आखिर कौन है उपराष्ट्रपति का मजाक उड़ाने वाले कल्याण बनर्जी?

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आज हम आपको उपराष्ट्रपति का मजाक उड़ाने वाले कल्याण बनर्जी के बारे में जानकारी देने वाले हैं! तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी मंगलवार को सुर्खियों में रहे। उन्‍होंने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ का मजाक उड़ाते हुए नकल उतारी। नकल उतारने का उनका वीडियो पलक झपकते ही वायरल हो गया। यह सबकुछ उस वक्‍त हुआ जब विपक्षी सदस्‍यों के निलंबन के विरोध में अपोजिशन मेंबर्स ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया। उन्‍होंने सदन की ‘मॉक कार्यवाही’ का आयोजन किया। इसी दौरान कल्‍याण बनर्जी धनखड़ के बोलने की शैली की नकल उतारते दिखाई दिए। मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी थे। वह मोबाइल फोन से धनखड़ की नकल उतारे जाने का वीडियो बनाते देखे गए। राज्‍यसभा के सभापत‍ि ने सदन में इस पर अफसोस भी जाहिर किया। आइए, यहां जानते हैं कि सभापति का मजाक उड़ाने वाले कल्‍याण बनर्जी कौन हैं? कल्याण बनर्जी ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी से ताल्‍लुक रखते हैं। वह बंगाल के जाने-माने पॉलिटिशियन हैं। उनका जन्म आसनसोल में हुआ था। उनके पिता भोलानाथ बनर्जी और सिबानी बनर्जी दुनिया में नहीं हैं। कल्‍याण बनर्जी बीकॉम एलएलबी हैं। उनकी शिक्षा-दीक्षा बांकुरा समिलानी कॉलेज और रांची लॉ कॉलेज से हुई। उनकी पत्‍नी का नाम छबि बनर्जी है। दोनों के एक बेटा और एक बेटी है। कल्‍याण बनर्जी की गिनती जाने-माने वकीलों में होती है। वह अमूमन तृणमूल कांग्रेस के केस लड़ते आए हैं। 1981 से बनर्जी कलकत्ता हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते रहे हैं।

कल्याण बनर्जी लोकसभा में सेरामपुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्‍व करते हैं। पहले 2014 के आम चुनाव में टीएमसी के टिकट पर उन्‍होंने यहां से चुनाव जीता था। फिर 2019 में वह दोबारा यहां से चुनकर आए। अक्टूबर 2009 में संसदीय टीम के सदस्य के रूप में उन्‍होंने ब्रिटेन और अमेरिका की यात्रा की। अध‍िवक्‍ता से राजनेता बनने का उनका सफर कई पड़ावों से गुजरा है।  कल्‍याण बनर्जी इस दौरान कई भूमिकाओं में रहे। उन्‍होंने पश्चिम बंगाल यूथ कांग्रेस कानूनी प्रकोष्‍ठ से लेकर पश्चिम बंगाल यूथ कांग्रेस अध्‍यक्ष तक की जिम्‍मेदारी संभाली। पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस के महासचिव बने। पश्चिम बंगाल विधानसभा के सदस्य। अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस उपाध्यक्ष। कुछ अन्य नारे लिखे हुए थे। उन्होंने ‘गृह मंत्री इस्तीफा दो’ के नारे भी लगाए गए।15वीं लोकसभा के लिए चुना गया। मार्क्‍सवादी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के संतश्री चटर्जी को एक लाख से ज्‍यादा वोटों से पटखनी दी।

संसद के दोनों सदनों से 90 से ज्‍यादा विपक्षी सदस्यों के निलंबन पर विरोध जताते हुए विपक्ष के सांसदों ने मंगलवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया। सदन की ‘मॉक कार्यवाही’ का आयोजन किया। निलंबित सांसदों ने संसद के नए भवन के मकर द्वार पर धरना दिया। इसी दौरान तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा की कार्यवाही के संचालन की नकल की। मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी खड़े थे। वह बनर्जी के कार्यवाही के संचालन की नकल किए जाने का मोबाइल फोन से वीडियो बनाते देखे गए। इससे पहले संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष विपक्षी सदस्यों ने प्रदर्शन किया। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार भी शामिल हुए। कई विपक्षी सांसदों के हाथों में तख्तियां थीं जिन ‘डेमोक्रेसी अंडर सीज’ लोकतंत्र को बंधक बनाया गया और कुछ अन्य नारे लिखे हुए थे। उन्होंने ‘गृह मंत्री इस्तीफा दो’ के नारे भी लगाए गए।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि सांसदों का निलंबन लोकतांत्रिक प्रणाली को खत्म करने की साजिश है। पहले गुजरात में भी इसी तरह से विधानसभा चलाई जाती थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, ‘यहां तानाशाही चल रही है, उसके खिलाफ लड़ेंगे।’ संसद में सोमवार को 78 विपक्षी सांसदों को आसन की अवमानना और अशोभनीय आचरण करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। यह संसदीय इतिहास में एक दिन में अब तक की सर्वाधिक सांसदों को निलंबित करने की बड़ी कार्रवाई है। पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस के महासचिव बने। पश्चिम बंगाल विधानसभा के सदस्य। अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस उपाध्यक्ष। 15वीं लोकसभा के लिए चुना गया। मार्क्‍सवादी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के संतश्री चटर्जी को एक लाख से ज्‍यादा वोटों से पटखनी दी।13 दिसंबर को लोकसभा से 33 सदस्यों और राज्यसभा से 45 सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था। पिछले गुरुवार से दोनों सदनों से निलंबित किए गए विपक्षी सांसदों की कुल संख्या 92 हो गई है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को 24 जुलाई को निलंबित किया गया था।