गुजरात में गणेश प्रतिमा ले जाते समय 2 समुदायों के बीच झड़प l

गुजरात के वडोदरा में 2 समुदायों के बीच गणेश प्रतिमा को स्थापना के लिए ले जाते समय झड़प हुई है।  दरअसल यह झड़प उस समय हुई जब शहर में भगवान गणेश की शोभायात्रा निकाली जा रही थी। इस दौरान दो समुदायों के बीच मारपीट हो गई। मामले को लेकर पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान लोगों ने पथराव भी किया।पुलिस ने इस मामले में फौरन कार्रवाई करते हुए दोनों पक्षों के 13 लोगों को हिरासत में ले लिया है और FIR भी दर्ज कर ली है। घटना वडोदरा के मांडवी के पास पानीगेट इलाके की है, जहां सोमवार को देर रात 11 से 12 बजे के बीच दोनों पक्ष उलझ गए। हालांकि पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड में थी, इसलिए किसी तरह की बड़ी घटना नहीं हुई और दोनों पक्षों को हिरासत में ले लिया गया। गणेश चतुर्थी  का पर्व हर साल भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस बार यह पर्व 31 अगस्त को मनाया जाएगा इस बार गणेश चतुर्थी पर शुभ संयोग बन रहा है श्री गणेश चतुर्थी का पर्व 10 दिन तक मनाया जाता है। इस समय लोग घर में गणपति की मूर्ति स्थापित करते हैं और दसवें दिन अनंनत चतुर्दशी के दिन गणेश जी का विसर्जन किया जाता है। ऐसी मान्यताएं है कि इन दस दिनों में भगवान गणेश की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

वडोदरा में गणेश उत्सव बड़े पैमाने पर होता है और लोग पूरे उत्साह के साथ गणेश पूजन करते हैं। सोमवार रात कुछ लोग गणेश प्रतिमा को स्थापित करने के लिए ले जा रहे थे। मिली जानकारी के मुताबिक, इसी समय इन लोगों आपस में किसी बात को लेकर विवाद हो गया, जिसमें एक शख्स ने दूसरे को पत्थर मार दिया। ऐसे में एक पत्थर पास से निकल रहे दूसरे समुदाय के शख्स को लग गया, जिसके बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई। हालांकि पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड में थी, इसलिए किसी तरह की बड़ी घटना नहीं हुई और दोनों पक्षों को हिरासत में ले लिया गया।   बता दें कि यह घटना सोमवार देर रात की है। इस घटना के बाद पुलिस ने अब तक 13 लोगों को हिरासत में लिया है। हालांकि पथराव में किसी व्यक्ति के घायल होने की जानकारी नहीं मिली है। इसको लेकर वडोदरा सिटी पुलिस थाने में दोनों समुदाय के लोगों के खिलाफ दंगा करने और गैरकानूनी तरीके से जमा होने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। शोभायात्रा के दौरान हुई झड़प  इसको लेकर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह दंगे सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील मांडवी इलाके में पानीगेट दरवाजे के पास हुआ। जहां रात में करीब 11 बजकर 15 मिनट पर शोभायात्रा निकल रही थी। इस दौरान अचानक किसी मुद्दे पर दोनों समुदाय के लोगों में झड़प हो गई। मामला इतना बिगड़ गया कि दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर पथराव भी किया।हालांकि पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड में थी, इसलिए किसी तरह की बड़ी घटना नहीं हुई और दोनों पक्षों को हिरासत में ले लिया गया।

इस दौरान पास की एक मस्जिद के मैन गेट का शीशा टूट गया। अधिकारी ने बताया कि मामले को लेकर गैरकानूनी तरीके से जमा होने के संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा-143, दंगा फैलाने के मामले में 147 तथा 336 (मानव जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना), 295 (पूजा स्थल को अपवित्र करना) सहित कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। इस घटना के बाद इलाके में पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है। वहीं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार गश्त की जा रही है। संयुक्त पुलिस आयुक्त चिराग कोराडिया ने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि, ‘‘स्थिति शांतिपूर्ण है और हम लोगों से किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न देने की अपील करते हैं।’’

31 अगस्त से 9 सितंबर 2022 तक पूरे भारत में गणपति उत्सव की धूम देखने को मिलेगी। गणेश उत्सव के पहले दिन श्री गणेश जी की घर में स्थापना की जाती है और पूरे दस दिनों तक उनकी विधि-विधान से पूजा करके आखिरी दिन गणेश विसर्जन किया जाता है। ऐसा कहा जाता है, कि इस दिन बप्पा की भक्ति पूर्वक आराधना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है और जीवन की विघ्न-बाधाएं हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं। उत्सव दस दिनों तक मनाया जाता है, लेकिन गणेश जी के भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार कितने भी दिन के लिए बप्पा को घर ला सकते हैं।