जानिए क्या था तेल चोर गैंग का प्लान?

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एक ऐसी चोरी जिसमे तेल की चोरी कर ली गयी और वह भी 400 करोड रुपए के तेल की! कुछ साल पहले सैंडी यानी संदीप ने एक ऐसा प्लान बनाया कि चंद सालों में ही वो और उसके गैंग के साथी करोड़पति बन गए। चोरी का एक ऐसा प्लान जिसके बारे में सोचना किसी के लिए भी मुश्किल है। कार चोर, जूलरी चोर, बैंक लुटरे इन सबके बारे में तो आपने पहले भी सुना होगा, लेकिन सैंडी और साथियों का प्लान वाकई बेहद अलग था। हम सोना-चांदी या कार नहीं चुराएंगे, हम चुराएंगे तेल’ सैंडी ने अपने दोस्तों को अपना प्लान बताया और फिर शुरु हुआ एक ऐसा खेल जो सालों से चला आ रहा था। सैंडी ने सबसे पहले अपने गैंग को मजबूत किया। देश के हर हिस्से में उसके गैंग के लोग फैले हुए थे और काम था पाइपलाइन से कच्चे तेल को चुराना। कच्चे तेल के दाम बाजार में काफी ज्यादा है और इस तरह की चोरी में किसी को शक होने की भी गुंजाइश काफी कम थी। बस चुपचाप ये गैंग अपने काम में लग गया, लेकिन सवाल ये था कि कच्चे तेल को कैसे चुराया जाए।

शातिर सैंडी ने इस बात के लिए भी पूरी तरह से तैयार था। इस गैंग ने देश के अलग-अलग हिस्सों में उस इलाके को चुना जहां-जहां से तेल की पाइपलाइन गुजरती है। अब इनका अगला काम था उस इलाके में कुछ मकान किराए पर लेना। तेल चोर गैंग के लोग कुछ दिन तक उन किराए के मकानों में रहते। इनके लोग इस तरह से रहते कि किसी को शक भी नहीं होता। रात करीब 1 बजे के बाद शुरू होता इनका काम। जब इलाके के लोग सो जाते तो ये शुरू करते तेल की चोरी। ये लोग तेल की पाइपलाइन में रात में लीकेज कर देते और फिर उस जगह से तेल को अपने टैंकर में भर लेते। अंधेरे में ही ये रोज एक-दो टैंकर तेल चुरा लेते।

कच्चे तेल की कीमत मार्केट में काफी ज्यादा है। एक लीटर क्रूड ऑयल करीब 40 रुपये का आता है और ये लोग एक रात में ही सैकड़ों लीटर तेल चुरा लेते यानी लाखों रूपये का तेल।अब इनका अगला काम था उस इलाके में कुछ मकान किराए पर लेना। तेल चोर गैंग के लोग कुछ दिन तक उन किराए के मकानों में रहते। इनके लोग इस तरह से रहते कि किसी को शक भी नहीं होता। रात करीब 1 बजे के बाद शुरू होता इनका काम। जब इलाके के लोग सो जाते तो ये शुरू करते तेल की चोरी। ये लोग तेल की पाइपलाइन में रात में लीकेज कर देते और फिर उस जगह से तेल को अपने टैंकर में भर लेते। अंधेरे में ही ये रोज एक-दो टैंकर तेल चुरा लेते। इस गैंग ने कई और लोगों से सांठ-गांठ की हुई थी जो इनके तेल को खरीदता देश के कई राज्यों में ये इस तरह से चोरी कर रहे थे। खास बात ये थी कि जैसे ही एक इलाके से इनका काम निपटता ये गैंग वहां से गायब हो जाता। पुलिस के लिए इन्हें पकड़ना आसान नहीं था।

पिछले कई सालों से देशभर में तेल चोरी की घटनाएं सामने आ रही थी। तेल चोरी हो रहा है इस बात का पता प्रशासन और पुलिस को था, लेकिन सैंडी का गैंग इसे कैसे अंजाम दे रहा है ये बात पुलिस को समझ नहीं आ पा रही थी।अब इनका अगला काम था उस इलाके में कुछ मकान किराए पर लेना। तेल चोर गैंग के लोग कुछ दिन तक उन किराए के मकानों में रहते। इनके लोग इस तरह से रहते कि किसी को शक भी नहीं होता। रात करीब 1 बजे के बाद शुरू होता इनका काम। जब इलाके के लोग सो जाते तो ये शुरू करते तेल की चोरी। ये लोग तेल की पाइपलाइन में रात में लीकेज कर देते और फिर उस जगह से तेल को अपने टैंकर में भर लेते। अंधेरे में ही ये रोज एक-दो टैंकर तेल चुरा लेते। कई बार अलग-अलग जगह से कुछ तेल चोर गिरफ्तार भी हुए, जिसके बाद धीरे-धीरे पुलिस को सैंडी के गैंग का पता चला। काफी समय से पुलिस इस मास्टरमाइंड की तलाश कर रही थी। इस गैंग ने अब तक 400 करोड़ रूपये का तेल चुरा लिया था और सैंडी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया था। कल सूरत की क्राइम ब्रांच टीम ने 400 करोड़ के इस तेल चोर को गिरफ्तार कर एक बहुत बड़े गैंग का भांडाफोड़ किया है। सैंडी गुजरात एटीएस के गुजरात कंट्रोल ऑफ टेररिज्म एंड ऑर्गेनाइज्ड एक्ट के केस में मुख्य आरोपी था। अब पुलिस इसे बड़ी कामयाबी मान रही है। तेल चोर सैंडी यानी संदीप के के खिलाफ गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और बिहार में भी 20 केस दर्ज है।