दिल्ली की राजधानी दिल्ली विश्वविद्यालय (यूनिवर्सिटी) से हर व्यक्ति वाक़िफ़ है. दिल्ली विश्वविद्यालय के दो परिसर हैं जो दिल्ली केउत्तरी मार्को में स्थित है और दूसरा दक्षिणी भाग में स्थित हैं. इन्हें क्रमश: उत्तरी परिसर यानी (नॉर्थ कैंपस) और दक्षिणी परिसर यानी (साउथ कैंपस) कहा जाता है. दिल्ली विश्वविद्यालय का उत्तरी परिसर में दिल्ली मेट्रो की पीली लाइन के साथ सुनियोजित ढंग से जुड़ा हुआ है और मेट्रो स्टेशन का नाम ‘विश्वविद्यालय‘ है. उत्तरी परिसर केंद्रीय सचिवालय से 2.5 किमी और महाराणा प्रताप अंतर राज्यीय बस अड्डा (कश्मीरी गेट) से 7.0 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है. तो वहीं इसका दक्षिणी परिसर गुलाबी (पिंक) लाइन से जुड़ा है और मेट्रो स्टेशन का नाम ‘दुर्गाबाई देशमुख साउथ केम्पस‘ है. इसके कई महाविद्यालय एवम संस्थान दिल्ली में फैले हुए हैं. जहाँ दूर–दूर के छात्र पढ़ने के लिए आते हैं.
बीते 18 जून 2023, को ऐसा मामला सामने आया है जिसने दिल्ली के लोगों को हैरान और परेशान कर दिया है. यह मामला दिल्ली विश्वविद्यालय (यूनिवर्सिटी) में पढ़ने वाले एक छात्र की है जिसका नाम निखिल चौहान है. जिसकी उम्र 19 वर्ष थी. दिल्ली के आर्यभट्ट कॉलेज के स्टूडेंट ने दूसरे स्टूडेंट को चाकू घोंपकर मारा. यह मामला दिल्ली विश्वविद्यालय आर्यभट कॉलेज का है जहाँ पर गर्लफ़्रेंड को लेकर हत्या की गई है. सूत्रों के मुताबिक़ बताया जा रहा है कि निखिल चौहान स्कूल ऑफ़ ओपन लर्निंग का छात्र था जो अभी बीऐ के प्रथम वर्ष में था. निखिल चौहान को मॉडलिंग का शौक़ था और वह मॉडल था. ऐसा बताया जा रहा है कि निखिल चौहान ने पहले म्यूज़िक एलबम में भी काम किया है. निखिल के तीन भाई थे जिसमें से निखिल मंज़िला भाई था इसके अलावा उसके दो और भाई है. निखिल की दर्दनाक हत्या से उसके परिवार वाले मातम मना रहे हैं क्योंकि निखिल की उम्र काफ़ी कम थी और उसने अभी कुछ समय पहले ही दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया था. निखिल स्कूल ऑफ़ ओपन लर्निंग का छात्र था जिसके कारण उसकी क्लास शनिवार (Saturday) और रविवार (Sunday) को होती थी. 18 जून 2023 को निखिल यही क्लास अटेंड करने निकला था परंतु वापस घर न लौट सका.
सूत्रों के मुताबिक़ इस हत्या का कारण उसकी गर्लफ़्रेंड को बताया जा रहा है क्योंकि लगभग सात दिन पहले कॉलेज के एक छात्र ने निखिल की गर्लफ़्रेंड से बदतमीज़ी की थी. जिसकी वजह से छात्रों के बीच कहा सुनी हुई थी और कल दोपहर क़रीब 12 बजे के आस-पास वह अपने तीन साथियों को लेकर कॉलेज के गेट के बाहर खड़ा था जिसके बाद निखिल से मुलाक़ात करते ही उसके सीने पर चाक़ू घोप दिया. संजय चौहान निखिल चौहान के पिता हैं जिनके द्वारा बताया गया जब उन्हें पता चला कि निखिल घायल है तो उसे तुरंत भागते हुए चरिका पालिका अस्पताल ले जाया गया परंतु वह बच नहीं सका और डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
‘The Hindu’ से बातचीत करते हुए संजय चौहान ने बताया कि उन्हें इस बात का ज्ञान था कि पिछले कुछ दिनों पहले निखिल की किसी से झड़प हुई है परंतु वह किसी लड़की के लिए हो ऐसा मालूम नहीं था. उनके द्वारा यह भी बताया गया है कि निखिल पॉलिटिकल साइंस का छात्र था जिसे अपने देश को गहराई से जानने की इच्छा थी.
निखिल के पिता ने कहा कि यहां के जो आईओ है, उन्हें जब फोन किया गया था तो उन्होंने कहा कि आप थाने के अंदर एटीओ साहब सेजा कर मिल लीजिए, लेकिन जब मैं अंदर जाने का प्रयास करता हूं तो मुझे थाने के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुझे तो इस मामले में गिरफ्तारी को लेकर भी कोई जानकारी नहीं दी गई है. निखिल के पिता ने बताया कि पिछले सप्ताह जो झगड़ा हुआथा, वो बंटी नाम के लड़के का हुआ था. निखिल उसी झगड़े में बीच बचाव करने के लिए आया था.
बंटी ने बताया कि पिछले सप्ताह वो जब कैंटीन में था तो वहां एक लड़का मौजूद था. मैंने उसे कहा कि उदास क्यों हो, थोड़ा मुस्कराओ. इसी बात पर मेरा और उसका झगड़ा हो गया था. जिससे उसका झगड़ा हुआ था उसे वह जानता नहीं था. उसने कहा, “निखिल भी तभी वहां आया था. कल मैं भी साउथ कैंपस में मौजूद था लेकिन निखिल भाई से मिलकर दूसरी तरफ चला गया था. जब उन्हें चाकू मार दिया गया, तब मुझे पता चला था.”
पुलिस ने यह दावा किया है कि दो अन्य आरोपियों की भी पहचान कर ली है, जिन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है. थाने के बाहर निखिल के पिता भी मौजूद है. निखिल के पिता से बात करने पर उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें सुबह 8:00 बजे थाने बुलाया गया था, ताकि निखिल के शव के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके लेकिन यहां पहुंचने पर उन्हें गेट के बाहर ही खड़ा किया हुआ है.