हाल के दिनों में राहुल गांधी अटल बिहारी वाजपेई की नकल करते हुए नजर आए! कल सूरज ने कहा सियाह रात से, ये वक़्त अब तेरे ढलने का है। बादलों की ओट हो या तूफानों का साया, ये वक़्त अब मेरे निकलने का है… आसमान से गिरती बारिश की बूंदों के बीच राहुल गांधी के भाषण देने वाली तस्वीर शेयर करते हुए कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से ये लाइनें शेयर की गई हैं। पिछले 24 घंटे से राहुल की इस तस्वीर को कांग्रेस के नेता और समर्थक जोर-शोर से शेयर कर रहे हैं। रविवार को राहुल गांधी ने मैसूर में बारिश के बीच जनसभा को संबोधित किया। बारिश हो रही थी और राहुल कह रहे थे, ‘कन्याकुमारी से कश्मीर तक ये यात्रा चलेगी, रुकेगी नहीं, बारिश आ रही है बारिश ने इस यात्रा को नहीं रोका, गर्मी-तूफान, ठंड इस यात्रा को नहीं रोकने वाली।’ कांग्रेस नेता सोशल मीडिया पर छा गए तो शरद पवार की पार्टी NCP ने भी अपने नेता का एक वाकया साझा किया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता क्लाईड क्रास्टो ने राहुल की तस्वीर के साथ शरद पवार की भी तस्वीर साझा की, जिसमें वह बारिश में भीगते हुए सभा को संबोधित करते हुए दिखाई देते हैं। हालांकि बारिश में भीगते हुए भाषण देने वाले नेताओं की फेहरिस्त में एक बड़ा नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी है। हो सकता है झारखंड के बुजुर्गों को वह दिन याद हो।
वह साल था 1981 और अटल बिहारी वाजपेयी रांची आए हुए थे। उन्हें सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। जैसे ही अटल ने बोलना शुरू किया, बारिश शुरू हो गई। टिप-टिप बारिश की बूंदें भिगोती रहीं लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी अपने अंदाज में भाषण देते रहे। पूर्व पीएम के निधन पर यह किस्सा सुनाते हुए संजय सेठ ने एक इंटरव्यू में बताया था कि भीगते हुए अटल बिहारी वाजपेयी ने मंच से कहा था कि जब तक आप भीगोगे तब तक मैं भीगूंगा और जब तक आप सुनोगे तब तक मैं सुनाऊंगा। इसके बाद खूब तालियां बजीं। बताते हैं कि उस दिन करीब डेढ़ घंटे तक अटल बिहारी वाजपेयी ने अपना भाषण दिया था और जनता टस से मस नहीं हुई। बारिश के बावजूद लोग उन्हें सुनते रहे।
इधर, भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे राहुल गांधी का रविवार को मैसूर में संबोधन था। शहर के बाहरी इलाके में जैसे ही वह गांधी जनसभा स्थल पहुंचे, तेज बारिश शुरू हो गई। वायनाड के सांसद ने बिना रुके या छाता लिए अपना भाषण जारी रखा। यह देख लोगों ने भी हौसला बढ़ाया और नारेबाजी की। राहुल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से देश को एकजुट करने से हमें कोई नहीं रोक सकता है। उन्होंने आगे कहा, ‘…आप देख रहे हैं कि वर्षा हो रही है लेकिन वर्षा इस यात्रा को नहीं रोक पाई।’
उधर, NCP ने राहुल के भाषण की तुलना 2019 में एक उपचुनाव के दौरान बारिश के बीच शरद पवार के भाषण देते रहने से की। पार्टी प्रवक्ता क्लाईड क्रास्टो ने ट्वीट किया, ‘समय ने साबित किया है और समय साबित करेगा। जब भी इंद्र देवता आपको आशीर्वाद देने का फैसला करेंगे तब विपक्षी खेमे में जल्द तूफान आएगा।’
वह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैसूर में दिए भाषण की तरफ इशारा कर रहे थे।
वह साल था 1981 और अटल बिहारी वाजपेयी रांची आए हुए थे। उन्हें सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। जैसे ही अटल ने बोलना शुरू किया, बारिश शुरू हो गई। टिप-टिप बारिश की बूंदें भिगोती रहीं लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी अपने अंदाज में भाषण देते रहे। पूर्व पीएम के निधन पर यह किस्सा सुनाते हुए संजय सेठ ने एक इंटरव्यू में बताया था कि भीगते हुए अटल बिहारी वाजपेयी ने मंच से कहा था कि जब तक आप भीगोगे तब तक मैं भीगूंगा और जब तक आप सुनोगे तब तक मैं सुनाऊंगा। इसके बाद खूब तालियां बजीं। बताते हैं कि उस दिन करीब डेढ़ घंटे तक अटल बिहारी वाजपेयी ने अपना भाषण दिया था और जनता टस से मस नहीं हुई। बारिश के बावजूद लोग उन्हें सुनते रहे।
अक्टूबर 2019 में लोकसभा उपचुनाव के दौरान सतारा में पवार ने भीगते हुए रैली को संबोधित किया था। पवार की रैली 18 अक्टूबर 2019 को NCP उम्मीदवार श्रीनिवास पाटिल के समर्थन में हुई थी। एनसीपी सदस्य उयदनराजे भोसले के इस्तीफे के बाद यह उपचुनाव हुआ था। तब भोसले भाजपा में चले गए थे।