हाल ही में पीएम मोदी ने शांति का संदेश दिया है! पीएम मोदी ऑस्ट्रेलिया समेत तीन देशों की यात्रा पूरी करने के बाद भारत लौटे। इस मौके पर पीएम मोदी ने दुनियाभर में भारत की मजबूत होती स्थिति को लेकर बातें कहीं। दुनिया को वैक्सीन देने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि यह बुद्ध और गांधी की धरती हैं। हम तो दुश्मनों की भी भलाई सोचने वाले लोग हैं। हम करुणा से प्रेरित लोग हैं। हम ऐसे ही आगे बढ़ते हैं। एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने यात्रा के दौरान जितना समय मुझे उपलब्ध था उसका पल-पल मैंने देश की बात करने में, देश की भलाई के लिए निर्णय करने में अपना समय पूरी तरह से उपयोग किया। पीएम ने कहा कि सबसे पहले मैं इस पवित्र धरती को प्रणाम करता हूं, हमारे पूर्वजों को प्रणाम करता हूं और यहां उपस्थित लोगों के माध्यम से देशवासियों को आदरपूवर्क नमन करता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये आप का ही पुरुषार्थ है, ये आप ही की परंपरा है, मैं तो दुनिया में जा कर के सिर्फ आपके पराक्रमों के गीत गाता हूं। एयरपोर्ट पर उतरने के बाद पीएम मोदी ने जोरदार भाषण दिया। पीएम मोदी ने कहा कि मैं दुनिया के देशों में जाकर के, दुनिया के महापुरुषों से मिल कर के हिंदुस्तान के सामर्थ्य की बात करता हूं, हिंदुस्तान की युवा पीढ़ी के टैलेंट की चर्चा करता हूं। उन्होंने कहा कि अवसर मिलने पर भारत के नौजवान कैसा पराक्रम कर के दिखलाते हैं,ये मैं दुनिया में जा कर बतलाता हूं। पीएम ने कहा कि मेरे देश की महान संस्कृति का गौरवगान करते हुए मैं आंखें नीची नहीं करता हूं, आंखें मिला कर बात करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं आप से भी यही कहूंगा कि हिंदुस्तान की संस्कृति, महान परंपरा के बारे में बोलते हुए कभी भी गुलामी वाली मानसिकता में डूब मत जाना, हिम्मत के साथ बात कीजिए, दुनिया सुनने को आतुर है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं दुनिया के देशों में जाकर के, दुनिया के महापुरुषों से मिल कर के हिंदुस्तान के सामर्थ्य की बात करता हूं, हिंदुस्तान की युवा पीढ़ी के टैलेंट की चर्चा करता हूं। उन्होंने कहा कि अवसर मिलने पर भारत के नौजवान कैसा पराक्रम कर के दिखलाते हैं,ये मैं दुनिया में जा कर बतलाता हूं। पीएम ने कहा कि मेरे देश की महान संस्कृति का गौरवगान करते हुए मैं आंखें नीची नहीं करता हूं, आंखें मिला कर बात करता हूं।जब मैं यह कहता हूं कि हमारे तीर्थ क्षेत्रों पर हमले स्वीकार नहीं हैं तो दुनिया भी मेरे साथ दिखती है। पीएम ने कहा कि आज यहां जो लोग उपस्थित हैं वो मोदी जी को प्यार करने वाले लोग नहीं हैं, ये मां भारती को प्यार करने वाले लोग हैं। ये हिंदुस्तान को प्यार करने वाले लोग हैं। हिंदुस्तान का नाम रोशन होता है तो 140 करोड़ देशवासियों का जज्बा नई ऊंचाइयों को छू लेता है। पीएम मोदी ने संसद के स्वागत समारोह का विरोध कर विपक्ष को भी परोक्ष रूप से आईना दिखाया। पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के पीएम का आना हम सभी के लिए गौरव की तो बात है ही, लेकिन इतना ही नहीं, उस समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री भी थे… विपक्ष के सांसद थे, सत्ता पक्ष के सांसद थे… सब के सब मिलजुल कर भारतीय समुदाय के इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। ये यश मोदी का नहीं है, हिंदुस्तान के पुरुषार्थ का है… 140 करोड़ हिन्दुस्तानियों के जज्बे का है।
ऑस्ट्रेलिया, आज भारत को अपना मानता है, भारत को सम्मान से देखता है और वो भारत के भविष्य के साथ अपना भविष्य जोड़ कर देखता है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तेजी से बढ़ते संबंधों का वर्णन करने के लिए क्रिकेट की उपमा का इस्तेमाल किया। पीएम ने कहा कि यह अब ‘टी-20 मोड’ में प्रवेश कर चुका है। मोदी ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज के साथ बातचीत के बाद यह टिप्पणी की। वार्ता में भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और विस्तार देने पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने इस साल के अंत में भारत में होने वाले क्रिकेट विश्व कप प्रतियोगिता के लिए अल्बनीज और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रशंसकों को भारत भी आमंत्रित किया। मोदी ने कहा कि मैं अपने मित्र प्रधानमंत्री अल्बनीज की भारत यात्रा के दो महीने के भीतर ऑस्ट्रेलिया आया हूं। पिछले एक साल में यह हमारी छठवीं मुलाकात है। यह हमारे व्यापक संबंधों की गहराई, हमारे विचारों में तालमेल तथा हमारे सहयोग की परिपक्वता को दर्शाता है।