क्या पुराने सांसदों के हवाले जीत पाएगी कांग्रेस?

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यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या कांग्रेस पुराने सांसदों के हवाले जीत पाएगी या नहीं! आखिर लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार को देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने अपनी लिस्ट जारी कर ही दी। पहली लिस्ट पार्टी ने 39 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया। कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन और कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी पवन खेड़ा ने मीडिया में उम्मीदवारों को लेकर तस्वीर साफ की। इसमें बताया गया कि राहुल गांधी वायनाड से चुनाव लड़ेंगे। जबकि केसी वेणुगोपाल केरल के अलपुजा से चुनावी मैदान में उतरेंगे। वहीं छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल राजनांदगांव से तो पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर तिरुवनंतपुरम से चुनाव लड़ेंगे। इनके अलावा, प्रमुख चेहरों में के सुरेश मावेलिक्कारा से, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के छोटे भाई व मौजूदा सांसद डीके सुरेश को बेंगलुरु ग्रामीण, छत्तीसगढ़ के सीनियर नेता ताम्रध्वज साहू को महासमुंद से टिकट दिया गया है। कांग्रेस की पहली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक गुरुवार को हुई थी, जिसमें लगभग 60 नामों पर मंथन किया गया। उसी के बाद शुक्रवार को पहली लिस्ट जारी की गई। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की दूसरी बैठक सोमवार 11 मार्च को होनी है।

बीजेपी में जहां मौजूदा सांसदों के तमाम टिकट काटे गए, वहीं कांग्रेस ने अपने ज्यादातर सांसदों को फिर से मौका दिया है। इस बारे में वेणुगोपाल का कहना था कि पार्टी ने उम्मीदवार की प्रतिभा, जीत की प्रबलता और पार्टी के प्रति निष्ठा के आधार पर टिकट दिए हैं। उन्होंने अपनी पहली लिस्ट को सामने रखते हुए कहा कि लिस्ट में आपको अनुभवी व युवाओं की जमीन से जुड़े नेताओं का मिश्रण मिलेगा। वेणुगोपाल ने उम्मीदवारों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 39 में जहां 15 उम्मीदवार सामान्य वर्ग से हैं, वहीं 24 उम्मीदवार एससी, एसटी, ओबीसी व अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं। इनमें से 12 उम्मीदवार 50 साल से कम उम्र के हैं तो वहीं आठ उम्मीदवार 50-60 आयु वर्ग के, 12 चेहरे 61-70 आयु वर्ग के तो वहीं सात उम्मीदवार 71-76 आयु वर्ग के हैंपहली लिस्ट में जिन आठ राज्यों की सीटों पर उम्मीदवारों को टिकट दिए गए, उनमें केरल से 15 चेहरे, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक से छह-छह उम्मीदवार, तेलंगाना से चार, मेघालय से दो और त्रिपुरा, सिक्किम व नागालैंड से एक-एक नाम शामिल हैं। कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची में 15 उम्मीदवार सामान्य वर्ग से और 24 उम्मीदवार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदायों से हैं। 12 उम्मीदवार 50 साल से कम उम्र के हैं। आठ उम्मीदवार 50 से 60 वर्ष के बीच के और 12 उम्मीदवार 61 से 70 साल के बीच के जबकि सात उम्मीदवार 71 से 76 साल के बीच के हैं।

मुख्य विपक्षी दल के उम्मीदवारों की पहली सूची में सबसे अधिक 16 उम्मीदवार केरल से हैं। कांग्रेस केरल की कुल 20 लोकसभा सीट में 16 पर चुनाव लड़ेगी। चार सीट पर सहयोगी दल चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की छह, कर्नाटक की सात, तेलंगाना की चार, मेघालय की दो और लक्षद्वीप, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा की एक-एक सीट के लिए उम्मीदवार घोषित किए हैं। पार्टी ने केरल में अपने सभी 15 मौजूदा लोकसभा सदस्यों को फिर से चुनावी मैदान में उतारा है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की कोरबा सीट से सांसद ज्योत्सना महंत और कर्नाटक की बेंगलुरु ग्रामीण सीट से मौजूदा सांसद डीके सुरेश पर फिर से विश्वास जताया है।

कांग्रेस की पहली सूची में पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल का भी नाम है। वेणुगोपाल केरल की अलप्पुझा, थरूर तिरुवनंतपुरम और बघेल छत्तीसगढ़ की राजनांदगाव सीट से चुनाव लड़ेंगे। वेणुगोपाल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘चुनावी मोड’ में है। इस मौके पर कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन और मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा भी मौजूद थे। अजय माकन ने कहा कि यह लिस्ट युवाओं और अनुभवी नेताओं का शानदार मिश्रण है। ऐसी अटकलें हैं कि राहुल गांधी एक बार फिर अमेठी से चुनाव लड़ सकते हैं।छत्तीसगढ़ और कर्नाटक से छह-छह उम्मीदवार, तेलंगाना से चार, मेघालय से दो और त्रिपुरा, सिक्किम व नागालैंड से एक-एक नाम शामिल हैं। कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची में 15 उम्मीदवार सामान्य वर्ग से और 24 उम्मीदवार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदायों से हैं। पिछली बार उन्हें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से हार का सामना करना पड़ा था। यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी अमेठी से भी चुनाव लड़ेंगे तो वेणुगोपाल ने कहा कि इस सूची के बारे में सीईसी ने गुरुवार को फैसला किया था। सीईसी की अगली बैठक 11 मार्च हो होगी।