वर्तमान के युवा अब अग्निवीर बनना चाहते है! भारतीय सेना में अग्निवीरों का पहला बैच जल्द ही अलग अलग यूनिट में पहुंच जाएगा। चार साल पूरे होने पर इनमें से अधिकतम 25 पर्सेंट को परमानेंट होने का मौका मिलेगा। लेकिन अगर कोई अग्निवीर बैटल कैजुवल्टी लाइन ऑफ ड्यूटी में जख्मी होता है और गैलेंट्री अवॉर्ड भी मिला है तो सेना में परमानेंट होना सुनिश्चित है। सूत्रों के मुताबिक सेना ने अग्निवीरों को परमानेंट करने की जो पॉलिसी बनाई है उसमें यह साफ है कि गैलेंट्री अवॉर्ड मिलने और बैटल कैजुवल्टी होने पर उन्हें 25 पर्सेंट परमानेंट में जगह मिलेगी। भारतीय सेना में अग्निवीरों के पहले बैच की ट्रेनिंग हाल ही में पूरी हुई है। पहले बैच के करीब 19000 अग्निवीर अब सेना की अलग अलग यूनिट जॉइन करने को तैयार हैं। अगले महीने दूसरे बैच के करीब 20 हजार अग्निवीरों की ट्रेनिंग भी पूरी हो जाएगी। अग्निपथ स्कीम लागू करते वक्त सेना ने कहा था कि एक मकसद ज्यादा टेक सेवी युवाओं को सेना का हिस्सा बनाना है। पहले के दो बैच में यह नजर भी आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक सेना के पहले दो बैच के अग्निवीरों में पांच पर्सेंट आईटीआई क्वॉलिफाइड हैं। 15 पर्सेंट अग्निवीर ग्रेजुएट हैं और 110 बीटेक और पोस्ट ग्रेजुएट हैं।
सेना में लगातार तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा है। ज्यादा टेक सेवी युवाओं के सेना में शामिल होने से सेना टेक्नॉलजी का ज्यादा फायदा ले सकेगी। सूत्रों के मुताबिक पहले के मुकाबले अग्निपथ स्कीम के तहत जो अग्निवीर आए हैं उनकी अकेडमिक परफॉर्मेंस भी बेहतर रही। पहली कोशिश में 30 पर्सेंट ज्यादा युवा अकेडमिक्स में पास हुए। चार साल बाद अधिकतम 25 पर्सेंट युवाओं को परमानेंट होने का विकल्प दिया जाएगा। इसके लिए असेसमेंट और स्क्रीनिंग पॉलिसी बनाई गई है जो पूरी तरह ऑटोमेटेड है।
इसमें सालाना ऑपरेशनल असेसमेंट, ट्रेड एप्टीट्यूड और कुछ टेस्ट को शामिल किया गया है। परफॉर्मेंस काउंसिलिंग भी शामिल है। सभी असेसमेंट साल में दो बार किए जाएंगे और जो बेहतर परफॉर्मेंस होगी उसे रेकॉर्ड किया जाएगा। पहले साल का असेसमेंट ट्रेनिंग खत्म होने के बाद ट्रेनिंग सेंटर में और बाकी तीन असेसमेंट यूनिट्स में किए जाएंगे। आपको बता दें कि अग्निपथ भर्ती योजना’ के तहत युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सेना में शामिल होने का मौका मिलेगा। साढ़े 17 साल से 21 साल के युवा लड़के और लड़कियां इसके लिए पात्र होंगे। इसके लिए 10वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र आवेदन कर सकेंगे। इसकी शुरुआत 90 दिन के भीतर हो जाएगी। इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। पहली भर्ती प्रक्रिया में युवाओं को छह महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग का समय भी चार साल में शामिल होगा। चार साल के सेवाकाल के बाद 75 फीसदी जवानों की सेवाएं समाप्त हो जाएंगी। अधिकतम 25 फीसदी को रेगुलर काडर में जगह मिलेगी। इसके लिए सेवाकाल पूरा होने के बाद ऐच्छिक आधार पर रेगुलर काडर के लिए आवेदन करना होगा।
हर अग्निवीर को भर्ती के साल 30 हजार महीने तनख्वाह मिलेगी। इसमें से 70 फीसदी यानी 21 हजार रुपये उसे दिए जाएंगे। बाकी 30 फीसदी यानी नौ हजार रुपये अग्निवीर कॉर्प्स फंड में जमा होंगे। इस फंड में इतनी ही राशि सरकार भी डालेगी। दूसरे साल अग्निवीर की तनख्वाह बढ़कर 33 हजार, तीसरे साल 36.5 हजार तो चौथे साल 40 हजार रुपये हो जाएगी। चार साल में उसकी कुल बचत करीब 5.02 लाख रुपये होगी। वहीं सरकार की ओर से भी इतनी ही रकम जमा की जाएगी। नौकरी पूरी होने के बाद उसे ये रकम ब्याज सहित मिलेगी। जो करीब 11.71 लाख रुपये होगी। ये रकम टैक्स फ्री होगी। सेवा के दौरान शहीद होने या दिव्यांग होने पर आर्थिक मदद का प्रावधान भी है। अगर कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है तो उसे सेवा निधि समेत एक करोड़ से ज्यादा की राशि ब्याज समेत दी जाएगी। इसके अलावा बची हुई नौकरी का वेतन भी दिया जाएगा। अगर कोई जवान ड्यूटी के दौरान डिसेबिल यानी दिव्यांग हो जाता है तो उसे 44 लाख रुपये तक की राशि दी जाएगी और बची हुई नौकरी का भी वेतन दिया जाएगा। चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा। जो 11.71 लाख रुपए होगा।
अग्निवीर बनने के लिए 17.5 साल से 21 साल के युवाओं को मौका मिलेगा। इनकी ट्रेनिंग 10 हफ्ते से 6 महीने तक होगी। अग्निवीर के लिए 10वीं 12वीं के छात्र आवेदन कर सकेंगे। अगर कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है, तो उसके परिजनों को सेवा निधि समेत एक करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि ब्याज समेत मिलेगी। इसके अलावा बाकी बची नौकरी का भी वेतन दिया जाएगा। वहीं, अगर कोई अग्निवीर डिसेबिल हो जाता है, तो उसे 44 लाख रुपए तक की राशि दी जाएगी। इसके अलावा बाकी का भी वेतन मिलेगा। चार साल के बाद 25% तक अग्निवीरों को केंद्रीयकृत व पारदर्शी प्रणाली के आधार पर नियमित संवर्ग के रूप में चुना जाएगा। 100% उम्मीदवार नियमित संवर्ग में नामांकन के लिए बतौर वालंटियर, आवेदन कर सकते हैं।