प्रकृति की सुंदरता देखना सभी को पसन्द है क्योंकि प्राकृतिक जगहों पर जाने से मन को शांति एवं ख़ुशी मिलती है. आपने भी अक्सर इस बात को महसूस किया होगा. आप सोच रहे होंगे हम कौन सी जगह के बारे में बात कर रहे हैं तो बता दें दिल्ली और नोएडा में ऐसी कई जगह है जहाँ पर प्रकृति की सुंदरता को देखा जा सकता है. ऐसे ही एक जगह के बारे में हम बात करने वाले हैं जिसका नाम ओखला बर्ड सैंक्चुरी (Okhla Bird Sactuary) है जिसे ओखला पक्षी अभयारण्य भी कहा जाता है. यह ओखला बर्ड सैंक्चुरी 4 किलोमीटर में फैला हुआ है इस ओखला बर्ड सैंक्चुरी में 300 से ज़्यादा संख्या में देशी और विदेशी दोनों प्रकार के पशु–पक्षी देखने को मिलते है. ओखला पक्षी अभयारण्य यमुना नदी पर ओखला बेराज क्षेत्र में एक पक्षी अभयारण्य है. यह, गौतम बुद्ध नगर जिले में नोएडा में स्थित है. अगर आप अभी तक इस प्रकृति की सुंदरता को देखने नहीं गए हैं तो ज़रूर जाएं. ओखला पक्षी विहार में हर साल नवंबर के शुरुआत और मार्च के अंत तक पक्षी आते है. बता दें कि हर साल यूरोप, अमेरिका, कनाडा, साइबेरिया, तिब्बत और कई देशों से हजारों मील की दूरी तय करके ये प्रवासी पक्षी ओखला पक्षी विहार तक पहुंचते हैं और इस बार भी इनका आना शुरू हो गया है.
ओखला बर्ड सैंक्चुरी (Okhla Bird Sanctuary) को शहीद चंद्र शेखर आज़ाद अभयारण्य के रूप में भी जाना जाता है और यह परस्थित है दिल्ली – नोएडा में उत्तर प्रदेश की सीमा जो गौतम बुद्ध नगर (GBN) जिले के अंतर्गत आती है. इसे 1972 के वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत एक संरक्षित क्षेत्र भी घोषित किया गया था और बाद में, उत्तर प्रदेश सरकार ने 4 में इस अभयारण्य के लिए ओखला बैराज के लगभग 1990 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को मंजूरी दी थी. विशाल पार्क प्राचीन यमुना नदी के तट पर स्थित है जो इसकी सुंदरता में चार चाँद लगाता है और अधिक आकर्षण जोड़ता है लोग इसलिए प्राकृतिक सौंदर्य के कारण से आकर्षित होते हैं. रिकार्ड्स के अनुसार ये झील प्रवासी पक्षियों की 319 प्रजातियों को आकर्षित करती हैं जिनमें से लगभग 50% तिब्बत, यूरोप और साइबेरिया जैसे ठंडे क्षेत्रों से इस हिस्से की गर्म जल वायु के लिए आते हैं. पेड़ों, दलदलों और यमुना नदी से सजे हरे–भरे वातावरण में बसा यह स्थान तेज़–तर्रार शहरी जीवन से राहत देता है. रोज़ाना भागदौड़ की ज़िंदगी में कुछ समय प्रकृति के साथ बिताना दिल को सकारात्मक ऊर्जा देता है. दुनिया के विभिन्न हिस्सों से स्थानीय यात्री, विदेशी पर्यटक और पक्षी देखने वाले यहां अभयारण्य की शांति, शांति का अनुभव करने और अपने प्राकृतिक आवास में पक्षियों की तस्वीरें क्लिक करने के लिए आते हैं.
ऐसा कहते हैं कि यहां पर मिलने वाली पक्षियों की प्रजातियों में से 20 प्रजातियां आमतौर पर पानी में रहने वाली हैं, 44 पेड़ों पर और जमीन पर रहने वाली प्रजातियां है, जबकि 43 प्रवासी पक्षियों की प्रजातियां हैं. इसके अलावा यहां पर नील गाय, जैकाल, रैप्टाइल सभी आपको काफी सारे दिखाई देते हैं. वैसे तो ये बर्ड सैंक्चुरी सुबह के साढ़े सात के आस-पास खुल जाती है. इस सैंक्चूरी को असल में एंजॉय करने का असली वक्त तो सुबह का ही है क्योंकि एक शांत सवेरे में इन पक्षियों की आवाजें साफ और बहुत ही मधुर सुनाई देगी. यहां पर बर्ड वॉचर्स और पक्षियों से प्यार करने वालों के अलावा देश और विदेश से आने वाले सैलानियों की भी अच्छी–खासी भीड़ देखी जा सकती है. यहां पर स्टूडेंट्स और रिसचर्स भी काफी बड़ी तादाद में आते हैं. इसके अलावा बड़े पैमाने पर आपको वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर्स अपना बड़ा बेहतरीन सा कैमरा लिए सब्र करके एक खूबसूरत से फ्रेम के इंतजार में बैठे हुए दिखाई देंगे.
जानिए कितने बजे से कितने बजे तक खुला रहता है
सप्ताह के सभी 5 दिनों में गर्मियों में सुबह 7 बजे से शाम 5:30 बजे तक और सर्दियों में सुबह 7:30 बजे से शाम 5:00 बजे के बीच खुला रहता है. इस अभ्यारण्य में जाने के लिए भारतीय पर्यटकों के लिए ₹30 और विदेशी यात्रियों के लिए ₹350 का मामूली शुल्क है. अभयारण्य में विभिन्न प्रकार के कैमरे ले जाने के लिए अतिरिक्त शुल्क हैं. यदि आप इसके संबंधित कुछ भी पूछताछ करना चाहते हैं तो आप contact@obs-up.com या dfonoida@gmail.com पर एक ईमेल कर सकते हैं. तेजी से प्रतिक्रिया के लिए आप निम्न नंबरों पर भी कॉल कर सकते हैं– संपर्क संख्या: +91 120 2425 989, +91 7839 434 257, +91 8448 035 012