अब गृह मंत्री अमित शाह जामताड़ा गैंग का सफाया करने के लिए तैयार हो गए हैं! ऑनलाइन लूट करने वाले जामताड़ा गैंग ने पूरे देश में आतंक फैलाया हुआ है। देश के कोने-कोने में ये अपने लूट के धंधे को फैला चुके हैं। तकरीबन हर राज्य में इन ठगों की ब्रांच खुली हुई हैं। ये पुलिस के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन चुके हैं। अलग-अलग तरीके से लोगों को लूटना, उनका बैंक अकाउंट खाली करना इनके बांये हाथ का काम है। हर राज्य की पुलिस इसने परेशान है, यहां तक कि साइबर क्राइम गृह मंत्रालय के लिए भी बड़ा चिंता का विषय बना हुआ है। लेकिन हरियाणा के मेवात जिले में जिसे अब नूंह के नाम से जाना से जाना जाता वहां पर पुलिस को इनके ऊपर नियंत्रण करने में बड़ी कामयाबी मिली थी और अब इस ऑपरेशन की खुद गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक सेमिनार में तारीफ की है। आखिर क्या है ये मेवात मॉडल? जामताड़ा गैंग जामताड़ा के अलावा मेवात में भी अपना काम शुरू कर चुका था। जामताड़ा की ब्रांच बड़े लेवल पर यहां बैठकर देश के लोगों को लूट रही थी। 15 राज्यों के लोग इनके निशाने पर आ चुके थे। इसके बाद हरियाणा पुलिस ने ऑपरेशन मेवात शुरू किया। इस ऑपरेशन के तहत उन इलाकों की पहचान की गई जहां पर जामताड़ा के ये लोग अपने पांव पसार चुके थे। इसके तहत 15 गांव चिन्हित हुए जिनपर कार्रवाई होनी थी। ये 15 गांव पूरी तरह से जामताड़ा गैंग के कब्जे में थे।
हरियाणा पुलिस के 5000 पुलिसकर्मियों की एक टीम तैयार की गई थी इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए। गुड़गांव के एसीपी साइबर क्राइम इस ऑपरेशन को लीड कर रहे थे। इसके बाद उन 15 गांवों के 2 लाख मोबाइल नंबर्स को ब्लॉक किया गया जिस पर पुलिस को शक था। सभी 15 गांव में रेड हुई और फिर 125 से ज्यादा जामताड़ा गैंग के लोगों को हिरासत में लिया गया। इनके पास से पुलिस को काफी बड़ी संख्या में एटीएम कार्ड, बैंक अकाउंट नंबर्स और दूसरे फर्जी कागजात बरामद हुए थे!
सिम ब्लॉक होने की वजह से इनकी ठगी का पूरा काम ठप हो चुका था। ये लोग फर्जी सिम कार्ड और फर्जी नामों से बनाए गए बैंक अकाउंट के जरिए ही लोगों को चूना लगाते हैं, लेकिन जब इतनी बड़ी संख्या मोबाइल नंबर ब्लॉक हुए तो इनके लिए काम करना मुश्किल हो गया। ये लोग नूंह यानी मेवात जिले को छोड़कर जाने लगे। इस बड़ी कार्रवाई के बाद अब यहां हालात काफी नियंत्रण में हैं।
साइबर क्राइम पर हुए एक सेमिनार में गृह मंत्री अमित शाह ने भी हिस्सा लिया था, जहां नूंह के इस मॉडल पर एक डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई थी जिसकी अमित शाह ने काफी तारीफ की। हो सकता है जामताड़ा गैंग पर इस तरह की कार्रवाई दूसरे राज्यों और जिलों में भी की जाए ताकि साइबर क्राइम पर कंट्रोल किया जा सके।
बता दे कि जामताड़ा गैंग के लोग अब पूरे देश में फैल चुके हैं। जामताड़ा की कई नई ब्रांच भी खुल चुकी है जहां धड़ल्ले से ऐसे लोगों को तैयार किया जा रहा है। ऐसी ही एक विंग जो इंस्टाग्राम फ्रॉड के लिए तैयार की गई है। देश के अलग-अलग कोने में ये गैंग बनाकर बैठे हुए हैं। इंस्टाग्राम पर ये लोग वीडियो को लाइक करने का ऑफर देते हैं। ऑफर क्या एक चाल चलते हैं। ये कहते हैं हैं कि अगर आप इनके बताए गए वीडियो को लाइक करेंगे तो ये आपको हर वीडियो को लाइक करने के पैसे देंगे। अब सोचिए वीडियो को लाइक करने में कितना वक्त लगता है। आम आदमी बस इनके जाल इसी तरह फंस जाता है।
हर लाइक पर आपके अकाउंट में 50 रुपये आएंगे। जितने ज्यादा लाइक करेंगे उतने ज्यादा पैसे। लोगों को लगता है कि ये तो बेहद आसान काम है। शुरू-शुरू में ये लाइक करने पर पैसे देते भी हैं। लोगों को भरोसा बढ़ जाता है। फिर ये उसी भरोसे का फायदा उठाते हैं। ये फोन करके बताते हैं कि अगले टास्क में और ज्यादा पैसे मिलेंगे, लेकिन उस टास्क के लिए ये कुछ इन्वेस्टमेंट की बात करते हैं। ये झांसा देने में इतने माहिर होते हैं कि पढ़े-लिखे लोग भी इनकी बातों में आ ही जाते हैं। बस एक बार इनके अकाउंट में पैसा आ गया तो उसी अकाउंट को तरीके से खाली कर देते हैं। कमाई होती है कुछ हजारों की और ये ठग लेते हैं लाखों-करोड़ों।