आज हम आपको बताएंगे कि इस बार के गणतंत्र दिवस पर क्या खास होने वाला है! इस बार बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी पूरी तरह से स्वदेशी होगी। सूत्रों के मुताबिक बीटिंग रिट्रीट में जो भी धुनें बजाई जाएंगी वह स्वदेशी होंगी। इसके लिए धुनों को चयन कर लिया गया है। साथ ही गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार इंडियन नेवी, एयरफोर्स और नेवी की महिला अग्निवीरों को जॉइंट दस्ता होगा। जिसे तीनों फोर्स की महिला ऑफिसर लीड करेंगी। पहली बार ट्राई सर्विस आर्मी, नेवी, एयरफोर्स दस्ता परेड में मार्च करेगा। साल 2022 में बीटिंग रीट्रीट सेरेमनी से ‘अबाइड विद मी’ धुन को ड्रॉप किया गया था। 1950 से लेकर हर साल 29 जनवरी तक बीटिंग रिट्रीट समारोह में यह धुन बजाई जाती थी। इससे पहले 2020 में भी इसे हटाने की कोशिश की गई थी लेकिन विवाद होने के बाद तब इसे फिर शामिल कर दिया गया था। सूत्रों के मुताबिक इस बार बीटिंग रिट्रीट में हर धुन स्वदेशी होगी। इसमें ताकत वतन की हम से है, कदम कदम बढ़ाए जा, ऐ-मेरे वतन के लोगो, फौलाद का जिगर, शंखनाद, भागीरथी जैसी धुनें शामिल हैं। बीटिंग रिट्रीट सेना की बैरक में वापसी का प्रतीक है।
बीटिंग रिट्रीट से पहले गणतंत्र दिवस समारोह में पहली बार इंडियन आर्मी, एयरफोर्स और नेवी की महिला अग्निवीरों का जॉइंट दस्ता होगा। अब तक ट्राई सर्विस दस्ता यानी तीनों सेनाओं का जॉइंट दस्ता गणतंत्र दिवस परेड मे शामिल नहीं हुआ है। पहली बार ट्राई सर्विस दस्ता होगा। सूत्रों के मुताबिक इसे इंडियन आर्मी की महिला ऑफिसर लीड करेंगी। उनके पीछे तीन दस्ते आर्मी की महिला अग्निवीर, नेवी की महिला अग्निवीर और एयरफोर्स की महिला अग्निवीर का दस्ता समानांतर पैरलर मार्च करेगा। इनकी अगुवाई इन फोर्स की ही महिला अधिकारी करेंगी। तीन सेनाओं की परेड करने की स्टाइल में भी फर्क है इसलिए आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की महिला अग्निवीर गणतंत्र दिवस परेड के लिए अपनी मार्चिंग स्किल को भी फाइन ट्यून कर रही हैं ताकि कदम से कदम मिलाकर कर्तव्य पथ पर मार्च कर सकें।
इंडियन नेवी में अग्निपथ स्कीम लागू होने के साथ ही अग्निवीर के तौर पर महिला सेलर्स की भी भर्ती शुरू हुई। नेवी के अग्निवीर के पहले बैच में 2600 अग्निवीर थे, इसमें 273 महिला अग्निवीर भी शामिल थी। इंडियन एयरफोर्स में अग्निवीर के पहले बैच में महिलाएं नहीं थी लेकिन दूसरे बैच में 153 महिला अग्निवीर थी जो पिछले महीने ही पासआउट हुई हैं। तीसरे बैच की ट्रेनिंग चल रही है और इसमें भी महिलाएं हैं। इंडियन आर्मी में 2019 से महिलाओं की सैनिक के तौर पर भी भर्ती शुरू हुई। महिलाएं कोर ऑफ मिलिट्री पुलिस में सैनिक के तौर पर तैनात हैं। अग्निपथ स्कीम लागू होने के साथ ही अग्निवीर के तौर पर महिलाएं कोर ऑफ मिलिट्री पुलिस में भर्ती हो रही हैं।
यहि नहीं आपको बता दें कि सूत्रों के मुताबिक, महिला अग्निवीरों की भर्ती से पहले ट्रेनिंग सेंटर में भी उनके लिए व्यवस्थाएं की जानी हैं जिसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सेना में इंफ्रेंट्री, आर्म्ड और मिकैनाइज्ड इंफ्रेंट्री कॉम्बैट आर्म्स हैं। इनमें अभी महिलाओं की एंट्री नहीं है, ऑफिसर लेवल पर भी नहीं। लेकिन कॉम्बैट सपोर्ट आर्म में महिला अधिकारी हैं। इस साल से ही आर्टिलरी में महिला अधिकारियों को लेने की शुरुआत की गई है। आर्टिलरी के अलावा इंजिनियर्स, एयर डिफेंस, आर्मी एविएशन भी सपोर्ट आर्म है। महिला अग्निवीर और एयरफोर्स की महिला अग्निवीर का दस्ता समानांतर पैरलर मार्च करेगा। इनकी अगुवाई इन फोर्स की ही महिला अधिकारी करेंगी। तीन सेनाओं की परेड करने की स्टाइल में भी फर्क है इसलिए आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की महिला अग्निवीर गणतंत्र दिवस परेड के लिए अपनी मार्चिंग स्किल को भी फाइन ट्यून कर रही हैं ताकि कदम से कदम मिलाकर कर्तव्य पथ पर मार्च कर सकें।इसमें भी महिला अधिकारी हैं, जो पहले सिर्फ शॉर्ट सर्विस में होती थी लेकिन अब वह स्थायी कमिशन की हकदार हैं। सूत्रों के मुताबिक, महिला अग्निवीरों की शुरुआत सर्विसेज जैसे आर्मी सर्विस कोर, ऑर्डिनेंस, इलैक्ट्रिक एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स से हो सकती है। तीसरे बैच की ट्रेनिंग चल रही है और इसमें भी महिलाएं हैं। इंडियन आर्मी में 2019 से महिलाओं की सैनिक के तौर पर भी भर्ती शुरू हुई। महिलाएं कोर ऑफ मिलिट्री पुलिस में सैनिक के तौर पर तैनात हैं। अग्निपथ स्कीम लागू होने के साथ ही अग्निवीर के तौर पर महिलाएं कोर ऑफ मिलिट्री पुलिस में भर्ती हो रही हैं।महिला अग्निवीरों को मिलिट्री इंटेलिजेंस में भी भर्ती करने की तैयारी है। सेना के एक अधिकारी के मुताबिक महिला अग्निवीर मिलिट्री इंटेलिजेंस में ज्यादा अच्छा कर सकती हैं।