हाल ही में जारी हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक पटना में कॉल गर्ल इंडस्ट्री चलाई जा रही है!राजधानी पटना में आपको 24 घंटे सेवा देने वाली कॉल गर्ल्स की है। इन्होंने बकायदा अपना नंबर ऑनलाइन छोड़ रखा है। तस्वीरें भी हैं। बस आपको ये एक्सेप्ट करना है कि आप एडल्ट हैं। आप उनके पेज पर जा सकते हैं। उन्हें सर्च कर सकते हैं। उन्हें बुक कर सकते हैं। जी हां, ये पटना का एक नया चेहरा है। पटना में कोई फिक्स रेड लाइट एरिया नहीं है। पटना में ये धंधा 90 के दशक में ब्यूटी पार्लर की आड़ में चलता था। पूरे पटना में सैकड़ों मसाज पार्लर थे। जहां पैसे देकर लोग सेक्स खरीदते थे। जिस्मफरोशी के इस धंधे में पूरे देश के विभिन्न भागों से लड़कियां लाई जाती थीं। धीरे-धीरे ब्यूटी पार्लर वाले धंधे में मुनाफा कम और खर्च ज्यादा होने लगा। ऊपर से पुलिस की छापेमारी का डर होता था। पार्लर के धंधे में रह चुके माइकल बताते हैं कि अभी भी धंधा चलता है। कई हाई-फाई पार्लरों में ऐसा होता है। अब ट्रेंड बदल गया है। अब बुकिंग व्हाट्सएप से होती है। तस्वीरें सेंड होती हैं। उसके बाद सौदा तय होने के बाद फिक्स होटल में धंधा चलता है। माइकल ने कई साइट्स के नाम बताए। जिसकी हमने जांच की। बकायदा वहां पर कॉल गर्ल्स के नाम। उनकी उम्र और कोऑर्डिनेटर का मोबाइल नंबर लिखा हुआ मिला। आप इनसे संपर्क कर उन्हें कहीं भी बुला सकते हैं। इंटरनेट पर मौजूद सीटीजीएल डॉट कॉम पर हजारों कॉल गर्ल्स की प्रोफाइल और व्हाट्सएप नंबर मौजूद है। हालांकि इस धंधे से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस प्रोफाइल के जरिए धोखाधड़ी को अंजाम दिया जाता है। आप जैसे ही उस पर क्लिक करेंगे आपके फोन को क्लोन कर लिया जाएगा। उसके बाद आपके खाते से पैसे उड़ा लिए जाएंगे। इस धंधे से जुड़े सूत्र ने बताया कि पटना में कॉल गर्ल बुकिंग के लिए टॉप 10 ऑनलाइन लिंक मौजूद हैं। जिसके सहारे आप बुकिंग कर सकते हैं। इसमें न पुलिस का झमेला होता है। न ही किसी ब्रोकर का। आप आराम से लड़कियों को अपनी तयशुदा जगह होटल या कमरे में बुला सकते हैं। सूत्र ने ये भी बताया कि पुलिस को सब कुछ पता है लेकिन इन लोगों पर कार्रवाई नहीं होती है। कभी-कभार होटल में पकड़े जाने पर पता चलता है कि किसी के साथ सेक्सटॉर्शन हो गया।
कॉल गर्ल के धंधे से जुड़े सूत्रों की मानें तो आप पटना की कॉल गर्ल इंडस्ट्री को खंगालने के लिए इन टॉप टेन ऑनलाइन लिंक का सहारा ले सकते हैं। बकायदा इनकी वेबसाइट बनी हुई है। कई में रजिस्ट्रेशन के लिए आपको कुछ प्राइमरी जानकारी डालनी होगी। कइयों में ये पूरी तरह मुफ़्त है। पहली है- सीटीजीएल डॉट कॉम। दूसरी है- कॉल गर्ल पटना डॉट इन। तीसरी है- एस्कॉर्ट