एक ऐसी मर्डर मिस्ट्री जिसमें टैटू सुराग बन गया! कहते हैं कत्ल होता है तो सुराग भी होगा है, लेकिन कई बार कातिल इतना शातिर होता है कि सारे सुराग मिटा देता है। न मर्डर का हथियार मिलता है न फिंगर प्रिट्ंस और नहीं कोई गवाह होता है। कातिल फरार होता है, लाश सामने होती है, लेकिन पकड़े तो पकड़े किसे। पुलिस के लिए कई बार ऐसे कल्त पहेली बन चुके हैं, लेकिन ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब ऐसी मर्डर मिस्ट्रीज़ में टैटू बन गए हैं सबसे बड़े सुराग। टैटू के डिजाइन ने पुलिस को कातिल तक पहुंचा दिया और कातिल को सलाखों के पीछे। 7 साल पहले महाराष्ट्र के पालघर में एक कत्ल हुआ। कातिल ने हत्या करके लाश को बोरे में रखकर फेंक दिया और खुद फरार हो गया। पुलिस तलाश करती रही, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 7 साल हो चुके थे। पुराने मामलों को फिर से खंगाला जा रहा था और इसी कड़ी में इस केस का नंबर भी आया। पुलिस को कातिल की एक धुंधली तस्वीर मिली। इस तस्वीर में एक टैटू नजर आया जो कातिल के हाथ में बना हुआ था। पुलिस कड़ियों को जोड़ा तलाशी शुरू हुई और फिर इस टैटू की वजह से कातिल उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया। इस कातिल हाथ में दो टैटू बने हुए थे। एक टैटू में इसने अपना नाम लिखवाया था जबकि दूसरे में इसने तीन सितारे बनाए हुए थे। इसने अपने नाम का टैटू तो मिटा लिया था क्योंकि पहचान बदलकर रह रहा था, लेकिन उसने ये कभी नहीं सोचा था कि बिना नाम का टैटू भी उसे सलाखों के पीछे पहुंचा सकता है।
नोएडा में भी कुछ महीने पहले एक तालाब में महिला की लाश मिली। पानी में लाश होने की वजह से लाश का चेहरा पूरी तरह खराब हो गया था। अब सवाल ये था कि ये लाश किसकी। लड़की की गर्दन में एक टैटू बना हुआ था। इस टैटू की मदद से ही नोएडा पुलिस ने साहिबा नाम की लड़की मर्डर मिस्ट्री को सॉल्व किया। दरअसल साहिबा जितेन्द्र भाटी नाम के एक शख्स के साथ नोएडा में लिव इन में रहती थी। साहिबा जितेन्द्र पर शादी का दबाव बना रही थी और इसलिए लड़की को शराब पिलाकर आरोपी ने उसे मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद लाश को ले जाकर तालाब में डाल दिया। अगर लड़की के शरीर में टैटू न होता तो कातिल का पता लगा पाना बेहद मुश्किल हो जाता।
छत्तीसगढ़ में भी एक लड़की की मर्डर मिस्ट्री K नाम के टैटू से सुलझ पाई। लड़की की हत्या के बाद उसे पास ही एक तालाब के दफना दिया गया था। गांव के एक शख्स ने लड़की की लाश देखी तो पुलिस को सूचना दी। आपको बता दें कि पुलिस को कातिल की एक धुंधली तस्वीर मिली। इस तस्वीर में एक टैटू नजर आया जो कातिल के हाथ में बना हुआ था। पुलिस कड़ियों को जोड़ा तलाशी शुरू हुई और फिर इस टैटू की वजह से कातिल उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया। इस कातिल हाथ में दो टैटू बने हुए थे। एक टैटू में इसने अपना नाम लिखवाया था जबकि दूसरे में इसने तीन सितारे बनाए हुए थे। दरअसल लड़की का पैर बाहर निकला हुआ था। पुलिस ने लाश को बाहर निकाला लेकिन लड़की की पहचान नहीं हो पा रही थी। जांच की तो पता चला कि उसके हाथ में K का टैटू बना हुआ है। बस पुलिस को ये सुराग मिल चुका था और इसी टैटू की बदौलत वो कातिल तक पहुंची। कातिल लड़की बॉयफ्रेंड था। बता दें कि शख्स के साथ नोएडा में लिव इन में रहती थी। साहिबा जितेन्द्र पर शादी का दबाव बना रही थी और इसलिए लड़की को शराब पिलाकर आरोपी ने उसे मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद लाश को ले जाकर तालाब में डाल दिया। अगर लड़की के शरीर में टैटू न होता तो कातिल का पता लगा पाना बेहद मुश्किल हो जाता। लंबे समय से दोनों रिश्ते में थे, लेकिन कुछ दिन पहले लड़के ने इस लड़की को किसी और के साथ देख लिया था और इसलिए उसकी हत्या कर दी। टैटू तो मिटा लिया था क्योंकि पहचान बदलकर रह रहा था, लेकिन उसने ये कभी नहीं सोचा था कि बिना नाम का टैटू भी उसे सलाखों के पीछे पहुंचा सकता है। करने के बाद लाश को पास ही तालाब के किनारे गाड़ दिया।