हाल ही में एक रिपोर्ट के मुताबिक बड़ी-बड़ी कंपनियों के कॉस्मेटिक नकली बिक रहे हैं! मेकअप करने के लिए शायद आप रोज कोई न कोई प्रोडक्ट अपनी स्किन में इस्तेमाल करती हो। काजल, फाउंडेशन , लिपस्टिक, कंसीलर, क्रीम, फेस वाश ये सारे प्रोडक्ट ज्यादातर लड़कियों की रेगुलर जरूरत होते हैं, लेकिन अब इन प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करने से पहले सावधान हो जाइए। बड़े-बड़े ब्रांड्स के नकली प्रोडक्ट बाजार में उतारे गए हैं जो स्किन खराब करने के साथ साथ जानलेवा भी साबित हो सकते हैं। अहमदाबाद पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो जो बड़ी कंपनी के नाम के नकली मेकअप प्रोडक्ट्स बाजार में उतार रहा था। हमारे देश में सबसे ज्यादा लैक्मे के प्रोडक्ट इस्तेमाल होते हैं और इसलिए इस गैंग ने हिंदुस्तान लिवर के प्रोडक्ट्स को ही निशाना बनाया था। लेक्मे और एल 18 नाम के ब्रांड्स से कौन नहीं वाकिफ होगा। ये मेकअप में काफी अच्छी ब्रांड्स मानी जाती है, लेकिन इन्हीं ब्रांड्स के हुबहू नकली प्रोडक्ट धड़ल्ले से बिक रहे हैं।
ये लोग दिल्ली की थोक बाजारों से लोकल और चाइनीज कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स खरीद रहे थे और फिर लेक्मे और एल 18 की ब्रांडिग करके इन्हें लोगों को बेच रहे थे। लोग इन ब्रांड्स पर आंख बंद करके भरोसा करते हैं और इसलिए इनके जाल में आसानी से फंस रहे थे। दरअसल कॉस्मेटिक का कारोबार काफी बड़ा है। हर शहर में मेकअप प्रोडक्ट्स की करोड़ में खपत होती है और इसलिए मुनाफाखोरों के लिए इसमें धांधली करना ज्यादा मुनाफे का सौदा है।
नकली कॉस्मेटिक प्रोडक्ट इन्हें काफी सस्ते दाम में मिल जाते हैं, लेकिन ये प्रोडक्ट बेहद खतरनाक होते हैं। लैड, खतरनाक कलर्स और दूसरी जानलेवा चीजों का इनमें इस्तेमाल किया जाता है। इनको चेहरे में लगाने से स्किन एलर्जी, आंखों में इंफेक्शन, चेहरे का रंग बदलना, यहां तक की कैंसर जैसी समस्याएं हो सकती हैंऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो जो बड़ी कंपनी के नाम के नकली मेकअप प्रोडक्ट्स बाजार में उतार रहा था। हमारे देश में सबसे ज्यादा लैक्मे के प्रोडक्ट इस्तेमाल होते हैं और इसलिए इस गैंग ने हिंदुस्तान लिवर के प्रोडक्ट्स को ही निशाना बनाया था। लेक्मे और एल 18 नाम के ब्रांड्स से कौन नहीं वाकिफ होगा। ये मेकअप में काफी अच्छी ब्रांड्स मानी जाती है, लेकिन इन्हीं ब्रांड्स के हुबहू नकली प्रोडक्ट धड़ल्ले से बिक रहे हैं। लेकिन इन मुनाफाखोरों को इस बात से कोई लेना देना नहीं है। फिलहाल अहमदाबाद में एक ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से लेक्मे और एल 18 ब्रांड्स के नकली प्रोडक्ट मिले हैं। इस ऑपरेशन में गिरफ्तार पांच लोगों की पहचान सुरेश राणा, सोहेल अली, इलियास मंसूरी, अशफाक शेख और सोहेल शेख के रूप में की गई है। पुलिस इस काम में जुड़े और लोगों की तलाश कर रही है।
अब सवाल ये है कि असली और नकली की पहचान कैसे करें। जिन ब्रांड्स के प्रोडक्ट्स इनके पास से मिले हैं ये बड़े ब्रांड्स है और इनके प्रोडक्ट सेफ होते हैं, लेकिन इन्हें पहचानना जरूरी है। कोई भी कंपनी के प्रोडक्ट में बार कोड और सीरियल नंबर जरूर होगा। उसपर ध्यान दे जबकि सामान्य तौर पर नकली प्रोडक्ट्स में वो नहीं होता। बता दें कि ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो जो बड़ी कंपनी के नाम के नकली मेकअप प्रोडक्ट्स बाजार में उतार रहा था। हमारे देश में सबसे ज्यादा लैक्मे के प्रोडक्ट इस्तेमाल होते हैं और इसलिए इस गैंग ने हिंदुस्तान लिवर के प्रोडक्ट्स को ही निशाना बनाया था। लेक्मे और एल 18 नाम के ब्रांड्स से कौन नहीं वाकिफ होगा। ये मेकअप में काफी अच्छी ब्रांड्स मानी जाती है, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स खरीद रहे थे और फिर लेक्मे और एल 18 की ब्रांडिग करके इन्हें लोगों को बेच रहे थे। लोग इन ब्रांड्स पर आंख बंद करके भरोसा करते हैं और इसलिए इनके जाल में आसानी से फंस रहे थे। दरअसल कॉस्मेटिक का कारोबार काफी बड़ा है। हर शहर में मेकअप प्रोडक्ट्स की करोड़ में खपत होती है और इसलिए मुनाफाखोरों के लिए इसमें धांधली करना ज्यादा मुनाफे का सौदा है।लेकिन इन्हीं ब्रांड्स के हुबहू नकली प्रोडक्ट धड़ल्ले से बिक रहे हैं। इसके अलावा नकली प्रोडक्ट्स इस्तेमाल कंपनी का ब्रांड लोगो ओरिजनल से थोड़ा से अलग जरूर होता है और ये सावधानी से देखने में पहचाना जा सकता है। इसके अलावा आप कंपनी की वेबसाइट्स पर जाकर भी प्रोडक्ट्स की जानकारी ले सकते हैं। आमतौर पर बड़े कॉस्मेटिक शोरूम से ही ये प्रोडक्ट्स खरीदें क्योंकि वहां नकली मिलने की गुंजाइश काफी कम हो जाती है।