हाल ही में तेजस्वी यादव ने बिहार में अचानक एक बैठक कर डाली है! बिहार में सियासी शोर मच रहा है। एक तरफ ये दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जी20 डिनर में हिस्सा लेना राज्य में सियासी समीकरणों के पलटने का संकेत है। इसी बीच रविवार को तेजस्वी यादव ने अपने पांच देशरत्न मार्ग पर एक बैठक बुला ली। ये बैठक विधायकों की है। नीतीश जी20 डिनर में शामिल होकर पटना लौट ही रहे थे कि अचानक ये खबर आ गई। बिहार के सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया। चर्चा का स्तर यहां तक पहुंच गया कि बिहार में महागठबंधन सरकार गिर न जाए। लेकिन असल मामला कुछ और है। रविवार की सुबह के 11:30 बजे का वक्त, अचानक बिहार के सियासी गलियारों में ये खबर आई कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक ‘अर्जेंट’ मीटिंग बुलाई है। उधर नीतीश जी 20 सम्मेलन की डिनर पार्टी में हिस्सा लेकर पटना वापस लौट ही रहे थे कि बैठक शुरू हो गई। इसके बाद तो ऐसा सियासी माहौल बना कि मत पूछिए। कुछ सियासी पंडित महागठबंधन सरकार के भविष्य पर सवाल उठाने लगे। तेजस्वी की बैठक को लेकर जितने मुंह उतनी बातें शुरू हो गईं। नवभारत टाइम्स ऑनलाइन बिहार की टीम को जब इसके बारे में पता चला तो हमने अपने रिपोर्टर को तेजस्वी के आवास 5 देशरत्न मार्ग की ओर रवाना कर दिया। लेकिन कहीं से ये बात हमारी टीम को लग रही थी कि फिलहाल ऐसा होना मुमकिन नहीं दिख रहा। अभी न तो लालू या फिर न ही नीतीश या तेजस्वी ऐसा कुछ करके विपक्षी एकता का विलेन बनना चाहेंगे। ऐसे में ये बैठक क्यों बुलाई गई। लिहाजा हमारी वो टीम, जो ऐसी खबरों की पड़ताल में माहिर मानी जाती है और जो इस मूल मंत्र पर चलती है कि जो लिखा है वही होगा, सक्रिय हो गई।
इस दौरान हमने सियासी गलियारे में अपने सूत्रों से बात करनी शुरू की। हमारा सवाल यही था कि तेजस्वी यादव ने अचानक ये बैठक क्यों बुलाई जब नीतीश दिल्ली से लौट ही रहे थे। तेजस्वी के अपने विधायकों की बैठक बुलाने का मकसद क्या था? बस इसी पड़ताल के दौरान हमारी खास टीम को एक चिट्ठी मिली। एक विश्वस्त सूत्र ने इसे हमें मुहैया कराया। इस चिट्ठी ने एक झटके में सारा माजरा साफ कर दिया। पहला तो ये कि इस बैठक का सीएम नीतीश के जी20 डिनर पॉलिटिक्स से कोई लेना देना नहीं है। और दूसरा कि ये बैठक पहले से ही तय थी। तब से, जब सीएम नीतीश को जी 20 के डिनर में आने का न्यौता भी नहीं मिला था।
ये चिट्ठी 2 सितंबर 2023 को लिखी गई है। एक बार फिर से आपको बता दें कि इस समय तक सीएम नीतीश को जी20 सम्मेलन की डिनर पार्टी का न्यौता तक नहीं मिला था। ये चिट्ठी राजद के प्रदेश प्रधान महासचिव रणविजय साहू के नाम से जारी की गई है। इस चिट्ठी में साफ लिखा है कि ‘सादर सूचित करना है कि माननीय उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी के निर्देशानुसार दिनांक 11 सितंबर 2023 को अपराह्न 12:15 बजे दिन सोमवार को 05 देशरत्न मार्ग, पटना स्थित आवास पर दक्षिण बिहार पटना, मगध, भागलपुर तथा मुंगेर प्रमंडल स्थित जिला के सभी माननीय विधायक, विगत विधानसभा 2020 के प्रत्याशी, जिलाध्यक्ष तथा जिला प्रधान महासचिव की एक अति आवश्यक बैठक बुलाई गई है। इस बैठक की अध्यक्षता माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री जगदानंद सिंह जी करेंगे। अतः आपसे अनुरोध है कि उक्त बैठक में ससमय उपस्थित होने का कष्ट किया जाए।’ आपको ये भी बता दें कि ऐसी ही एक चिट्ठी और लिखी गई थी जिसमें आज यानी 10 सितंबर को कुछ खास क्षेत्रों के विधायकों को बुलाया गया है।
दरअसल ये बैठक इसलिए बुलाई गई थी कि इसमें लोकसभा चुनाव 2024 वोट ट्रांसफर से लेकर महागठबंधन कार्यकर्ताओं के बीच सामंजस्य कैसे कायम किया जाए। इस बैठक की रूपरेखा काफी पहले ही तय हो गई थी। इस चिट्ठी ने एक झटके में सारा माजरा साफ कर दिया। पहला तो ये कि इस बैठक का सीएम नीतीश के जी20 डिनर पॉलिटिक्स से कोई लेना देना नहीं है। और दूसरा कि ये बैठक पहले से ही तय थी। तब से, जब सीएम नीतीश को जी 20 के डिनर में आने का न्यौता भी नहीं मिला था।इसमें विधायकों और जनप्रतनिधियों से उनके क्षेत्र की समस्याओं पर भी चर्चा होनी है। लेकिन नीतीश के दौरे के बीच बैठक से सियासी गलियारे में अलग ही चर्चा शुरू हो गई। खैर हमारा काम आपको अफवाहें बताना नहीं बल्कि उन अफवाहों के पीछे की सच्चाई बताना है। ये चिट्ठी उसी का एक सबूत है।