आखिर लेडी डॉन शाइस्ता को कौन बचा रहा है?

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लेडी डॉन शाइस्ता को बचाने वाले आ गए हैं! पिछले कुछ समय में उत्तर प्रदेश की तस्वीर पूरी तरह से बदल गई है। माफिया डॉन अतीक अहम और उसके भाई अशरफ की मौत के बाद ऐसा लग रहा था कि ये गैंग अब पूरी तरह से खत्म हो चुका है। माना जा रहा था कि अतीक की मौत के बाद अतीक की बेगम सरेंडर कर देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उल्टा शाइस्ता ने अपने पत्ते फेंकने शुरू किए। वो झांसा देती रही सरेंडर का, लेकिन पीछे-पीछे खुद को मजबूत करती रही। हर किसी को लग रहा था कि अब शाइस्ता को बचाने के वाला कोई नहीं है। अतीक, अशरफ, असद मारे जा चुके हैं। दो बेटे गिरफ्तार हैं। शाइस्ता के मायकेवाले भी बचते फिर रहे हैं। सबको लग रहा था कि अब शाइस्ता अकेली है, लेकिन अतीक की वुमेन आर्मी की पावर को कोई नहीं समझ पाया। अतीक गैंग के सारे गुंडे पुलिस के निशाने पर आ गए, तो गैंग की लेडी ब्रिगेड ने संभाल लिया मोर्चा।

शाइस्ता को बचाने का जिम्मा अब अतीक की वुमेन आर्मी पर आ चुका था। कौन है ये अतीक की लेडी ब्रिगेड। कौन है जो शाइस्ता को उत्तर प्रदेश की महिला डॉन बनाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं। जान लीजिए वो तीन नाम जो शाइस्ता को मजबूत कर रहे हैं। जो उसे हर संभव मदद दे रहे हैं। बुर्के के पीछे अतीक की ये लेडी ब्रिगेड शाइस्ता के लिए राहें आसान कर रही है और उसे छुपाने में मदद कर रही है। इस कड़ी में सबसे पहला नाम है अतीक की बहन आएशा नूरी का। आएशा नूरी यानी शाइस्ता की ननद। आएशा खुद फरार है। सरेंडर के लिए कोर्ट में याचिका डाली गई है। पुलिस आएशा को खोजने की भी पूरी कोशिश कर चुकी है, लेकिन उसके कोई सुराग नहीं मिल रहे। माना जा रहा है कि दोनों ननद भाभी एक साथ एक ही ठिकाने पर छुपी हुई हैं। कोर्ट में सरेंडर की याचिका डालना उनके प्लान का एक हिस्सा है। आएशा नूरी शुरू से ही हर काम में अतीक के साथ रही है और उसने माफिया के खेल को बखूबी समझा है ऐसे में उसका शाइस्ता के साथ होना शाइस्ता के लिए बेहद फायदेमंद है।

शाइस्ता की दूसरी मददगार है अतीक के छोटे भाई अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा। जैनब और शाइस्ता के बीच शुरू से ही अच्छे रिश्ते रहे थे। अब जबकि दोनों देवरानी और जेठानी अपने पतियों को खो चुकी है तो वो एक दूसरे का सहारा है। अशरफ की पत्नी फिलहाल जेल से बाहर है तो ऐसे में उसका अपनी जेठानी की मदद करना बेहद आसान है। कुछ दिन पहले जैनाब के मायके यानी अशरफ के ससुराल पूरामुफ्ती के हटवा गांव में छापेमारी की गई थी। पुलिस को खबर मिली थी कि शाइस्ता की देवरानी जैनब ने अपनी जेठानी को अपने मायके में छुपा दिया है और साथ ही ननद आएशा नूरी भी वहीं है। हालांकि पुलिस को कामयाबी हाथ नहीं लगी, लेकिन ये साफ था कि देवरानी-जेठानी एक दूसरे से संपर्क में हैं।

इन दोनों के अलावा तीसरा नाम है आएशा नूरी की बेटी उजनिला नूरी। शाइस्ता अपनी भांजी उजिला नूरी को काफी पसंद करती है। यहां तक की ये भी खबरें थीं शाइस्ता उजनिला नूरी को अपनी बहू बनाने वाली थी।पुलिस आएशा को खोजने की भी पूरी कोशिश कर चुकी है, लेकिन उसके कोई सुराग नहीं मिल रहे। माना जा रहा है कि दोनों ननद भाभी एक साथ एक ही ठिकाने पर छुपी हुई हैं। कोर्ट में सरेंडर की याचिका डालना उनके प्लान का एक हिस्सा है। आएशा नूरी शुरू से ही हर काम में अतीक के साथ रही है और उसने माफिया के खेल को बखूबी समझा है ऐसे में उसका शाइस्ता के साथ होना शाइस्ता के लिए बेहद फायदेमंद है। असद और उजनिला का रिश्ता पक्का हो चुका था। असद के एनकाउंटर के बाद ये रिश्ता तो नहीं पाया, लेकिन उजिला हर कीमत पर अपनी मामी और अपनी मां की मदद करने के लिए तैयार है।

शाइस्ता परवीन को उत्तर प्रदेश की अगली डॉन बनाने की कोशिश की जा रही है। अतीक गैंग के बचे हुए लोग शाइस्ता को गैंग की कमान सौंपना चाहते हैं। शाइस्ता भी अतीक की कई प्रॉपर्टी पिछले कुछ समय में अपने नाम करा चुकी है। एक तरफ वो पुलिस से फरार है तो दूसरी तरफ खुद को मजबूत करने में जुटी हुई है।