जब दिल्ली के एक पार्क में हुआ दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा का कत्ल!

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एक ऐसी घटना जिसमें दिल्ली के एक पार्क में दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा का कत्ल हुआ था! मुझसे शादी कर लो! दिल्ली को दहला देने वाले इस कत्ल की कहानी इसी लाइन से शुरू होती है। वो घर से ये मानकर आया था कि अगर वो शादी से इनकार करेगी तो वो उसे हमेशा के लिए मौत की नींद सुला देगा। मर्डर की स्क्रिप्ट लिखी जा चुकी थी, हथियार तैयार था और ना का इंतजार था। हुआ भी बिल्कुल वैसे ही जैसे ही दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली इस लड़की ने शादी से इनकार किया, इस लड़के ने पहले से तैयार लोहे की रॉड को उठा लिया और फिर दे दना दन लड़की के सिर पर वार करने शुरू कर दिए। ये तब तक तक मारता रहा जब तक लड़की सिर फट नहीं गया। दिल्ली का मालवीय नगर का पार्क जो सुबह सुबह सीनियर सिटिज़न्स के ठहाकों का केन्द्र वही 28 जुलाई को साक्षी बना एक खौफनाक मर्डर का। जिस पार्क में लड़के-लड़कियां मौज-मस्ती करते हैं, लोग घूमते फिरते है वही पार्क उस दिन एक खूबसूरत लड़की के खून से लाल हो गया। एक लड़की के परिवार वालों के सपनों को हमेशा के लिए इस पार्क में दफन हो गए। नरगिस दिल्ली के संगम पार्क में रहती थी और दिल्ली यूनिवर्सिटी के कमला नेहरू कॉलेज से पढ़ाई कर रही थी। नरगिस का सपना था आईएएस ऑफिसर बनकर अपने परिवार के ख्वाबों को पूरा करना।

अब आते हैं उस बेरहम इंसान पर जिससे प्यार न सही नरगिस का दोस्ती का रिश्ता तो था ही। इरफान नाम था इस कातिल का। रिश्ते में नरगिस का मौसेरा भाई। उत्तर प्रदेश के औरैया का रहने वाला। बचपन से ही दोनों परिवारों के बीच रिश्तेदारी होने की वजह से आना जाना था। इरफान कुछ साल पहले करीब 5-6 साल नरगिस के घर पर ही रहा। नरगिस के पिता मोटर मैकेनिक है और उन्होंने ही इरफान को मैकेनिक का काम सिखाया। इसी दौरान इरफान को नरगिस भाने लगी थी। वो तब से ही नरगिस से शादी के सपने देख रहा था।

इरफान ने शादी को लेकर नरगिस को परेशान करना शुरू कर दिया था। परिवार वालों ने इरफान से अपनी बेटी की शादी करने से इनकार कर दिया था। वो अपनी बेटी को पढ़ा-लिखाकर काबिल बना चाह रहे थे। इसी बात के बाद इरफान को नरगिस के पिता ने अपने घर से भगा दिया था। वो वापस औरैया चला गया था, लेकिन कुछ समय पहले वो वापस लौट आया। वो औरेया जरूर गया था, लेकिन नरगिस उसके दिल से कभी नहीं निकली। नरगिस की भी इरफान से दोस्ती थी, लेकिन वो अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ कुछ नहीं करना चाहती थी। नरगिस ने इरफान का व्हाट्सएप और फोन भी ब्लॉक कर दिया था।

26 जुलाई के दिन नरगिस अपनी कोचिंग क्लास में जा रही थी। रास्ते में उसे इरफान मिला। उसने नरगिस का रास्ता रोका, नरगिस को कहा कि मुझे तुमसे बात करनी है। वो नरगिस को अपने साथ बात करने के लिए पार्क में ले गया। ये मालवीय नगर के पॉश इलाके में बना एक पार्क था। उस पार्क में इरफान ने पहले से ही एक रॉड छुपा दी थी। पार्क में ले जाकर इरफान ने फिर से नरगिस से शादी की बात की। नरगिस ने फिर मना किया और बस इसके तुरंत बाद इरफान ने उस पर 10 से 12 वार लोहे की रॉड से हमला कर दिया।

दिल्ली यूनिवर्सिटी के कमला नेहरू कॉलेज में पढ़ने वाली नरगिस हमेशा के लिए मौत की आगोश में जा चुकी थी। उसके अपने कजिन ने उसकी हत्या कर दी थी। परिवार वाले उसका इंतजार कर रहे थे कोचिंग से लौटने का, लेकिन उस दिन उसके कत्ल की खबर आई। बता दें कि इरफान को नरगिस के पिता ने अपने घर से भगा दिया था। वो वापस औरैया चला गया था, लेकिन कुछ समय पहले वो वापस लौट आया। वो औरेया जरूर गया था, लेकिन नरगिस उसके दिल से कभी नहीं निकली। नरगिस की भी इरफान से दोस्ती थी, लेकिन वो अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ कुछ नहीं करना चाहती थी। नरगिस ने इरफान का व्हाट्सएप और फोन भी ब्लॉक कर परिवार टूट गया। नरगिस के दो भाई, मां पिता सब सदमे में है। उन्हें पता था कि इरफान उनकी बेटी को बहन को हमेशा परेशान करता था, लेकिन एक दिन वो उसकी जान ले लेगा ये उन्होंने कभी नहीं सोचा था। नरगिस के भाइयों ने कहा कि उनकी बहन के कातिल को मौत की सजा मिलनी चाहिए तभी उनको न्याय मिलेगा।