यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या बीजेपी सत्ता में हैट्रिक वापस लगा पाएगी या नहीं! लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल जीतने के बाद बीजेपी की नजरे अब अगले साल होने वाले फाइनल पर है। चुनाव नतीजों ने, खासकर तीन हिंदी भाषी राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को मिली जीत ने पार्टी का मनोबल बढ़ाया है। ऐसे में पार्टी अब केंद्र में सत्ता हैट्रिक बनाने की कोशिश में जुट गई है। दिल्ली में दो दिन तक चली पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में आम चुनाव में जीत को सुनिश्चित करने की रणनीति पर चर्चा हुई। इसमें पार्टी की योजनाओं, चुनाव प्रचार थीम से लेकर वोट प्रतिशत बढ़ाने जैसे कदम शामिल हैं। इस दो दिन की बैठक में पीएम मोदी से लेकर अमित शाह ने पदाधिकारियों को जीत सुनिश्चित करने को लेकर दिशा-निर्देश दिए। जानते हैं कि पार्टी किस फॉर्मूले से मिशन 2024 को पूरा करना चाहती है। बीजेपी ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अपने वोट प्रतिशत को बढ़ाने पर जोर दे रही है। पार्टी का लक्ष्य अगले चुनाव में वोट प्रतिशत को बढ़ाकर 50 फीसदी से अधिक करने का है। ऐसे में विपक्ष के पास बीजेपी को हराने का रास्ता बंद हो जाएगा। बीजेपी ने अपने कार्यकर्ताओं को 10 प्रतिशत वोट बढ़ाने का लक्ष्य दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के वोट 10 प्रतिशत और बढ़ाने के लिए बूथ स्तर पर बेहद सक्रियता से काम करने के संबंध में एक विषय रखा। पीएम मोदी ने खुद बूथ प्रबंधन को चुनौती के रूप में लेने का सुझाव दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके लिए मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश का बूथ प्रबंधन उदाहरण हैं।
हाल में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत में ‘मोदी की गारंटी’ को काफी अहम माना जा रहा है। ऐसे में पार्टी ने मोदी की गारंटी को लोकसभा चुनाव में प्रमुखता से लोगों के बीच पहुंचाने का फैसला किया है। ऐसे में पार्टी आने वाले समय में ‘मोदी की गारंटी’ को जनता के बीच अधिक से अधिक पहुंचाने पर केंद्रित रहेगी। पार्टी ने 2024 में चुनाव प्रचार की थीम भी मोदी की गारंटी पर फोकस करने पर फैसला लिया है। बीजेपी के चुनावी वादों और भारत के प्रति उसके दृष्टिकोण को ‘मोदी की गारंटी’ के नारे के तहत ही फोकस किया जाएगा। पीएम मोदी यह कहते रहे हैं कि ‘जब सभी से उम्मीद खत्म हो जाती है, तब ‘मोदी की गारंटी’ शुरू होती है।
बीजेपी की तरफ से पीएम मोदी की सलाह पर पार्टी का जोर गरीबों, युवाओं, किसान और महिलाओं पर होगा। पदाधिकारियों के सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाएं यदि गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं तक सही से पहुंच जाएं तो इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। बीजेपी के इस कदम को विपक्ष के जाति आधारित जनगणना के विषय को तूल देने की की कोशिशों की काट के रूप में दिया जा रहा है। पीएम मोदी यह कह चुके हैं कि उनके लिए देश में गरीब, युवा, किसान और महिलाएं ही चार जातियां हैं। पीएम ने साफ कहा कि अगर इनका कल्याण हो जाए तो 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र होने से कोई नहीं रोक सकता।
अगले साल चुनाव में जीत हासिल करने में बीजेपी का यह कदम काफी अहम माना जा रहा है। बीजेपी का मानना है कि देश में चल रही ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ को लेकर काफी पॉजिटिव रिएक्शन मिल रहा है। ऐसे में संकल्प यात्रा को लेकर बैठक में भी चर्चा की गई। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के वोट 10 प्रतिशत और बढ़ाने के लिए बूथ स्तर पर बेहद सक्रियता से काम करने के संबंध में एक विषय रखा। पीएम मोदी ने खुद बूथ प्रबंधन को चुनौती के रूप में लेने का सुझाव दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके लिए मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश का बूथ प्रबंधन उदाहरण हैं।पार्टी का लक्ष्य अगले चुनाव में वोट प्रतिशत को बढ़ाकर 50 फीसदी से अधिक करने का है। ऐसे में विपक्ष के पास बीजेपी को हराने का रास्ता बंद हो जाएगा। बीजेपी ने अपने कार्यकर्ताओं को 10 प्रतिशत वोट बढ़ाने का लक्ष्य दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के वोट 10 प्रतिशत और बढ़ाने के लिए बूथ स्तर पर बेहद सक्रियता से काम करने के संबंध में एक विषय रखा।विकसित भारत संकल्प यात्रा केंद्र सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य अपनी कई कल्याणकारी योजनाओं की अहर्ता वाले लाभार्थी तक पहुंच सुनिश्चित करना है। बीजेपी ने अपने सदस्यों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि अधिक से अधिक संख्या में लोगों को इसका लाभ मिले।