सूत्रों के मुताबिक़ बड़ी जानकारी दी जा रही है कि रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने एक बड़ा फ़ैसला किया है. जिसे सुनकर लोग घबरा और परेशान हो सकते हैं खासतौर से वे लोग परेशान हो सकते है जिनके पास ₹2000 रुपये के नोट मौजूद हैं. अगर आप भी उन्हीं में हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. नोट बंद होने का मतलब यह कतई नहीं है कि इनका मूल्य नहीं रह गया है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इसके लिए समय देगा कि लोग इन्हें बदल सकें. हम आपको बता दे कि आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है. RBI के फ़ैसले के अनुसार ₹2000 के नोट जल्द ही वापस ले लिए जाएंगे. रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया यानी (RBI) ने ₹2000 का नोट साल 2016 में हुए नोट बंदी के दौरान निकालने का ऐलान किया था उस वक्त 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद किया गया था. जिसके बाद रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने ₹2000 के नोट के साथ-साथ 500 रुपये के नए नोट जारी किए थे. बाजार में पर्याप्त संख्या में 2000 रुपये के नोट पहुंचने के बाद रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने साल 2018-19 से इसकी छपाई बंद कर दी. अब इसे मार्केट से वापस ले लिया जाएगा साथ ही ₹2000 के नोट फ़िलहाल अभी चलन में रहेंगे. सभी अन्य बैंकों को रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने यह आदेश दे दिए हैं कि वह अब ग्राहकों को ₹2000 के नोट न दें. हम जानते हैं आपके मन में कई प्रश्न उठ रहे होंगे जैसे आपके पास अगर ₹2000 के नोट है तो उनका क्या होगा? तो आपको यह सब सोचने की बिलकुल ज़रूरत नहीं है क्योंकि इस समस्या का समाधान निकाला है जिसे रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) द्वारा जारी किया गया है. जिसके माध्यम से ₹2000 के नोट को आने वाले 30 सितंबर 2023 तक बैंक में जमा करवा सकते हैं.
भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड (BRBNMPL) के मुताबिक, 2000 हजार रुपए के एक नोट को प्रिंट करने में 3 रुपये 54 पैसे खर्च होते हैं, जबकि 500 रुपए के नोट को छापने में 3 रुपए 09 पैसे खर्च होते हैं. BRBNMPL ने सूचना के अधिकार (RTI) के जवाब में बताया था कि 500 रुपए के 1000 नोटों की छपाई के लिए RBI से 3090 रुपए वसूलती है. (BRBNMPL) ने बताया कि ₹2000 के 1000 नोटों के लिए आर.बी.आई ने कंपनी को 3540 रुपए का भुगतान किया. इतना ही खर्च 1000 रुपए के पुराने नोटों पर आता था.
नोटबंदी के दौरान जारी किए गए गुलाबी रंग के ₹2000 के नोट मार्केट से करीब–करीब गायब हैं. बैंक हो या फिर एटीएम या फिर मार्केट, दो हजार का नोट कभी–कभार ही नजर आता है. मार्केट और अन्य जगहों में इसकी सर्कुलेशन काफ़ी कम हो गई है. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर ₹2000 के नोट गए तो कहां गए? क्या आरबीआई ₹2000 के नोट को चलन से बंद करने जा रही है? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2018 तक 2000 के नोट ATM से निकल रहे थे, बैंक काउंटर पर मिल रहे थे, मार्केट में लेन–देन के दौरान भी नज़र आते थे. 2018 के बाद इनका चलन धीरे–धीरे कम होता गया और अब ये नोट बिलकुल भी नज़र नहीं आते हैं. RBI के आँकड़े की मानें तो ₹2000 के नोट सबसे ज्यादा साल 2017-18 में चलन में रहे. इस फाइनेंशियल साल में 2000 के ₹33,630 लाख नोट चलन में थे. अब करीब 3 लाख करोड़ रुपये के 2000 के नोट चलन से बाहर हो गए है.
आइए जानते हैं प्रक्रिया कब से शुरू होगी और कब तक ख़त्म होगी. लोग 2 हजार रुपये के नोट बैंक खातों में जमा करा सकेंगे या फिर उन्हें अन्य मूल्य के नोटों के साथ किसी भी बैंक शाखा में जाकर एक्सचेंज करा सकेंगे. लोगों को यह ध्यान रखना होगा कि एक बार में अधिकतम 20 हजार रुपये मूल्य के नोट बदलवाए जाए सकेंगे. यह प्रक्रिया 23 मई 2023 से शुरू होगी और 30 सितंबर 2023 को खत्म होगी.
अब जानिए कितने फ़ीसद नोट सर्कुलेशन मे है दरअसल, आर.बी.आई ने ये जानकारी दी है कि 89 फीसदी 2000 रुपये के करेंसी नोट्स मार्च 2017 के पहले जारी किए गए थे. जिसका लाइफ–स्पैन 4 से 5 सालों का होता है. 31 मार्च 2018 को कुल 6.73 लाख करोड़ रुपये के 2000 रुपये को नोट सर्कुलेशन में थे जो 31 मार्च 2023 को घटकर केवल 3.62 लाख करोड़ रुपये के वैल्यू का रह गया है. जो पीक वैल्यू का केवल 37.3 फीसदी है और सर्कुलेशन में मौजूद कुल 2000 रुपये के नोट का केवल 10.8 फीसदी है. आर.बी.आई का कहना है कि दूसरे डिनॉमिनेशन वाले बैंक नोट्स करेंसी जरुरतों को पूरा करने का लिए काफी है.