आज हम आपको इजरायल-हमास के युद्ध में होने वाले अपराधों को बताने वाले हैं! आंसू, चीख-पुकार, रोना-धोना, दर्द लाशों के ढेर ये मंजर दिल दहला देता है। फिर सोचिए उन लोगो दिन रात इसके बीच अपनी जिंदगी बिताने को मजबूर है। इजरायल-हमास की लड़ाई ने वहां के लोगों की न सिर्फ रातें बल्कि दिन भी काले कर दिए हैं। हर पल मौते के साये में जीने को मजबूर है लोग। वो बच्चे जिन्हें युद्ध का मतलब भी नहीं पता वो उस दर्द को झेल रहे हैं जिसकी कल्पना हो सकती। कहीं बम गिरता है तो कईयों को मौत हो जाती है, कइयों के हाथ-पैर उड़ जाते हैं, किसी के चेहरे पर पत्थरों से चोटें लगती हैं। कोई शारीरिक दर्द झेलता है तो कोई अपनों की मौत की मानसिक पीड़ा। युद्ध किसी भी परिस्थिति में भयानक होता है, लेकिन उससे भी ज्यादा दुखदायी होता है उस युद्ध में होने वाला अपराध। वो अपराध जो युद्ध के नियमों के खिलाफ होता है। वो अपराध जिसमें जानबूझकर मासूमों को शिकार बनाया जाता है। ऐसा अपराध जो सदियों तक नहीं भूला जा सकता है। जिसका दर्द न सिर्फ शरीर बल्कि आत्मा को भी घायल कर देता है। इजरायल हमास युद्ध के दौरान भी हो रहे हैं अपराध। जान लीजिए वो 5 क्राइम जिनको जानने के बाद आपके भी आंसू निकल आएंगे। आप भी वो दर्द सुनकर कांप जाएंगे जिसे वहां के लोग झेल रहे हैं और जो हैं नियमों के खिलाफ।
इजरायल हमास युद्ध छोटे-छोटे बच्चे काल का ग्रास बना दिया गया है। युद्ध नियम के मुताबिक बच्चों को निशाना नहीं बनाया जा सकता, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी की युद्ध के 19वें दिन सिर्फ 24 घंटे में इतनी बमबारी की गई कि 756 लोग मारे गए हैं जिनमें 344 बच्चे भी शामिल हैं। सोचिए वो बच्चे जिन्हें ये पता भी नहीं होगा कि ये युद्ध क्या है वो इसके शिकार बन चुके हैं। जिन्होंने सही से दुनिया को जाना भी नहीं उन्हें ही इतनी भयानक मौत दे दी गई। अब तक इस युद्ध में 3000 हजार से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों बच्चे घायल हैं।
इस युद्ध के दौरान दूसरा सबसे बड़ा अपराध हुआ अस्पताल को कब्रगाह बना दिया गया। गाजा पट्टी पर बने एक अस्पताल पर रॉकेट से हमला किया गया। जहां लोग ठीक होने की उम्मीद से आए थे वही उनको मौत दे दी गई। युद्ध नियम के मुताबिक ये सबसे बड़ा अपराध है। किसी भी अस्पताल को कभी भी युद्ध के दौरान निशाना नहीं बनाया जा सकता। इस युद्ध में एक और बड़ा अपराध इजरायल की तरफ से किया गया और ये अपराध है गाजा पट्टी के लोगों को भूखा मारने का। उन्हें दवाइयों और दूसरे जरूरी सामान से महरूम करने का। गाजा पट्टी पर जरूरत का ज्यादातर सामान इजरायल से ही जाता है, लेकिन युद्ध शुरू होने के साथ ही इजरायल पर इस सामान की सप्लाई पर रोक लगा दी। लोगों को भूखा मरने को मजबूर कर दिया।
युद्ध नियमों के मुताबिक जिस इलाके में आम लोग रह रहे हों उस इलाके को निशाना नहीं बनाया जा सकता, लेकिन इजरायल ने अब तक 7600 रॉकेट दाग दिए हैं और ये रॉकेट दागे गए उन इलाकों में जहां ज्यादातर आम लोग रह रहे थे। अपराध जिसमें जानबूझकर मासूमों को शिकार बनाया जाता है। ऐसा अपराध जो सदियों तक नहीं भूला जा सकता है। जिसका दर्द न सिर्फ शरीर बल्कि आत्मा को भी घायल कर देता है। इजरायल हमास युद्ध के दौरान भी हो रहे हैं अपराध। जान लीजिए वो 5 क्राइम जिनको जानने के बाद आपके भी आंसू निकल आएंगे। आप भी वो दर्द सुनकर कांप जाएंगे जिसे वहां के लोग झेल रहे हैं और जो हैं नियमों के खिलाफ।हमास से लड़ाई में आम लोगों को टारगेट किया गया जिनमें अब तक करीब 8000 हजार लोगों की बिना बात मौत हो चुकी है। इस युद्ध में एक और खौफनाक अपराध सामने आया और ये अपराध किया हमास ने।इस युद्ध में एक और बड़ा अपराध इजरायल की तरफ से किया गया और ये अपराध है गाजा पट्टी के लोगों को भूखा मारने का। उन्हें दवाइयों और दूसरे जरूरी सामान से महरूम करने का। गाजा पट्टी पर जरूरत का ज्यादातर सामान इजरायल से ही जाता है, लेकिन युद्ध शुरू होने के साथ ही इजरायल पर इस सामान की सप्लाई पर रोक लगा दी। लोगों को भूखा मरने को मजबूर कर दिया। हमास ने जब हमला किया तो उसने इजराइल के आम नागरिकों को बंधक बना लिया। उनके साथ बर्बरता की गई। आम लोगों को बंधक बनाना भी वॉर क्राइम में शामिल होता है।