डायरेक्टरी डॉट इन, Schloka Escorts Service डॉट इन, चौथी है-वीआईपीनेहाराज डॉट इन, पांचवी है- टोटैक्स डॉट कॉम। उसके अलावा सुडोकू डॉट कॉम, लोकान्टो डॉट मी, चेकजी डॉट कॉम शामिल है। इन साइट्स पर जाकर आप 24×7 कॉल गर्ल घर पर मंगा सकते हैं। उन्हें होटल के लिए बुक कर सकते हैं। सूत्रों की मानें ये बातें पुलिस की जानकारी में है। धंधा इतना गुप्त तरीके और ऑनलाइन माध्यम से होता है कि किसी को इसकी भनक तक नहीं मिलती है।
इसी साल मार्च महीने में पटना के एक 55 वर्षीय बुजुर्ग अचानक ऐसे ही रैकेट के चंगुल में फंसते हैं। उनको होटल बुलाकर सेक्स रैकेट के लोग उनसे उनके मोबाइल में एक खास तरह का ऐप डाउनलोड करने को कहते हैं। उसके बाद बुजुर्ग ऐप डाउनलोड करने के बाद लड़की का इंतजार करने लगते हैं। उन्हें कहा जाता है कि मैडम कपड़े उतार रही हैं। आप बस इंतजार करें। बुजुर्ग मैडम का इंतजार करते रहे तब तक उनके खाते से शातिरों ने पांच लाख रुपये विदड्रा कर लिए। बुजुर्ग को जब अपने ठगे जाने का एहसास हुआ तो वे भागे-भागे पुलिस के पास पहुंचे। बुजुर्ग जब कोतवाली थाने पहुंचे तब उन्होंने बताया कि उन्होंने गूगल पर कॉलगर्ल इन पटना सर्च किया। उसके बाद नंबर पर कॉल किया और सेक्सटॉर्शन के शिकार बन गए। जिस बुजुर्ग ने पुलिस कंप्लेंट किया। उनके जैसे कितने लोग रोजाना राजधानी पटना में कॉल गर्ल इंडस्ट्री के शिकार हो रहे हैं। कई लोगों की बातें इज्जत और लाज-लिहाज की वजह से पुलिस तक नहीं पहुंच पा रही है।
नाम नहीं छापने की शर्त पर इस धंधे से जुड़े लोग कहते हैं कि वीआईपीनेहाराज डॉट कॉम पर बकायदा लाइव वीडियो चलते हैं। आज तक किसी ने उसे नहीं रोका। वहां पर अपनी जानकारी भरने के बाद जब आप मेंबर बनते हैं तो आपको प्रीमियम सर्विस मुहैया कराई जाती है। बकायदा साइट पर फॉर्म भरवाया जा रहा है। पटना के सैकड़ों लोग अपने घरों और होटलों में इस सर्विस का लाभ ले रहे हैं। ये पूरी तरह गैरकानूनी है। कोई ध्यान देना वाला नहीं है। आप जब भी वीआईपीनेहाराज पर क्लिक करते हैं-वहां एक लड़की लाइव होती है। हालांकि उसका चेहरा दिखाई नहीं देता। सर्विस की पूरी बात बताई जाती है। संपर्क नंबर दिए गए हैं। पटना में ऐसे कई ऑनलाइन कॉल गर्ल्स क्लब चल रहे हैं। ये सब साइबर अपराध की श्रेणी में आता है। इस तरह के मामलों को कई बार देख चुके और हाल में ऑनलाइन सेक्सटॉर्शन के बारे में सुन चुके वरिष्ठ अधिवक्ता और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के सदस्य एसके ओझा कहते हैं कि पुलिस को इस पर ध्यान देना चाहिए। कॉल गर्ल मुहैया कराने के नाम पर लोगों का शोषण किया जाता है। बिहार की संस्कृति में इस आधुनिकता के लिए कोई जगह नहीं है। पुलिस को इस पर संज्ञान लेना चाहिए।