शाइस्ता के लिए यूपी एसटीएफ ने एक नया प्लान बना लिया है! अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को फरार हुए करीब 4 महीने का वक्त बीत चुका है, लेकिन इतना समय बीतने के बाद भी माफिया की बेगम का कोई पता नहीं है। इतने दिन बीत जाने के बाद भी उत्तर प्रदेश पुलिस अब तक इस महिला को गिरफ्तार करने में नाकाम रही है। कई तलाशी अभियान शुरू किए जा चुके हैं, कई बार रेड भी जा चुकी। दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई ठिकानों पर पुलिस छानबीन की लेकिन माफिया की बेगम पकड़ नहीं आ पाई। कभी बुर्के की आड़ में फरार हो गई तो कभी भीड़ का फायदा उठाकर बचकर निकल गई। अब पुलिस शाइस्ता परवीन पर इनाम की राशि बढ़ाने पर विचार कर रही है और प्रशासन को ये प्रस्ताव भेज भी दिया गया है। एक -दो दिन में शाइस्ता पर इनामी राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख हो सकती है, लेकिन सवाल ये है कि इनाम की राशि बढ़ाने से क्या होगा। शाइस्ता परवीन इतनी शातिर है कि वो सीधे तौर पर कभी किसी के सामने नहीं आएगी। दूसरा बुर्के का फायदा अतीक के बेगम हमेशा मिलता रहेगा। बुर्के के अंदर किसी को पहचानना आसान नहीं है।
दूसरी बड़ी बात ये है कि शाइस्ता से पहले भी उत्तर प्रदेश में दो और लेडी डॉन फरार हैं और दोनों पर ही शाइस्ता से ज्यादा इनाम घोषित है। इनमें से एक है उत्तर प्रदेश के दूसरे माफिया मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी। अफशां पर 75 हजार रुपये का इनाम घोषित है। पहले अफशां पर भी 50 हजार रुपये इनाम था जिसे बढ़ाकर 75 कर दिया गया, लेकिन फिर भी यूपी पुलिस उसे पकड़ने में नाकाम रही। इनाम की राशि बढ़ाने के बाद भी अफशां को लेकर किसी ने कोई जानकारी नहीं दी।
इसी तरह उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी लेडी डॉन दीप्ति बहल 5 साल से फरार है। दीप्ति बहल पर 100 से ज्यादा केस दर्ज हैं। हालांकि ये केस शाइस्ता परवीन की तरह किसी की हत्या करवाने के नहीं हैं बल्कि हजारों करोड़ रुपये की ठगी और लूट के हैं। दीप्ति बहल ने अपने पति संजय भाटी के साथ मिलकर करोड़ों रुपये की जालसाजी की थी और उसके बाद ही फरार हो गई थी। संजय भाटी बाइक बोट घोटाले का मास्टर माइंड है। दीप्ति बहल पहले एक स्कूल टीचर थी। उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस लेडी डॉन पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ है जो शाइस्ता परवीन के इनाम राशि से काफी ज्यादा है। बावजूद इसके दीप्ति को पुलिस नहीं पकड़ पाई है।
अब ऐसे में सवाल यही है कि जब दीप्ति बहल और अफशां अंसारी इतना ज्यादा इनामी राशि होने के बावजूद पकड़ में नहीं आई तो क्या शाइस्ता पर इनाम बढ़ाने से कुछ फायदा होगा या ये महज कागजी कार्रवाई बनकर रह जाएगी। शाइस्ता परवीन कितनी शातिर है ये किसी से छुपा नहीं है। अकेले होने के बावजूद वो खुद को इतने महीनों से छुपाने में कामयाब हो रही है।
बता दे कि उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत पर अतीक, उसका भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता, बेटे असद, शूटर अरमान, गुलाम मोहम्मद, गुड्डू मुस्लिम, शूटर साबिर और उस्मान पर केस दर्ज किया गया। उमेश पाल हत्याकांड में शामिल 6 आरोपी अतीक, अशरफ, अरबाज, असद,गुलाम मोहम्मद और उस्मान मारे जा चुके हैं। जबकि अतीक की पत्नी शाइस्ता, गुड्डू मुस्लिम, साबिर और अरमान फरार हैं। उमेश पाल की हत्या के मामले में माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन भी पुलिस के निशाने पर है। पुलिस ने शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम भी घोषित किया है। शाइस्ता पर आरोप है कि उसने उमेश पाल की हत्या से पहले न सिर्फ एक-एक शूटरों से बात की, बल्कि उन्हें इस घटना को अंजाम देने के लिए रुपए भी दिए।पुलिस का आरोप है कि शाइस्ता ने ही वारदात को अंजाम देने के बाद कैसे भागना है? कहां छिपना है? एक-एक बात गैंग के मेंबर्स को बताई। पुलिस से बचने के लिए उसने ही बेटे असद से शूटरों के लिए 16 मोबाइल फोन और 16 सिम कार्ड खरीदवाए थे। फिर शूटरों तक इन्हें पहुंचाया था।
हत्याकांड के 72 दिन बाद यूपी STF शाइस्ता से कितना करीब है? हमारे इस सवाल पर STF प्रमुख अमिताभ यश ने बताया, “शाइस्ता की तलाश में प्रयागराज पुलिस लगातार कछार इलाके में दबिश दे रही है। यहां तक कि प्रयाग के आस-पास इलाकों में उसे ढूंढने के लिए फोर्स बढ़ाई गई है। उम्मीद है कि जल्द ही शाइस्ता गिरफ्त में होगी।”शाइस्ता की तलाश में अब तक 4 राज्यों में छापेमारी की गई है। यूपी के कौशांबी, ग्रेटर नोएडा और मेरठ, दिल्ली के ओखला, महाराष्ट्र के मुंबई और पश्चिम बंगाल के कुछ ठिकानों पर शाइस्ता की तलाश में पुलिस छापा मार चुकी है। यहां तक कि STF ने यूपी भर में 20 से ज्यादा ऐसे लोगों को आइडेंटीफाई किया है, जिन पर शक है कि उन्होंने ही शाइस्ता को छिपने में मदद की है।