आज हम आपको दाऊद इब्राहिम की गली की कहानी बताने जा रहे हैं! देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एक काफी पुराना बाजार है, जिसका नाम है ‘भिंडी बाजार या भेंडी बाजार’। इस बाजार को लोग मुंबई के चोर बाजार के नाम से भी जानते हैं। मजे की बात ये है कि इस बाजार का भिंडी सब्जी से कुछ लेना देना नहीं है। न तो यहां भिंडी मिलती है, न ही कोई और सब्जी। अब आप सोच रहे होंगे कि फिर इसका नाम सब्जी के नाम पर क्यों पड़ा? दरअसल, ये बाजार अंग्रेजों के जमाने का है। ब्रिटिश जमाने में इस जगह का नाम ‘बिहाइंड द बाजार’ हुआ करता था। लेकिन मुंबई में रहने वाले देसी लोगों की जुबान पर आते ही ये भिंडी बाजार हो गया। फिर क्या था तभी से इसे सब भिंडी या भेंडी बाजार के नाम से ही जानते हैं। अंग्रेजी हुकूमत के वक्त की बिहाइंड द बाजार का देशी नाम दो तरह का पड़ा। कुछ लोग इसे भिंडी बाजार कहते हैं तो कुछ भेंडी बाजार। दरअसल, मुंबई की लोकल भाषा मराठी है। ऐसे में मराठी भाषी लोग इसे भेंडी बाजार करने लगे, तो हिंदी भाषी लोगों ने इसका नाम भिंडी बाजार रख दिया। ये बाजार दक्षिणी मुंबई में मोहम्मद अली रोड और खेतवाड़ी के बीच स्थित है। इस बाजार के सबसे नजदीकी में मुंबई हार्बर लाइन पर सेंड हर्स्ट रोड स्टेशन है। इसके अलावा यहां वेस्टर्न लाइन पर चरनी रोड और ग्रांट रोड स्टेशन होकर भी पहुंचा जा सकता है।
मुंबई का भेंडी बाजार को लोग चोर बाजार के नाम से भी जानते हैं। इस बाजार में आपको हर तरह के इलेक्ट्रॉनिक चीजें आसानी से मिल जाती हैं।फिर क्या था तभी से इसे सब भिंडी या भेंडी बाजार के नाम से ही जानते हैं।फिर क्या था तभी से इसे सब भिंडी या भेंडी बाजार के नाम से ही जानते हैं। अंग्रेजी हुकूमत के वक्त की बिहाइंड द बाजार का देशी नाम दो तरह का पड़ा। कुछ लोग इसे भिंडी बाजार कहते हैं तो कुछ भेंडी बाजार। दरअसल, मुंबई की लोकल भाषा मराठी है। ऐसे में मराठी भाषी लोग इसे भेंडी बाजार करने लगे, तो हिंदी भाषी लोगों ने इसका नाम भिंडी बाजार रख दिया। ये बाजार दक्षिणी मुंबई में मोहम्मद अली रोड और खेतवाड़ी के बीच स्थित है। इस बाजार के सबसे नजदीकी में मुंबई हार्बर लाइन पर सेंड हर्स्ट रोड स्टेशन है। इसके अलावा यहां वेस्टर्न लाइन पर चरनी रोड और ग्रांट रोड स्टेशन होकर भी पहुंचा जा सकता है। अंग्रेजी हुकूमत के वक्त की बिहाइंड द बाजार का देशी नाम दो तरह का पड़ा। कुछ लोग इसे भिंडी बाजार कहते हैं तो कुछ भेंडी बाजार। दरअसल, मुंबई की लोकल भाषा मराठी है। ऐसे में मराठी भाषी लोग इसे भेंडी बाजार करने लगे, तो हिंदी भाषी लोगों ने इसका नाम भिंडी बाजार रख दिया। ये बाजार दक्षिणी मुंबई में मोहम्मद अली रोड और खेतवाड़ी के बीच स्थित है। इस बाजार के सबसे नजदीकी में मुंबई हार्बर लाइन पर सेंड हर्स्ट रोड स्टेशन है। इसके अलावा यहां वेस्टर्न लाइन पर चरनी रोड और ग्रांट रोड स्टेशन होकर भी पहुंचा जा सकता है। यहां दूसरे देशों से आयात किए गए इलेक्ट्रॉनिक प्रोडेक्ट भी अच्छे दामों पर आपको मिल जाएंगे। इस मार्केट के पास में एक और मशहूर क्राफर्ड मार्केट भी है। इस गांव में हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत का लोकप्रिय भेंडी बाजार घराना भी है।
मुंबई का भिंडी बाजार का नाम अंडरवर्ल्ड से संबंधों के लिए भी जाना जाता है। दरअसल, यहां अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की अवैध संपत्ति है। इसके अलावा यहां एक इमारत है जिसका नाम हाजी इस्माइल मुसाफिरखाना है। मुसाफिरखाना बिल्डिंग को अंडरवर्ल्ड आतंकी दाऊद इब्राहिम के भारत में अंतिम पते के रूप में जाना जाता है।मुंबई का भिंडी बाजार का नाम अंडरवर्ल्ड से संबंधों के लिए भी जाना जाता है। दरअसल, यहां अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की अवैध संपत्ति है। इसके अलावा यहां एक इमारत है जिसका नाम हाजी इस्माइल मुसाफिरखाना है। मुसाफिरखाना बिल्डिंग को अंडरवर्ल्ड आतंकी दाऊद इब्राहिम के भारत में अंतिम पते के रूप में जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि साल 1986 में इसी इमारत के दूसरे फ्लोर पर दाऊद इब्राहिम रहा करता था। इस पूरे फ्लोर पर दाऊद का कब्जा था। इसके बाद उसकी अम्मी अमीनाबाई ने यहां कब्जा किया। भिंडी बाजार की गलियों में दाऊद इब्राहिम ने कई साजिशों को रचा। जब दाऊद इब्राहिम भगोड़ा घोषित हो गया तो टाडा कोर्ट ने इस पूरी संपत्ति को अटैच करने का आदेश दिया। 2019 में हाईकोर्ट ने इसे तोड़ने का भी आदेश दिया।ऐसा कहा जाता है कि साल 1986 में इसी इमारत के दूसरे फ्लोर पर दाऊद इब्राहिम रहा करता था। इस पूरे फ्लोर पर दाऊद का कब्जा था। इसके बाद उसकी अम्मी अमीनाबाई ने यहां कब्जा किया। भिंडी बाजार की गलियों में दाऊद इब्राहिम ने कई साजिशों को रचा। जब दाऊद इब्राहिम भगोड़ा घोषित हो गया तो टाडा कोर्ट ने इस पूरी संपत्ति को अटैच करने का आदेश दिया। 2019 में हाईकोर्ट ने इसे तोड़ने का भी आदेश दिया।