हाल ही में आए बिपरजॉय चक्रवात के बारे में मौसम विभाग ने एक बयान जारी किया है! गुजरात की ओर बढ़ रहा महाचक्रवात ‘बिपरजॉय’ धीमा पड़ा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, साइक्लोन की लोकेशन अभी देवभूमि द्वारका से 190 किलोमीटर दूर पश्चिम-उत्तर पश्चिम में है। महातूफान बिपरजॉय के आज रात जखौ बंदरगाह के पास से गुजरने की आशंका है। तूफानी रफ्तार से चल रहीं हवाएं आने वाले विकराल संकट की आहट दे रही हैं। समुद्र में कई मीटर ऊंची उठती लहरों के साथ देखने वालों का दिल भी बैठ रहा है। बस यही प्रार्थना हो रही है कि जब चक्रवात बिपरजॉय का गुजरात में लैंडफॉल हो तब तक यह काफी धीमा पड़ चुका है। हालांकि, IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अब भी यह चक्रवात काफी नुकसान करने में सक्षम है। चक्रवात का असर राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली समेत नौ राज्यों में दिखेगा। गुजरात के तट से बिपरजॉय टकरा गया है। लैंडफाल शुरू हो गया है। इसे लेकर सभी तरह की तैयारियां कर ली गई हैं। मिली जानकारी के अनुसार, गुजरात के तटवर्ती इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश और विजिबिलिटी की कम हुई। बिपरजॉय 12 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से आगे बढ़ रहा है। तैयारियों पर गौर करें तो नेवी 15 शिप और 4 डोर्नियर, 3 हेलीकाप्टर स्टैंड बाय मोड पर हैं। जखाऊ पोर्ट के आसपास के 25 गांव रेड अलर्ट पर हैं। वहीं प्रशासन ने फैसला लिया है कि 16 जून को द्वारका स्थित द्वारकाधीश मंदिर बंद रहेगा।
चक्रवात बिपरजॉय अब गुजरात तट से महज 100 किलोमीटर दूर रह गया है। तूफान के कारण तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई है।चक्रवात बिपरजॉय अब गुजरात तट से महज 100 किलोमीटर दूर रह गया है। तूफान के कारण तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई है। सरकार ने समुद्री इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। द्वारकाधीश मंदिर भी तूफान के कारण बंद कर दिया गया है। सरकार ने समुद्री इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। द्वारकाधीश मंदिर भी तूफान के कारण बंद कर दिया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की ताजा लोकेशन जखौ पोर्ट गुजरात के लगभग 80km WSW और देवभूमि द्वारका के 130km WNW में मौजूद था। इसके आज रात तक जखाऊ पोर्ट गुजरात के पास से गुजरने की संभावना है।चक्रवात बिपरजॉय अब गुजरात तट से महज 100 किलोमीटर दूर रह गया है। तूफान के कारण तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई है। सरकार ने समुद्री इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। द्वारकाधीश मंदिर भी तूफान के कारण बंद कर दिया गया है। सरकार ने समुद्री इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। द्वारकाधीश मंदिर भी तूफान के कारण बंद कर दिया गया है। IMD ने सौराष्ट्र और कच्छ के तटों के लिए चक्रवात का रेड अलर्ट जारी किया है। IMD के अनुसार, चक्रवात बिपरजॉय के लैंडफॉल की प्रक्रिया आज शाम गुजरात के जखौ पोर्ट के पास से शुरू होगी। लैंडफॉल प्रोसेस आधी रात तक चलने की आशंका है।
मौसम विभाग के अनुसार, सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाके सर्वाधिक प्रभावित रहेंगे। इन इलाकों में हवाओं की रफ्तार 150 किलोमीटर प्रति घंटा तक जा सकती है। कुछ जगहों पर बेहद भारी बारिश की आशंका है। पूरे गुजरात में भी तेज बारिश और तूफानी हवाओं का अलर्ट है। पड़ोस के राजस्थान और मध्य प्रदेश तक चक्रवात का व्यापक असर रहेगा। दिल्ली-एनसीआर से लेकर पंजाब-हरियाणा, केरल और बिहार तक तूफान के चलते मौसम बदलेगा। समुद्र तट के पास वाले क्षेत्रों में असर ज्यादा रहेगा।
भयंकर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुरुवार को पाकिस्तान में भी दस्तक देगा। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने चेतावनी दी कि आंधी और तूफान दोनों आने की संभावना है, जिससे काफी नुकसान हो सकता है।चक्रवात बिपरजॉय अब गुजरात तट से महज 100 किलोमीटर दूर रह गया है। तूफान के कारण तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई है। सरकार ने समुद्री इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। द्वारकाधीश मंदिर भी तूफान के कारण बंद कर दिया गया है। सरकार ने समुद्री इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। द्वारकाधीश मंदिर भी तूफान के कारण बंद कर दिया गया है। सिंध के सबसे गरीब शहरों में से एक, केटी बंदर को चक्रवात का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है और आधिकारिक तौर पर इसे पूरी तरह से खाली करा लिया गया है। थट्टा और सुजावल में कई निचली बस्तियां, जिनमें से अधिकांश को पहले ही खाली कर दिया गया था, वहां बाढ़ देखी गई।