अमेरिका ने चीनी गुब्बारा गिरा दिया है! अमेरिका ने चीनी जासूसी गुब्बारे को अटलांटिक महासागर के ऊपर मार गिराया है। इस गुब्बारे को अमेरिकी वायु सेना के एफ-22 रैप्टर विमान ने AIM-9X SIDEWINDER मिसाइल से मार गिराया। इस एक मिसाइल की कीमत 3 करोड़ 13 लाख रुपये से अधिक है। चीनी गुब्बारे को मार गिराने वाले लड़ाकू विमान ने वर्जीनिया के लैंगली एयर फोर्स बेस से उड़ान भरी थी। इस घटना के तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह मिशन में शामिल पायलट को बधाई देना चाहते हैं। हालांकि, चीन ने अमेरिकी मिलिट्री एक्शन पर गुस्से का इजहार करते हुए कहा है कि इसकी कोई जरूरत नहीं थी। चीन ने पहले भी दावा किया था कि यह एक मौसम की जानकारी जुटाने वाला गुब्बारा है, जो रास्ता भटककर अमेरिका पहुंच गया था। चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराने के लिए अमेरिकी एफ-22 लड़ाकू विमान ने एआईएम-9एक्स साइडविंडर मिसाइल का इस्तेमाल किया। AIM-9X SIDEWINDER अमेरिका की सबसे उन्नत हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। इसे अमेरिकी हथियार निर्माता कंपनी रेथियॉन ने विकसित किया है। इस मिसाइल का इस्तेमाल अमेरिकी वायु सेना और नौसेना करती है। यह मिसाइल अपने लक्ष्य का पता लगाने के लिए इंफ्रारेड तकनीक का इस्तेमाल करती है। AIM-9X साइडविंडर मिसाइल वर्तमान में दुनिया भर में 24 से अधिक देशों की सेना में शामिल है। इसकी आपूर्ति नाटो के सदस्य देशों और अमेरिका से जुड़े अन्य देशों को की जाती है।
AIM-9X का डेवलपमेंट एक संयुक्त अमेरिकी नौसेना और अमेरिकी वायु सेना के कार्यक्रम के तहत शुरू हुआ। AIM-9X एक्विजिशन प्रोग्राम को AIM-9M मिसाइल को बदलने के लिए शुरू किया गया था। AIM-9X मिसाइल का पहला टेस्ट मार्च 1999 में किया गया था। इसके बाद 1999 और 2000 के बीच अमेरिकी नौसेना के F/A-18 लड़ाकू विमान और अमेरिकी वायु सेना के F-15 लड़ाकू विमान से मिसाइल के अलग होने के 13 टेस्ट किए गए। इसके बाद से 12 टेस्ट मिसाइल फायरिंग को लेकर किए गए। इस टेस्ट के पूरा होने के बाद नवंबर 2000 में रेथियॉन को AIM-9X के सीमित उत्पादन का अनुबंध प्राप्त हुआ। इस मिसाइल को नवंबर 2003 में हरी झंडी दी गई और बड़े पैमाने पर उत्पादन मई 2004 में शुरू हुआ।
AIM-9X ब्लॉक II मिसाइल का पहला परीक्षण नवंबर 2008 में किया गया। इसे AIM-9X-2 के रूप में भी जाना जाता है। यह मिसाइल लॉक-ऑन-आफ्टर-लॉन्च तकनीक से भी भी लैस है। AIM-9X ब्लॉक II में एक नया डिज़ाइन किया गया फ़्यूज़ और एक यूनिडायरेक्शनल फ़ॉरवर्ड-क्वार्टर डेटा-लिंक है। डेटालिंक इसे बियॉन्ड विजुअल रेंज वाले लक्ष्य को भी मार गिराने में सक्षम बनाती है। सितंबर 2015 में अमेरिकी नौसेना की मंजूरी के बाद AIM-9X साइडविंडर ब्लॉक II इन्फ्रारेड एयर-टू-एयर मिसाइल का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू हुआ। रेथियॉन ने 2018 में AIM-9X साइडविंडर की रेंज को 60% तक बढ़ाने की योजना का खुलासा किया था।
IM-9X में एक अपग्रेडेड थ्रस्ट और वेक्टर कंट्रोल एयरफ्रेम लगा हुआ है। यह हाई परफॉर्मेंस स्टारिंग फोकल प्लेन एरे सेंसर का इस्तेमाल करता है और रॉकेट मोटर, वारहेड और AIM-9M के फ्यूज जैसे कंपोनेंट को एकीकृत भी करता है। इस मिसाइल का डिजिटल डिजाइन आर्किटेक्चर भविष्य की आवश्यकताओं के लिए बदलाव को अनुकूलित कर सकता है। AIM-9X साइडविंडर मिसाइल की लंबाई 3 मीटर, व्यास 12.7 सेमी, फिन स्पैन 44.4 सेमी, पंख फैलाव 35.3 सेमी और वजन लगभग 85 किलोग्राम है। यह 9.36 किलोग्राम के एनुनर ब्लास्ट फ्रेगमेंटेशन वारहेड को दस मील से अधिक की सीमा तक ले जा सकता है।
AIM-9X साइडविंडर मिसाइल में इन्फ्रारेड (आईआर) होमिंग गाइडेंस सेक्शन ट्रैकिंग और नेविगेशन का काम करता है। AIM-9X एक सिस्टम-गाइडेड मिसाइल है जो मिड-वेव IR FPA सीकर से लैस है। इस मिसाइल का डिजिटल डिजाइन आर्किटेक्चर भविष्य की आवश्यकताओं के लिए बदलाव को अनुकूलित कर सकता है। AIM-9X साइडविंडर मिसाइल की लंबाई 3 मीटर, व्यास 12.7 सेमी, फिन स्पैन 44.4 सेमी, पंख फैलाव 35.3 सेमी और वजन लगभग 85 किलोग्राम है। यह 9.36 किलोग्राम के एनुनर ब्लास्ट फ्रेगमेंटेशन वारहेड को दस मील से अधिक की सीमा तक ले जा सकता है।हाई ऑफ-बोरसाइट (HOBS) से लैस AIM-9X साइडविंडर मिसाइल को हेलमेट-माउंटेड साइट से भी फायर किया जा सकता है। यह मिसाइल टारगेट को साधने और ट्रैकिंग के लिए पैसिव इन्फ्रारेड (IR) ऊर्जा का उपयोग करती है। लॉन्च के बाद यह मिसाइल दुश्मन के लड़ाकू विमान के इंजन से निकली गर्मी का पीछा करती है। आईआर होमिंग दिन/रात के दौरान और इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेजर्स को पछाड़कर मिसाइल को लक्ष्य तक पहुंचने योग्य बनाती है। यह मिसाइल नियर बियॉन्ड विजुअल रेंज (NBVR) और विजुअल रेंज (WVR) क्षेत्रों के भीतर लक्ष्य को भेद सकती है।