उत्तर प्रदेश विधानसभा में अब विधायक महिलाएं परिवर्तन लाने की स्थिति में दिखाई दे रही है! उत्तर प्रदेश विधानसभा में महिला विधायकों की आवाज गूंजने वाली है। विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान महिला विधायकों को यह मौका प्रदान किया गया है। इसमें उनके स्तर पर उठाई जाने वाली तमाम मुद्दों को ऑन रिकॉर्ड रखा जाएगा। सदन में गुरुवार को महिला विधायक जब आधी आबादी की बात रखेंगी तो उनके मुद्दों में औरतों के हक की वर्तमान की जमीनी हकीकत भी होगी और भविष्य के सपने भी होंगे। अपनी बात रखने के लिए मिलने वाले आठ मिनट में ये सरकार की योजनाओं को धरातल पर परखेंगी भी और उसमें जरूरी बदलावों के सुझाव भी देंगी। बुधवार को सदन के बाद से ही गुरुवार की तैयारियों को फाइन ट्यून करना इन्होंने शुरू कर दिया है।
खीरी की श्रीनगर सीट से विधायक मंजू त्यागी नारी सशक्तीकरण के इर्द-गिर्द ही अपनी बात रखना चाहती हैं। वह कहती हैं, सामान्यत: महिलाओं को अपनी बात रखने का वक्त कम ही मिलता है। जब बात रखने का मौका मिलेगा तो हम बताएंगे कि सरकार ने क्या-क्या काम किए और इन योजनाओं से महिलाओं की दशा में क्या परिवर्तन आए। वहीं भाजपा की रायबरेली सदर सीट से एमएलए अदिति सिंह कहती हैं कि हम सभी की बात रखेंगे। हमारे मुद्दों में तो सभी कुछ है।
कांग्रेस की विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा कहती हैं कि महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की बात होगी। वह कहती हैं, किसी समस्या का प्रभावित पक्ष महिला ही होती है। ऐसे में हर मुद्दे पर बात होगी, फिर चाहे वह कानून व्यवस्था की दिक्कत हो, महंगाई या बेरोजगारी की बात हो। कायमगंज से अपना दल(एस) की विधायक डॉ़ सुरभि कहती हैं कि महिला सशक्तीकरण के कामों को जनता के सामने रखा जाएगा। गुरुवार को विजिटर्स गैलरी में युवा होंगे। उनपर भी यहां की चर्चा का सकारात्मक प्रभाव पड़ना चाहिए।
हाथरस सीट से भाजपा विधायक अंजुला सिंह माहौर कहती हैं कि सरकार ने महिलाओं के हित के लिए बहुत काम किए हैं। अपने क्षेत्र की महिलाओं की आवाज भी सदन में रखूंगी और हमारी मंत्री बताएंगी कि सरकार के पास नारी समाज के लिए क्या योजनाएं हैं। मछलीशहर सीट से सपा विधायक डॉ़ रागिनी सोनकर कहती हैं कि विधानसभा अध्यक्ष के इस प्रयास के लिए मैं धन्यावाद दूंगी। लेकिन महिला सशक्तीकरण के नामपर चल रही योजनाओं की हकीकत पर अपनी बात रखूंगी। सरकार की योजनाएं दिखावा हैं और नाकाफी हैं। मैं पेशे से डॉक्टर हूं तो मरीजों की समस्याएं और डॉक्टरों की दिक्कतें भी रखूंगी।
सदन की विजिटर गैलरी में भी केवल महिलाओं की ही एंट्री रहेगी। स्कूली छात्राओं समेत समाज के अलग-अलग क्षेत्रों से महिलाओं को सदन की कार्यवाही देखने के लिए आमंत्रित किया गया है।खीरी की श्रीनगर सीट से विधायक मंजू त्यागी नारी सशक्तीकरण के इर्द-गिर्द ही अपनी बात रखना चाहती हैं। वह कहती हैं, सामान्यत: महिलाओं को अपनी बात रखने का वक्त कम ही मिलता है। जब बात रखने का मौका मिलेगा तो हम बताएंगे कि सरकार ने क्या-क्या काम किए और इन योजनाओं से महिलाओं की दशा में क्या परिवर्तन आए। वहीं भाजपा की रायबरेली सदर सीट से एमएलए अदिति सिंह कहती हैं कि हम सभी की बात रखेंगे। हमारे मुद्दों में तो सभी कुछ है।
कांग्रेस की विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा कहती हैं कि महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की बात होगी। वह कहती हैं, किसी समस्या का प्रभावित पक्ष महिला ही होती है। ऐसे में हर मुद्दे पर बात होगी, फिर चाहे वह कानून व्यवस्था की दिक्कत हो, महंगाई या बेरोजगारी की बात हो। कायमगंज से अपना दल(एस) की विधायक डॉ़ सुरभि कहती हैं कि महिला सशक्तीकरण के कामों को जनता के सामने रखा जाएगा। गुरुवार को विजिटर्स गैलरी में युवा होंगे।कायमगंज से अपना दल(एस) की विधायक डॉ़ सुरभि कहती हैं कि महिला सशक्तीकरण के कामों को जनता के सामने रखा जाएगा। गुरुवार को विजिटर्स गैलरी में युवा होंगे। उनपर भी यहां की चर्चा का सकारात्मक प्रभाव पड़ना चाहिए।विधानसभा में कुल 47 महिला सदस्य हैं। कार्यवाही के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद रहेंगे। विशेष आयोजन के लिए योगी ने सभी महिला सदस्यों को पत्र लिखकर महिला सशक्तीकरण की दिशा में उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी थी। उनपर भी यहां की चर्चा का सकारात्मक प्रभाव पड़ना चाहिए।विधानसभा में कुल 47 महिला सदस्य हैं। कार्यवाही के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद रहेंगे। विशेष आयोजन के लिए योगी ने सभी महिला सदस्यों को पत्र लिखकर महिला सशक्तीकरण की दिशा में उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी थी।