कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के घर, उनके परिवार के सदस्यों द्वारा संचालित शराब कंपनी (बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज लिमिटेड) और उनके कई दफ्तरों पर इनकम टैक्स की छापेमारी जारी है. खबर है कि आयकर विभाग अब तक 290 करोड़ रुपये से ज्यादा की वसूली कर चुका है. सूत्रों के मुताबिक, देश में इनकम टैक्स की छापेमारी में इतनी बड़ी रकम पहले कभी नहीं बरामद हुई थी. वहीं इस मुद्दे पर बीजेपी ने कांग्रेस पर हमले की धार तेज कर दी है. वे कांग्रेस के अलावा ओडिशा के बीजेडी नेतृत्व पर भी निशाना साधने से नहीं चूके.
इनकम टैक्स के इस हमले के दो दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले को तूल देते हुए कांग्रेस पर हमला बोला और उस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के विभिन्न स्तर के नेताओं ने उनके सुर में कांग्रेस पर हमला बोला है. नड्डा ने एक्स-हैंडल में कांग्रेस सांसदों को लिखा, ‘आपको और आपके नेता राहुल गांधी दोनों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। यह नया भारत है. राजपरिवार के नाम पर यहां लोगों का शोषण नहीं होने दिया जाएगा.” वहीं, नड्डा ने लिखा, ”अगर कांग्रेस भ्रष्टाचार की गारंटी है, तो मोदी जी भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की गारंटी हैं.”
पार्टी के राज्यसभा सांसद के घर और दफ्तर से इतनी बड़ी मात्रा में नकदी बरामद होने से कांग्रेस बेहद असहज है. पार्टी के राज्य और केंद्रीय नेतृत्व ने धीरज साहू से दूरी बना ली है. साथ ही पार्टी की ओर से कहा गया है कि इतनी रकम जमा करने के मामले में उस सांसद को स्पष्टीकरण देना होगा. पार्टी पहले ही उनसे जवाबदेही की मांग कर चुकी है. कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने पार्टी की स्थिति स्पष्ट करते हुए एक्स-हैंडल पर लिखा, ”सांसद धीरज साहू के कारोबार से कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है. केवल वही बता सकते हैं और बताना भी चाहिए कि आयकर अधिकारियों ने उनकी संपत्ति से इतनी बड़ी मात्रा में नकदी कैसे बरामद की।” एक अन्य कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने भी इसी तरह के स्वर में कहा, ”हम कई वर्षों से सुन रहे हैं कि वे शराब का कारोबार चला रहे हैं। और पैसों की बोरियां उड़ा देता है. लेकिन उसके बाद भी धीरज साहू के घर और दफ्तर से जितनी रकम बरामद हुई है वो चौंकाने वाली है. धीरज और उसके परिवार वालों को इसका जवाब देना होगा.”
झारखंड में कांग्रेस के कार्यवाहक नेता अविनाश पांडे ने रविवार को कहा कि सांसद धीरज साहू से स्पष्टीकरण मांगा गया है. उनसे जवाब मांगा गया है. साथ ही उन्होंने कहा, पूरा मामला धीरज और उनके परिवार का निजी मामला है. कांग्रेस का इससे कोई लेना-देना नहीं है. ”सांसद धीरज साहू के कारोबार से कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है. केवल वही बता सकते हैं और बताना भी चाहिए कि आयकर अधिकारियों ने उनकी संपत्ति से इतनी बड़ी मात्रा में नकदी कैसे बरामद की।” एक अन्य कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने भी इसी तरह के स्वर में कहा, ”हम कई वर्षों से सुन रहे हैं कि वे शराब का कारोबार चला रहे हैं।
हालांकि कांग्रेस ने इस मुद्दे से खुद को अलग कर लिया, लेकिन बीजेपी ने साथ छोड़ने से इनकार कर दिया. पार्टी के एक नेता शहजाद पूनावाला ने आज धीरज का एक पुराना ट्वीट सामने लाया, जिसमें धीरज ने नोटबंदी की आलोचना की थी. अमित शाह ने कहा, ”मैं समझता हूं कि कांग्रेस चुप क्यों है. क्योंकि भ्रष्टाचार तो उनके स्वभाव में है. लेकिन जदयू, राजद, द्रमुक, सपा सभी चुप हैं. यह समझ में आता है कि केंद्रीय एजेंसी का इस्तेमाल कर नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभियान क्यों चलाया जा रहा है.”
बीजेपी ने इस मुद्दे पर ओडिशा की सत्ताधारी बीजेडी और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर हमला करना नहीं छोड़ा. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य प्रशासन की विफलता के कारण धीरज साहू और उनका परिवार इतनी बड़ी रकम इकट्ठा करने में सफल रहे। हालांकि बीजेडी सभी आरोपों को नकारने का दावा कर रही है, लेकिन बीजेपी बिना वजह उन पर आरोप लगा रही है. बीजेडी का बीजेपी से काफी जुड़ाव है. बीजेडी संसद के अंदर और बाहर कोई भी बीजेपी विरोधी कदम उठाकर मोदी सरकार को परेशान नहीं करती है. लेकिन कई लोगों का मानना है कि इस शिकायत से राज्य स्तर पर दोनों पार्टियों के बीच कुछ दूरियां बढ़ जाएंगी. समाचार अभिकर्तत्व