एक ऐसी घटना जिसमें एक कर्नल ने डांसर का कत्ल कर दिया! उत्तराखंड में देहारादून के पास की पहाड़ियों में एक लड़की की लाश मिलती है। लड़की की उम्र करीब 30 से 35 साल के बीच बताई जाती है। पुलिस आसपास पूछताछ करती है, लेकिन कोई लड़की का पता नहीं बता पाता। उत्तराखंड के किसी थाने में किसी लड़की के लापता होने की भी कोई रिपोर्ट नहीं लिखवाई जाती। लड़की का चेहरा कातिल से बुरी तरह से खराब कर दिया। ऐसे में लड़की की पहचान बेहद मुश्किल थी। कातिल कौन है ये तो अगली कड़ी, पहला सवाल था लड़की कौन है और कैसे की जाए लड़की की पहचान? पुलिस ने एकदम नई ड्रेस पहनी हुई थी। उसकी स्कर्ट पर एक बार कोड लगा हुआ था। अब पुलिस के पास यही इकलौता क्लू था जिसके जरिए ये पता लगाया जा सकता था कि ये लड़की है कौन। बार कोड की मदद से पुलिस उस दुकान तक पहुंची जहां से स्कर्ट खरीदी गई थी। शोरूम में पूछताछ में पता चला कि हां कुछ दिन पहले ही ये ड्रेस खरीदी गई थी। सीसीटीवी की मदद से लड़की पहचान भी हो गई।
अब पुलिस ने सीसीटीवी में कुछ सुराग खोजने की कोशिश की। क्या उस लड़की के साथ कोई और भी था। पुलिस को शोरूम के बाहर एक कार नजर आई जो इस लड़की की इंतजार कर रही थी। इस कार में आर्मी लिखा हुआ था। ये साफ था कि कार किसी आर्मी ऑफिसर की है। कार का नंबर चेक करके रजिस्ट्रेशन नंबर की मदद से कार मालिक का पता निकाला गया, लेकिन अभी भी पुलिस को कुछ और सबूत इकट्ठा करने थे। इस आर्मी ऑफिसर का नाम था रामेंदु उपाध्याय।
पुलिस ने आर्मी ऑफिसर का फोन नंबर ट्रैक किया। उस रात रामेंदु उपाध्याय की लोकेशन वही दिखा रही थी जहां लड़की लाश पुलिस को मिली थी। ये साफ था कि आर्मी ऑफिसर का कत्ल से कुछ न कुछ ताल्लुक तो जरूर है। सारे सबूत इकट्ठा करने के बाद पुलिस रामेंदु उपाध्याय के घर पहुंच गई। रामेंदु देहरादून में ही रहते हैं। उनके साथ उनकी पत्नी और एक बेटा भी है। पुलिस की टीम को देखकर रामेंदु घबरा गए।
पुलिस ने पूछताछ की तो पहले तो वो बहाने बनाने लगे, लेकिन बाद में सारा सच उगल दिया। लेफ्टिनेंट कर्नल ने कबूल किया उन्होंने ही किया था लड़की का कत्ल। जो कहानी इस आर्मी ऑफिसर ने सुनाई वो बेहद खौफनाक थी। रामेंदु की मुलाकात श्रेया से कुछ साल पहले नॉर्थ ईस्ट में पोस्टिंग के दौरान हुई थी। श्रेया नेपाल की रहने वाली थी और नॉर्थ ईस्ट में बार में डांसर थी। कर्नल रामेंदु का उस बार में आना जाना था। बस वहीं से दोनों की दोस्ती हुई, प्यार हुआ और फिर दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने।
बाद में लेफटीनेंट कर्नल का ट्रांसफर देहरादून हो गया, लेकिन श्रेया रामेन्दु को नहीं भूली। थोड़े समय बाद वो भी देहरादून लौट आई। देहरादून में आकर वो रामेंदू से मिली और उसपर शादी का दबाव बनाने लगी। ये बात रामेन्दु को पसंद नहीं आ रही थी। वजह थी उसका पहले से शादीशुदा होना। कार किसी आर्मी ऑफिसर की है। कार का नंबर चेक करके रजिस्ट्रेशन नंबर की मदद से कार मालिक का पता निकाला गया, लेकिन अभी भी पुलिस को कुछ और सबूत इकट्ठा करने थे। इस आर्मी ऑफिसर का नाम था रामेंदु उपाध्याय।न सिर्फ शादीशुदा बल्कि रामेन्दु का एक बेटा भी है। हालांकि देहरादून आने के बाद भी दोनों मिलते रहे।
9 सितंबर की रात को भी रामेंदू ने अपनी कार में श्रेया से मुलाकात की। दोनों ने साथ शराब पी, लेकिन फिर दोनों के बीच कार में झगड़ा होने लगा। रामेन्दु ने कार में रखे हथोड़े से श्रेया के सिर पर हमला कर दिया। वो तब तक उसे मारता रहा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। बता दें कि रामेंदु की मुलाकात श्रेया से कुछ साल पहले नॉर्थ ईस्ट में पोस्टिंग के दौरान हुई थी। श्रेया नेपाल की रहने वाली थी और नॉर्थ ईस्ट में बार में डांसर थी। कर्नल रामेंदु का उस बार में आना जाना था। बस वहीं से दोनों की दोस्ती हुई, प्यार हुआ और फिर दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने। इसके बाद कर्नल अपनी लाश को लेकर कार सिरवालगढ़ की तरफ बढ़ा और एक सुनसान जगह पर लड़की की लाश फेंक दी। रामेन्दु ने लड़की के चेहरे को टॉयलेट क्लीनर से जला भी दिया, लेकिन लड़की की ड्रेस ने इस आर्मी ऑफिसर की पूरी पोल खोल दी।