यह सवाल उठना लाजमी है कि सिद्दूमूसेवाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ भारत कब आएगा! सिंगर सिद्धू मूसेवाला का परिवार धरने पर बैठा और उन्होंने मांग की गोल्डी बराड़ की गिरफ्तारी की, जिसने ली थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी। लॉरेंस बिश्नोई के साथ एक और नाम हमेशा चर्चा में रहता है और वो है गोल्डी बराड़। देश में जब भी कोई गैंगवार होती है तो कनाडा में बैठा गोल्डी बराड़ इसकी जिम्मेदारी ले लेता है। कौन है ये गोल्डी बराड़। क्या कनेक्शन है गोल्डी का लॉरेंस बिश्नोई से? 6 साल से कनाडा में बैठकर भारत में बड़े-बड़े अपराधों को अंजाम दे रहे गोल्डी की कहानी की शुरुआत पंजाब से ही होती है। फरीदकोट के रहने वाले गोल्डी का असली नाम सतिंदर सिंह है। पिता शमशेर सिंह पुलिस में थे, लेकिन बेटे का मन शुरू से ही जुर्म की दुनिया की तरफ खिंचता था। पढ़ाई के दौरान अक्सर उसपर मारपीट झगड़ के आरोप लगते रहते थे। पंजाब में चल रहे वसूली गैंग में गोल्डी ने अहम रोल निभाना शुरू कर दिया था। वो और उसका एक चचेरा भाई गुरलाल बराड़ पर अक्सर मामले दर्ज होते थे। इसी दौरान ये दोनों भाई लॉरेंस बिश्नोई के भी संपर्क में आए थे।
गोल्डी का नाम तब सबसे ज्यादा चर्चा में आया जब उस पर यूथ कांग्रेस के नेता गुरलाल पहलवान की हत्या की साजिश रचने के आरोप लगे। पुलिस उसे तलाश रही थी, लेकिन वो खुद स्टूडेंट विजा पर कनाडा फरार हो गया। कनाडा जाकर भी पंजाब के गैंगस्टर्स से उसके लिंक बने रहे। वो वहीं रहकर लॉरेंस बिश्नई गैंग के लिए काम करने लगा। उसका भाई गुरलाल बराड़ भारत में उसका दाहिना हाथ माना जाता था।
कनाडा में रहकर उसमे लॉरेंस गैंग के लिए नेटवर्किंग शुरू की। गैंग को हथियार दिलावाना उसका ही काम था। दुबई, सऊदी, कनाडा, मेक्सिको जैसे देशों में उसने अपना नेटवर्क शुरू किया। उसके एक फोन पर देश में उसके गुर्गे लोगों की हत्या करवा देते थे। साल 2000 में गोल्डी बराड़ के चचेरे भाई गुरलाल की हत्या करवा दी गई। कहा जाता है कि ये हत्या सिंगर सिद्धू मूसेवाला के कहने पर हुई थी। बस इसी बात का बदला वो सिंगर मूसेवाला ने लेना चाहता था और पिछले साल इसलिए गोल्डी के शूटर्स ने मूसेवाला को गोलियों से भून डाला। मूसेवाला की हत्या के बाद उसने फेसबुक के जरिए इस हत्या की जिम्मेदारी भी ली।
मूसेवाला हत्या के बाद देश-विदेश की पुलिस उसके पीछे पड़ गई थी। कहते हैं मूसेवाला अपना चेहरा बदल-बदलकर अपराधों को अंजाम देता है। उसके एक फोन पर देश में उसके गुर्गे लोगों की हत्या करवा देते थे। साल 2000 में गोल्डी बराड़ के चचेरे भाई गुरलाल की हत्या करवा दी गई। कहा जाता है कि ये हत्या सिंगर सिद्धू मूसेवाला के कहने पर हुई थी। बस इसी बात का बदला वो सिंगर मूसेवाला ने लेना चाहता था और पिछले साल इसलिए गोल्डी के शूटर्स ने मूसेवाला को गोलियों से भून डाला। मूसेवाला की हत्या के बाद उसने फेसबुक के जरिए इस हत्या की जिम्मेदारी भी ली।मूसेवाला मर्डर केस के बाद उसे कनाडा छोड़ना पड़ा और वो अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहने लगा। दिसंबर 2022 में अमेरिकी पुलिस ने गोल्डी को कैलिफोर्निया से गिरफ्तार किया। पंजाब सरकार ने इस बात की पुष्टि भी की थी, लेकिन अब तक गोल्डी का भारत में प्रत्यार्पण नहीं हुआ है। गोल्डी पर मूसेवाला के अलाव कई और हत्याओं के भी आरोप हैं।
अभी कुछ दिन पहले पंजाब की तरनतारन जेल में हुई 2 हत्याओं की जिम्मेदारी भी गोल्डी ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए ली थी।उसके एक फोन पर देश में उसके गुर्गे लोगों की हत्या करवा देते थे। साल 2000 में गोल्डी बराड़ के चचेरे भाई गुरलाल की हत्या करवा दी गई। कहा जाता है कि ये हत्या सिंगर सिद्धू मूसेवाला के कहने पर हुई थी। बस इसी बात का बदला वो सिंगर मूसेवाला ने लेना चाहता था और पिछले साल इसलिए गोल्डी के शूटर्स ने मूसेवाला को गोलियों से भून डाला। मूसेवाला की हत्या के बाद उसने फेसबुक के जरिए इस हत्या की जिम्मेदारी भी ली। लॉरेंस गैंग के नाम पर ही वो अपनी नेटवर्किंग करता है। सिद्धू मूसेवाला का परिवार अब इस बात से काफी खफा नजर आ रहा है कि 10 महीने बीत जाने के बावजूद अब तक उनके बेटे की हत्या का मास्टर माइंड देश में नहीं लौटा है। सिद्धू मूसेवाला के पिता ने इस केस को सीबीआई को सौंपने की भी मांग की है।