पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव 2023 में हिंसा को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला.

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तृणमूल की हिंसा के बीच कांग्रेस के निशाने पर केंद्र भी, फिर ‘सेटिंग‘ की थ्योरी
पिछले शनिवार को हुए पंचायत चुनाव में 18 लोगों की मौत के बाद बीजेपी के संगठन सचिव बीएल संतोष ने पूरे विपक्षी खेमे पर उंगली उठाई है. बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व इस बार पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में हिंसा का इस्तेमाल कर विपक्षी गठबंधन में दरार पैदा करने की कोशिश कर रहा है. अगले सप्ताह की शुरुआत में बेंगलुरु में विपक्षी खेमे की बैठक से पहले, भाजपा सवाल कर रही है कि तृणमूल द्वारा पंचायत हिंसा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत के बाद राहुल गांधी चुप क्यों हैं। वह तृणमूल सरकार के खिलाफ क्यों नहीं बोल रहे हैं?

इस सवाल के सामने कांग्रेस असमंजस में है. क्योंकि शनिवार को पंचायत चुनाव हिंसा में तीन कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भी मौत हो गई थी. रविवार को एक और शख्स की मौत हो गई. कांग्रेस ने आज राष्ट्रीय स्तर से लेकर पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के लिए राज्य प्रशासन को सही ठहराया है. साथ ही सुकौशल ने केंद्र सरकार और राज्यपाल पर भी आरोप लगाया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सीधे तौर पर तृणमूल या राज्य सरकार पर निशाना साधे बिना कहा, ”मैं हिंसा की निंदा करता हूं. चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष होने चाहिए। अन्यथा कोई लोकतंत्र नहीं रहेगा.” कांग्रेस ने तर्क दिया कि राज्य में केंद्रीय बल हैं. वे क्या कर रहे थे? कांग्रेस का यह भी दावा है कि राज्यपाल अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते. प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने एक बार फिर तृणमूल पर भाजपा से मिलने का आरोप लगाया है.

शनिवार को पंचायत चुनाव में 18 लोगों की मौत के बाद बीजेपी के संगठन सचिव बीएल संतोष ने पूरे विपक्षी खेमे पर उंगली उठाई है. उनका भाषण था, ”ममता बनर्जी विपक्षी एकता के लिए पूरे देश में घूम रही हैं. हर विपक्षी दल के नेता को पश्चिम बंगाल में मानवता के खिलाफ इस अपराध की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।” लेकिन कांग्रेस के पास वो रास्ता नहीं है. क्योंकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भी जान चली गई. इसे भांपते हुए बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस को और असहज करते हुए सीधे राहुल पर निशाना साधा.

भाजपा के आईटी सेल प्रमुख, पश्चिम बंगाल के सह-पर्यवेक्षक प्रभारी नेता अमित मालवीय ने सवाल किया, “पंचायत चुनाव में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत के बाद क्या राहुल गांधी में इस रक्तपात के लिए ममता बनर्जी को दोषी ठहराने की हिम्मत थी? या फिर कायरता और राजनीतिक निहित स्वार्थ बड़े हो गए हैं? या फिर आपको डर है कि लालू प्रसाद के बाद ममता बनर्जी भी उन्हें खतरे में डाल देंगी?” बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ”राहुल गांधी चुप हैं क्योंकि वह ममता बनर्जी के साथ गठबंधन करना चाहते हैं. लेकिन ममता ने कहा है कि कांग्रेस को बंगाल में घुसने नहीं दिया जाएगा. क्या बंगाल में लोकतंत्र की हत्या पर खुलकर बोलेंगे राहुल? क्या मल्लिकार्जुन खड़गे या अन्य विपक्षी नेताओं को पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की हत्या नहीं दिख रही है?”

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने आज बीजेपी के सवाल पर कहा, राज्य प्रशासन के साथ केंद्र सरकार भी जिम्मेदार है. राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता तिवारी ने कहा, ”कलकत्ता हाई कोर्ट ने केंद्रीय बलों की तैनाती के लिए कहा था. सुप्रीम कोर्ट ने भी सहमति जताई. पंचायत चुनाव के दौरान तीन कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित लोगों की मौत के लिए राज्य प्रशासन निस्संदेह जिम्मेदार है। लेकिन केंद्र सरकार भी जिम्मेदार है. क्योंकि वहां केंद्रीय बल तैनात थे।”

अपनी आंखों के सामने हिंसा के बावजूद केंद्रीय बलों के निष्क्रिय रहने के आरोपों के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने आज ‘दीदी-मोदी सेटिंग’ के सिद्धांत को फिर से दोहराया। उनके शब्दों में, ”केंद्रीय बलों को ममता बनर्जी के साथ समझौते में तैनात किया गया था. यह आदेश जरूर दिया गया कि केंद्रीय बल बंगाल में कुछ न करें, ताकि दीदी को नुकसान न हो. दिल्ली के साथ तृणमूल का समझौता हो गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से तृणमूल को एक मौका दिया गया है. वोट के दिन 12 बजे आ रही है सेना! क्या आप बंगाल को हाई कोर्ट दिखा रहे हैं?” उनके मुताबिक बंगाल के बीजेपी नेताओं को इसे लेकर विरोध करना चाहिए.

दिल्ली में कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने भी राज्यपाल की भूमिका पर सवाल उठाया है. इससे पहले कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता जयराम रमेश ने भी राज्यपाल की अतिसक्रियता पर सवाल उठाया था. तिवारी ने रविवार को कहा, ”मैं राज्यपाल के आचरण को सबसे अधिक दोषी ठहराऊंगा. मैंने कभी किसी राज्यपाल को चुनाव के दिन सड़कों पर उतरते नहीं देखा। अगर बाहर जाना है तो राज्यपाल को भी जिम्मेदारी लेनी होगी. वह बार क्यों है? उन्होंने ध्यान अपनी ओर क्यों खींचा और पुलिस-प्रशासन को व्यस्त क्यों किया?”