केंद्र सरकार की आयुष्मान और राजस्थान सरकार की चिरंजीवी योजना, आखिर कौन बेहतर है यह सबसे बड़ा सवाल है! आयुष्मान भारत योजना और राजस्थान में गहलोत सरकार की मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में से कौन-सी बेहतर है। पीएम मोदी के राजस्थान दौरे के बाद से यह बहस का विषय बन गया है। पीएम मंगलवार को बांसवाड़ा जिले में मानगढ़ धाम पहुंचे थे। यहां एक क्रार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान के चिरंजीवी मॉडल को पूरे देश में लागू करने की मांग कर दी। गहलोत ने कहा कि पीएम चिरंजीवी मॉडल की जांच करवाएं और अच्छी लगे तो इसे पूरे देश में लागू करवाएं। आयुष्मान भारत योजना और चिरंजीवी योजना दोनों ही स्वास्थ्य बीमा योजनाएं हैं। आयुष्मान भारत योजना केंद्र सरकार द्वारा संचालित है। आइए जानते हैं इन योजनाओं में लोगों को क्या-क्या फायदे मिलते हैं।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने मौजूदा कार्यकाल में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना लॉन्च की है। इस योजना में राज्य के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा कवर देने की पेशकश की गई। राज्य के सरकारी अस्पतालों में तो इलाज, जांच और दवाएं पहले से फ्री थीं। चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना के आने के बाद राज्य सरकार द्वारा चयनित निजी अस्पतालों में भी 10 लाख रुपए तक का इलाज फ्री हो गया। इस योजना के तहत करीब 1576 बीमारियों को कवर किया गया है। केंसर, किडनी और हार्ट ट्रांसप्लांट जैसी गंभीर बीमारियों को भी इस योजना के अंतर्गत लिया गया है। इस तरह चिरंजीवी योजना से गंभीर बीमारियों का इलाज भी मुफ्त में करवाया जा सकता है।
राजस्थान की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में प्रदेश का हर परिवार कवर हो सकता है। इसके लिए परिवार की महिला मुखिया के नाम से बने जन आधार कार्ड की आवश्यकता होती है। जन आधार कार्ड के जरिए ऑनलाइन माध्यम से चिरंजीवी योजना के लिए आवेदन किया जाता हैं। इसके बाद रजिस्टर्ड परिवारों को सरकारी और राज्य सरकार द्वारा चयनित निजी अस्पतालों में लिस्टेड बीमारियों के मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है।केवल 850 रुपए सालाना प्रीमियम जमा कर पूरे परिवार का इलाज इस योजना के तहत करवाया जा सकता है। योजना में लघु एवं सिमांत किसान, संविदाकर्मी, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का लाभ लेने वाले परिवार, सामाजिक और आर्थिक जनगणना के पात्र परिवार और निराश्रित एवं असहाय परिवार के लिए कोई प्रीमियम देय नहीं है। वहीं, सरकारी कर्मचारी मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं।
आयुष्मान भारत या आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना देश की सबसे बड़ी पेपरलेस स्वास्थ्य बीमा योजना है। पीएम मोदी ने 23 सितंबर 2018 को यह योजना लॉन्च की थी। यह योजना कैशलेस मेडिकल कवर प्रदान करती है। भारत सरकार की इस योजना में सरकारी अस्पतालों और नेटवर्क प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए वंचित परिवारों को वित्तीय मदद प्रदान की जाती है।आयुष्मान भारत योजना योजना पूरे परिवार को 5 लाख रुपये की बीमा राशि के साथ कवर करती है। यह योजना गरीब और लोअर मिडिल इनकम ग्रुप के लोगों के लिए है। यह एक पेपरलेस और कैशलेस योजना है। यह योजना अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद की अवधि की परिवहन लागत की भी भरपाई करती है। इस योजना में मेडिकल ट्रीटमेंट पर आए खर्चे के साथ ही डे-केयर खर्च भी शामिल है। इस योजना में अस्पताल में भर्ती होने के तीन दिन पहले और छुट्टी होने के 15 बाद तक के खर्चे कवर होते हैं। आयुष्मान योजना यह सुनिश्चित करती है कि रजिस्टर्ड व्यक्तियों और उनके परिवारों के लिए जीरो कॉस्ट पर ट्रीटमेंट और हेल्थ केयर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
योजना में शामिल पैकेज 25 विशेष कैटेगरीज की पेशकश करता है, जिसमें 1,354 मेडिकल और सर्जिकल ट्रीटमेंट शामिल हैं। मल्टीपल सर्जरी के मामले में उच्चतम पैकेज की लागत सरकार द्वारा वहन की जाती है। यह योजना 50 विभिन्न प्रकार के कैंसर के लिए कीमोथेरेपी के साथ ऑन्कोलॉजी की लागत को भी कवर करती है।आयुष्मान भारत योजना का फायदा उन लोगों को नहीं मिलता जिनके पास फ्रीज, टू-व्हीलर, थ्री व्हीलर या कार हो। सरकारी कर्मचारियों भी इस योजना के पात्र नहीं हैं। जिन लोगों की मासिक आय 10,000 रुपये से अधिक है, वे इस योजना का फायदा नहीं उठा सकते। जिनके पास कृषि से संबंधित मशीनरी या उपकरण हैं, वे इस सुविधा का लाभ नहीं ले पाएंगे। जिन लोगों के घर अच्छे से बने हुए हैं, उनको भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। किसान कार्ड वाले लोग भी इस योजना का फायदा नहीं उठा सकते। इसके अलावा जिनके पास 5 एकड़ से अधिक कृषि से संबंधित जमीन है, वे भी योजना का फायदा नहीं उठा सकते।