जब कत्ल करने वाले पति ने ही कोर्ट से मांगा पत्नी का इंसाफ!

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एक ऐसी घटना जिसमें एक पति ने अपनी पत्नी का कत्ल किया और कोर्ट से इंसाफ मांगने जा पहुंचा! वो अपनी पत्नी की मौत से बेहद परेशान था। वो अपनी पत्नी के लिए इंसाफ मांग रहा था। कभी कोर्ट के चक्कर काटता तो कभी पुलिस थाने के। पत्नी की मौत ने उसे तोड़कर रख दिया। रिश्तेदार, पड़ोसी उसे ढांढस बंधाते कि जल्द ही न्याय मिलेगा। एक साल, 2 साल, 3 साल, 4 साल… ऐसे ही महिला की हत्या को 17 साल बीत गए, लेकिन हत्यारों का पता नहीं चला। ये शख्स भी न्याय की गुहार लगाते-लगाते थक गया, इसे लगा शायद अब इसकी पत्नी के कातिल कभी सलाखों के पीछे नहीं जा पाएंगे, लेकिन फिर जो हुआ उस खबर हर किसी हैरान कर दिया। केरल के पठानामट्ठिता जिले पुलदा गांव में 50 साल की रमा देवी अपने पति जनार्दन नायर के साथ रहतीं थीं। दोनों पढ़े-लिखे समझदार थे। एक दिन रमादेवी घर पर अकेलीं थी। उनके घर में कोई घुस आया और उनका कत्ल कर दिया। पुलिस में रिपोर्ट लिखाई गई। जांच शुरू हुई। शक गांव में ही रहने वाले एक मजदूर पर गया। रमादेवी की हत्या के बाद वो मजदूर वहां से फरार हो चुका था। ये मजदूर बिहार का रहने वाला था। इसके फरार होने के साथ ही पुलिस को लगा कि कातिल वही है। उसकी तलाश की गई, लेकिन वो पकड़ में नहीं आया।

कई सालों तक तो केस को लेकर काफी चर्चा बनी रही। जनार्दन नायर डाक विभाग से रिटायर्ड थे। उनकी इलाके में काफी इज्जत थी। रमादेवी को न्याय दिलाने के लिए वहां आंदोलन भी हुए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। धीरे-धीरे ये केस ठंडे बस्ते में जाने लगा, लेकिन रमादेवी के पति जनार्दन नायर को ये बात मंजूर नहीं थी। वो किसी भी कीमत पर अपनी पति की हत्या के लिए न्याय चाहते थे। साल 2007 में जनार्दन नायर ने केरल हाईकोर्ट में फ्रेश जांच की मांग के लिए अपील की। उन्होंने कहा कि एक टीम बनाकर उनकी पत्नी की हत्या की जांच की जाए।

हालांकि इसके बाद भी कुछ सामने नहीं आया, लेकिन अब 17 साल बाद इस मामले चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जब रमादेवी का कत्ल हुआ तो उनके हाथ में कातिल के बाल आ गए थे। अब सामने आया है कि ये कातिल कोई और नहीं खुद रमादेवी के पति जनार्दन नायर हैं। खुद जनार्दन नायर ने ही रमादेवी का कत्ल किया था। उस दिन रमादेवी जब घर पर अकेली थी तो वहीं चुपचाप घर पर आए थे और और अपनी पत्नी का बेरहमी से कत्ल किया था। इसी दौरान रमा देवी के हाथ में जनार्दन नायर के बाल आ गए थे।

उस वक्त पुलिस ने सही तरीके से जांच नहीं की। वजह थी कि पुलिस को लग रहा था कि कत्ल उसी मजदूर ने किया है। रमादेवी के एक पड़ोसी ने हत्या से ठीक पहले उस मजदूर को उनके घर के पास देखा था। मजदूर को ये बात पता लग गई थी कि उसके ऊपर शक किया जा रहा और वो इस डर से तुरंत फरार हो गया था। पुलिस ने ये थ्योरी तैयार कर ली और इस बात पूरी तरह से विश्वास भी कर लिया कि वो मजदूर हत्या के बाद फरार हो गया है। ये तक भी नहीं चेक किया गया कि फोरेंसिक रिपोर्ट क्या कह रही है।

दूसरी तरह जनार्दन नायर ने इस बात का फायदा उठाया। वो पूरी तरह से इस कत्ल को उस मजदूर के सिर पर डालना चाहते। जनार्दन नायर को लगा कि अगर वो न्याय मांगने कोर्ट जाएंगे तो कभी भी किसी को उनके ऊपर शक नहीं होगा, लेकिन अब 17 साल बाद पुलिस ने एक बार फिर रमादेवी की फोरेंसिक रिपोर्ट की जांच की। बता दें कि कातिल कोई और नहीं खुद रमादेवी के पति जनार्दन नायर हैं। खुद जनार्दन नायर ने ही रमादेवी का कत्ल किया था। उस दिन रमादेवी जब घर पर अकेली थी तो वहीं चुपचाप घर पर आए थे और और अपनी पत्नी का बेरहमी से कत्ल किया था। इसी दौरान रमा देवी के हाथ में जनार्दन नायर के बाल आ गए थे। क्राइम सीन को रिक्रिएट किया गया तो कई तरह के सवाल खड़े हुए। इसके अलावा जनार्दन नायर के कुछ बयान भी उनपर शक पैदा कर रहे थे। पुलिस ने जनार्दन नायर के बालों को रमा देवी के हाथ में मिले बालों से मिलाया तो रिपोर्ट मैच हो गई और आखिरकार सच सामने आ गया। जनार्दन नायर अपने बुने जाल में आखिरकार फंस ही गए। पुलिस ने रमादेवी के पति को गिरफ्तार कर लिया है।