वर्तमान में एक ठग बागेश्वर धाम के नाम से लोगों को चूना लगा रहा है! देवी-देवता, चार धाम यात्रा तो कभी किसी धाम के नाम पर ठगी। ठगों का ऐसा जाल बिछा है कि इसमें कोई न कोई फंस ही जाता है। ठग इसके लिए सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट बनाकर लोगों को निशाना बना रहे हैं। व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर लोगों को अलग-अलग तरीके से ठगा जा रहा है। कभी किसी महंगे गिफ्ट का लकी ड्रॉ तो कभी गिफ्ट वाउचर। अभी राजस्थान में बागेश्वर धाम के नाम पर लक्की ड्रॉ का ऐसा ही मामला सामने आया है। बागेश्वर धाम के नाम से लकी ड्रॉ के जरिए लोगों से ठगी की जा रही थी। कुछ महीने पहले की बात है जब उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के दौरान ठगों ने जाल बिछाकर लोगों को लाखों का चूना लगाया। कुछ समय पहले की बात है जब दिल्ली में वैष्णो देवी यात्रा के नाम पर 50 से अधिक महिलाओं को ठगी का शिकार बनाया गया। ऐसे कई और मामले सामने आए हैं जहां आस्था के नाम का सहारा लेकर ठगी की जा रही है। राजस्थान की राजधानी जयपुर समेत कई दूसरे शहरों में बागेश्वर धाम के नाम पर लकी ड्रॉ ठगी का मामला सामने आया है। साइबर ठगों ने बागेश्वर धाम के नाम का इस्तेमाल कर सोशल मीडिया पर कई फर्जी अकाउंट बनाए हैं। व्हाट्सएप पर बागेश्वर धाम के वीडियो लिंक भेजे जाते हैं। ठग इतने शातिर हैं कि पहले वह लिंक भेजते हैं और जब मैसेज पर क्लिक होता है तो उसके बाद उनका पूरा खेल शुरू हो जाता है। मैसेज क्लिक होने की जानकारी मिलने के बाद ठगों की ओर से लकी ड्रॉ का कूपन भेजा जाता था। लकी ड्रॉ में हिस्सा लेने वालों को बाइक और कार जीतने का लालच दिया जाता था। पहले एक कूपन भेजा जाता था और कुछ दिनों बाद लकी ड्रॉ जीतने की जानकारी दी जाती। फिर गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन फीस के लिए कहा जाता है। यदि कोई इनके झांसे में आ जाता है तो रजिस्ट्रेशन के बाद इंश्योरेंस के लिए पैसा मांगा जाता है। कई लोग इस झांसे में आ भी गए। पुलिस ने कहा कि जल्द मामले का खुलासा किया जाएगा साथ ही पब्लिक से ऑनलाइन लकी ड्रॉ के झांसे में नहीं आने को कहा गया है।
कुछ महीने पहले की बात है जब चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले ही ठगों ने अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया था। इनके झांसे में आए लोगों को सच्चाई का पता उत्तराखंड पहुंचने का बाद पता चला। ऐसे में उनके चार धाम यात्रा का पूरा शेड्यूल ही बिगड़ गया। चार धाम यात्रा शुरू होते ही हेलीकॉप्टर बुकिंग, वीवीआईपी दर्शन और स्पेशल पूजा के नाम पर कई फेक वेबसाइट बन जाती है। हेलीकॉप्टर बुकिंग को लेकर काफी अधिक डिमांड रहती है और यह अधिकांश समय फुल ही रहता है। इसी का फायदा उठाकर ठग काफी एक्टिव हो जाते हैं। इनकी ओर से कन्फर्म बुकिंग की गारंटी दी जाती है। मोबाइल पर फेक टिकट भेजा जाता था और जब ये लोग टिकट के साथ हेलीपेड के पास पहुंचते तब पूरी सच्चाई का सामना होता था। ऐसे कई मामले सामने आने के बाद केदारनाथ यात्रा को लेकर कई वेबसाइट को बंद कराया गया।
देश की राजधानी दिल्ली में एक ऐसा मामला सामने आया था जहां वैष्णो देवी जाने के लिए टूर पैकेज के नाम पर 50 से अधिक महिलाओं को ठगी का शिकार बनाया गया। जिस आरोपी को दिल्ली पुलिस ने पकड़ा था वह फेसबुक ग्रुप पर अलग-अलग और आकर्षक टूर पैकेज शेयर करता था। 1500 रुपये से कम का टूर पैकेज ऑफर किया जाता था। जिसमें दिल्ली से बस से आना-जाना। उसके बाद घोड़े से माता के दरबार तक जाना और खाना-पीना भी शामिल था। ठग की ओर से क्यूआर कोड दिया गया और एक नहीं 50 से अधिक महिलाओं को ठगी का शिकार बनाया। सच्चाई का पता तब चला जब ग्रुप में 25 महिलाएं दिल्ली के एक मेट्रो स्टेशन नीचे बस पकड़ने पहुंचीं। थोड़ी देर बाद ही सबको कहानी समझ आ गई।
देवी-देवताओं के नाम के साथ ही साइबर फ्रॉड करने वाले रोज चूना लगाने का एक नया तरीका खोजते हैं। युवाओं के बीच आईफोन का काफी क्रेज है लेकिन कीमत अधिक होने से कई खरीद नहीं पाते। साइबर अपराधी ऐसे युवाओं को धोखा देने के लिए वर्चुअल नंबरों का उपयोग कर रहे हैं दूसरे देशों का कोड लगा होता है। ये घोखेबाज दुबई से सस्ता आईफोन दिलाने की बात करत हैं। दुबई से सस्ते मोबाइल के चक्कर में कई लोग फंस जाते हैं। बैंकिंग डिटेल शेयर करने के बाद कई लोगों के खाते खाली हो गए। गुजरात में एक शख्स को 70 हजार के चक्कर में 7 लाख रुपए का चूना लगा। शुरुआत में टोकन मनी और फिर यूपीआई के जरिए पूरा खेल इनका शुरू हुआ। सच्चाई का पता अकाउंट खाली होने के बाद चला। तरीके अलग-अलग है और रोज नए-नए। ऐसे में ऐसे किसी भी ऑफर में न आए नहीं तो लॉटरी के नाम पर चूना लगना तय है।