यूपी के भदोही जिले में रविवार की रात बड़ा हादसा हो गया। वहां एक दुर्गा पूजा पंडाल में भीषण आग लग गई। इसमें 12 और 10 साल के 2 लड़कों और 45 साल की एक महिला की मौत हो गई। जबकि 67 अन्य लोग झुलस गए। गंभीर रूप से झुलसे 42 लोगों को वाराणसी में भर्ती कराया गया। झुलसे लोगों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड के जवानों ने आग पर काबू पा लिया। शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई गई है। एडीजी राम कुमार ने हादसे की जांच के लिए 4 सदस्यीय एसआईटी गठित कर दी है। औराई स्थित नारथुआ गांव के इस पूजा पंडाल में रात करीब नौ बजे आरती हो रही थी। तभी अचानक आग लग गई। आग की चपेट में पूरा पंडाल आ गया। आग पर काबू पाने के लिए मिर्जापुर से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाईं गई थी।
डीएम गौरांग राठी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में शार्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आई है। औराई-भदोही मार्ग पर नरथुआं स्थित एकता क्लब का पंडाल काफी आकर्षक होने से यहां नवरात्र में भीड़ जुटती है। रविवार रात करीब 8 बजे 150 से अधिक लोग पंडाल में मौजूद थे। लोग आरती में शामिल होकर जयकारा लगा रहे थे। पंडाल में डिजिटल शो भी चल रहा था। इसी दौरान अचानक आग लग गई। जिसे देख वहां भगदड़ मच गई। देखते ही देखते पूरा पंडाल धू-धूकर जलने लगा। मौके पर चीखपुकार मच गई। जिसे जिधर से रास्ता मिला भागने लगा। उसके बाद झुलसे लोगों को सीएचसी औराई, सूर्या ट्रामा सेंटर सहित अन्य निजी अस्पतालों में पहुंचाया गया। आग से झुलसे बच्चों की चीख सुनकर वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ’20 सेकेंड में आग पूरे पंडाल में फैल गई। पहले तो लोगों को कुछ समझ ही नहीं आया। जैसे ही आग की लपटें बढ़ीं, अफरा-तफरी मच गई। जिसे जहां जगह मिली, लोग वहां भागने लगे। भीड़ ज्यादा होने की वजह से लोग जब तक बाहर निकलते, उससे पहले आग की चपेट में आ गए।’ स्थानीय लोगों ने किसी तरह उन्हें निकाला। तब तक 67 लोग बुरी तरह जख्मी हो गए थे। इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहाहै। सभी घायलों को इलाज के लिए वाराणसी और प्रगायराज ले जाया गया। हादसे के 3 घंटे बाद रविवार रात 11 बजे घायल 12 साल के अंकुश सोनी और 45 साल की जया देवी ने दम तोड़ दिया। इसके बाद, सोमवार सुबह 9 बजे फिर बुरी खबर आई। 8 साल के हर्षवर्धन, 10 साल के नवीन और 48 साल की आरती भी जिंदगी की जंग हार गईं। इस तरह इस हादसे में अब तक 5 लोग दम तोड़ चुके हैं। 47 की हालत गंभीर है। इनके अलावा 15 लोग मामूली रूप झुलसे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
रविवार शाम हादसे की सूचना मिलते ही डीएम-एसपी व अन्य अधिकारी और दमकल टीम मौके पर पहुंच गई। डीएम गौरांग राठी और एसपी डॉ. अनिल कुमार मौके पर बचाव कार्य की निगरानी करते और जरूरी निर्देश देते रहे। बाद में एडीजी जोन रामकुमार और विंध्याचल कमिश्नर योगेश्वर राम मिश्र भी पहुंचे। डीएम के मुताबिक, आशंका है कि शार्ट सर्किट से आग लगी है। दमकल टीम ने एक घंटे में आग पर काबू पाया। दमकल विभाग के एक सीनियर अफसर ने बताया, “पंडाल को गुफा जैसा बनाया गया था। गुफा को बर्फीला-पथरीला और ऊबड़-खाबड़ दिखाने के लिए उसमें सिल्वर फॉयल जैसी पन्नी लगाई गई थी। घटना के वक्त पंडाल में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। इसी दौरान एक वायर में स्पार्किंग हुई और आग लग गई। पंडाल में सिल्वर फॉयल लगे होने की वजह आग ने कुछ ही सेकेंड में सबकुछ अपने जद में ले लिया।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी से हादसे के बारे में जानकारी ली और झुलसे लोगों के बेहतर इलाज का प्रबंध करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने हादसे के तुरंत बाद राहत कार्य युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए। एडीजी जोन रामकुमार ने कहा कि हादसे की जांच के लिए पुलिस-प्रशासन और फोरेंसिक एक्सपर्ट की संयुक्त टीम गठित की जा रही है। घटना के कारण और लापरवाही के आरोपों की जांच की जाएगी। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। घटना की जांच के लिए एडीजी राम कुमार ने चार सदस्य एसआईटी गठित कर दी है। इसमें अपर जिलाधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक, एक्सईएन हाईडिल और फायर सेफ्टी ऑफिसर शामिल हैं।