जब छत्तीसगढ़ में किया गया खुलेआम बलात्कार?

0
188

हाल ही में छत्तीसगढ़ में खुलेआम बलात्कार जैसी घटना सामने आई है! इस खबर को सुनकर शायद आपका भी खून खौल जाए। इस खबर को पढ़ने के बाद शायद आप भी यही सोचने को मजबूर हो जाए कि देश में कितनी सुरक्षित हैं बेटियां। चाकू की नोक पर देश की दो बेटियों के साथ हुआ है गैंगरेप। कई दरिंदों ने मिलकर दो बहनों की अस्मत को लूटा है। ये शर्मसार करने वाली घटना हुई छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में। एक भाई चाहते हुए अपनी बहन की आबरू को लुटते हुए नहीं बचा पाया। एक भाई के सामने उसकी बहन की अस्मत लूट ली गई और ये हुआ रक्षाबंधन के दिन। रायपुर में एक लड़का अपनी बहन और अपनी मंगेतर के साथ रक्षाबंधन मना कर वापस घर लौट रहा था। ये तीनों स्कूटी पर थे। इसी दौरान रायपुर के भानसोज इलाके में राह चलते कुछ गुंडों ने इनके ऊपर छींटाकशी की। ये तीन इस बात को इग्नोर करके चुपचाप आगे बढ़ गये, लेकिन ये गुंडे इतने पर नहीं रुके। बदमाशों ने थोड़ा आगे चलकर इनकी स्कूटी रोक ली।

ये करीब 8-10 बदमाश थे और इनके पास चाकू और दूसरे हथियार भी थे। इन्होंने लड़के की गर्दन पर चाकू रखा और फिर उससे पैसे और मोबाइल छीन लिया। उसके बाद इन गुंडों की नजर दोनों लड़कियों पर पड़ी। बता दें कि ये समाज के लिए आंख खोलने वाली है। सबसे बड़ा सवाल है कि इतने बड़ी घटनाएं हो जाती है, लेकिन पुलिस घटना होने के बाद ही तस्वीर सामने आती है। ऐसा नहीं है कि ये गुंडे पहली बार इलाके में कोई गुंडागर्दी कर रहे हों, तो क्यों इस तरह के बदमाशों पर पहले नकेल नहीं कसी जाती। ये लड़कियों को अपनी तरफ खींचने लगे। लड़के ने विरोध किया तो इन्होंने लड़के को पीटना शुरू कर दिया। चाकू दिखाकर जान से मारने की धमकी देने लगे। लड़के को मार मारकर अधमरा कर दिया और उसके सामने ही उसकी बहन और मंगेतर को सड़क से करीब एक किलोमीटर दूर अंदर की तरफ ले गया।

ये तीनों दया की भीख मांगते रहे, रोते चिल्लाते रहे, लेकिन इन बदमाशों पर कोई असर नहीं हुआ। इन्होंने दोनों लड़कियों का गैंगरेप किया। उनके जिस्म के साथ कई घंटों तक खेलने के बाद लड़कियों को वापस वहीं सड़क पर फेंक दिया। तीनों की हालत बेहद खराब थी। एक भाई खुद को कोस रहा था जो रक्षाबंधन के दिन अपनी बहन की रक्षा तक न कर पाया। ये तीनों इस हालत में भी नहीं थे कि आगे बढ़ सके। थोड़ी देर बाद वहां से एक पुलिस की गाड़ी गुजरी तो खौफनाक हकीकत दुनिया के सामने आई।

तीनों को अस्पताल ले जाया गया। इस घटना ने पूरे इलाके में खौफ पैदा कर दिया है। उस रात ही पुलिस ने इलाके सर्च आपरेशन शुरू किया। 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन उस रात जो होना था वो तो हो चुका था। सरेआम सड़क में लड़कियों के साथ ऐसी घटना बेहद डराने वाली है। ये समाज के लिए आंख खोलने वाली है। सबसे बड़ा सवाल है कि इतने बड़ी घटनाएं हो जाती है, लेकिन पुलिस घटना होने के बाद ही तस्वीर सामने आती है। ऐसा नहीं है कि ये गुंडे पहली बार इलाके में कोई गुंडागर्दी कर रहे हों, तो क्यों इस तरह के बदमाशों पर पहले नकेल नहीं कसी जाती।

ये मामला छत्तीसगढ़ है, लेकिन इस तरह लड़कियों की इज्जत तार-तार करने के मामले रोज सामने आते हैं। जगह बदल जाती हैं, नाम बदल जाते हैं, लेकिन बलात्कार होते रहते हैं। बता दें कि कई घंटों तक खेलने के बाद लड़कियों को वापस वहीं सड़क पर फेंक दिया। तीनों की हालत बेहद खराब थी। एक भाई खुद को कोस रहा था जो रक्षाबंधन के दिन अपनी बहन की रक्षा तक न कर पाया। ये तीनों इस हालत में भी नहीं थे कि आगे बढ़ सके। थोड़ी देर बाद वहां से एक पुलिस की गाड़ी गुजरी तो खौफनाक हकीकत दुनिया के सामने आई। कभी एक परिवार इस दर्द को झेलता, तो कभी कोई दूसरा। सोचिए क्या बीती होगी इस लड़के पर जब उसके सामने ही उसकी बहन और मंगेतर की इज्जत लूट ली गई होगी। इस परिवार के लिए तो वो खौफनाक रात पूरी जिंदगी न भूलने वाली रात रहेगी जिसका दर्द कभी खत्म नहीं होगा। इस तरह की घटनाएं कहीं ना कहीं समाज और देश को शर्मिंदा करती है! अतः आवश्यकता है कि समाज और प्रशासन दोनों ही इस ओर कड़े कदम उठाए!