दर्ज शानदार शुरुआत की। बैडमिंटन में भारत ने टीम और सिंगल्स के सभी मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाड़ियों को करारी मात दी थी।
वहीं हॉकी में भारत ने घना को हराकर धमाकेदार शुरुआत की थी हॉकी में भारत की महिला और पुरुष दोनों टीमों ने जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की थी।हालांकि कॉमनवेल्थ गेम्स में पहली बार हिस्सा ले रही भारतीय महिला क्रिकेट टीम को निराशा हाथ लगी और उसे टी20 विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के हाथों करीबी हार का सामना करना पड़ा। कॉमनवेल्थ गेम्स में यह सिर्फ दूसरी बार है जब क्रिकेट को इसमें शामिल किया गया है।
काॅमनवेल्थ खेलों में भारतीय एथलीट्स का प्रदर्शन सराहनीय रहा। भारत के खाते में कई मेडल आए। 22 गोल्ड मेडल के साथ भारत चौथे नंबर पर रहा। इसके साथ ही भारत के खिलाड़ियों ने 32 सिल्वर और 34 कांस्य पदक हासिल किए। भारतीय महिला खिलाड़ियों ने जोरदार प्रदर्शन करके दिखाया। मीरा बाई चानू, पीवी सिंधू, निखत जरीन, अंशू मलिक और साक्षी मलिक समेत कई महिला एथलीट ने भारत का नाम रोशन किया। काॅमनवेल्थ खेल 2022 में शामिल होने वाले एथलीट में एक नाम बहुत चर्चा में रहा। भले ही वह काॅमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए कोई पदक नहीं ला पाईं लेकिन उन्होंने लोगों का सम्मान जरूर हासिल किया। यहां बात हो रही है काॅमनवेल्थ गेम्स में भारत की ओर से शामिल हुईं सबसे कम उम्र की प्रतिभागी अनाहत सिंह की। अनाहत महत 14 साल ही हैं और 9वीं कक्षा की छात्रा हैं।
अनाहत सिंह दिल्ली की रहने वाली एक 14 साल की खिलाड़ी हैं। अनाहत सिंह स्क्वैश प्लेयर हैं, जो इस साल बर्मिंघम में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की ओर से शामिल हुईं। अनाहत के नाम पर कई उपलब्धियां और पदक हैं। अनाहत ने साल 2019 में ब्रिटिश ओपन में स्वर्ण पदक जीता था। वहीं 2020 में ब्रिटिश एंड मलेशिया जूनियर ओपन में रजत पदक हासिल किया था।
अनाहत ने महज 6 साल की उम्र में बैडमिंटन खेलना शुरू किया था। बचपन से ही खेल में रूचि रखने वाली अनाहत ने बाद में स्क्वैश खेलना शुरू किया तो उनका इस खेल के प्रति लगाव बढ़ता गया। उस दौरान अनाहत अपनी बहन के साथ खेलने जाया करती थीं। उनकी बहन भी खेल से जुड़ी हैं। एक बार अनाहत की बहन पश्चिम बंगाल में हो रहे टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए गई थीं। अनाहत भी बहन के साथ पहुंचीं। यहां से ही स्क्वैश में उनकी रुचि बढ़ी।
एक इंटरव्यू के दौरान अनाहत ने बताया कि बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को देखकर ही उन्होंने भी बैडमिंटन खेलना शुरू किया था। वह पीवी सिंधु को अपना आदर्श मानती हैं। अनाहत कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल होने से पहले भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत चुकी हैं। कई टूर्नामेंट में जीत हासिल करने वाली अनाहत ने ब्रिटिश ओपन में गोल्ड मेडल जीत कर भारत का मान बढ़ाया था। वहीं कॉमनवेल्थ गेम्स में भी उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया।