आज हम आपको बताएंगे कि गगनयान के एस्ट्रोनॉट्स की ड्रेस अतरंगी क्यों होती है… आने वाले समय में हमारे देश के वैज्ञानिकों के द्वारा गगनयान मिशन लॉन्च किया जाएगा… जिसके तहत हमारे देश के वैज्ञानिकों को चांद पर भेजा जाएगा….लेकिन एक सवाल यह कि आखिर इन चारों एस्ट्रोनॉट्स की ड्रेस अतरंगी क्यों है ?एक तरफ आसमानी रंग तो दूसरी तरफ गहरा नीला रंग क्या खासियत रखता है ?तो आज हम आपको इन्हीं गगनयान के एस्ट्रोनॉट्स की अतरंगी ड्रेस के बारे में जानकारी देने वाले हैं, आपको बता दें कि हाल ही में गगन मिशन के चारों एस्ट्रोनॉट्स के नाम की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दी है। पीएम मोदी से मुलाकात के 4 जांबाजों ने नीले रंग का एक खास ब्लू ग्राउंड सूट पहना था। यह सूट बनाया किसने? किसने डिजाइन किया? इन सभी सवालों के जवाब हर कोई जानना चाहता है। दरअसल पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन गगनयान को लेकर देशवासियों में काफी उत्साह है। गगनयान मिशन से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात को जानने की जिज्ञासा लोगों के मन में है। एस्ट्रोनॉट्स की ड्रेस की भी एक खास बात है। एस्ट्रोनॉट्स की खास ड्रेस को बेंगलुरु के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी के तीन छात्रों और दो प्रोफेसर ने मिलकर बनाया है। इन स्टूडेंट्स का नाम है लामिया अनीज, समर्पण प्रधान और तुलिया डी। ये तीनों 2022 बैच के छात्र हैं।इसके अलावा दो प्रोफेसर-डॉ. जोनाली बाजपेई और डॉ. मोहन कुमार इस ड्रेस डिजाइन में शामिल थे। बता दें कि अंतरिक्ष यात्रियों ने फरवरी में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी NIFT, बेंगलुरु की एक टीम द्वारा डिजाइन की गई नीली ग्राउंड यूनिफॉर्म में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, निफ्ट टीम ने अंतरिक्ष यात्रियों के लिए पंख भी डिजाइन किया है। निफ्ट ने अंतरिक्ष यात्रियों के यूनिफॉर्म को energetic रूप देने के लिए एक असममित डिजाइन चुना, जिसमें नीला रंग, आकाश और शांति का प्रतीक है। जिस कपड़े से इस यूनिफॉर्म को बनाया गया है वह कपास से बना है। प्रोफेसर बाजपेयी ने कहा, ‘मेरी टीम ने 150 डिज़ाइनों पर काम किया और इसरो की टीम को 70 अलग-अलग विकल्प दिए गए थे।’ उन्होंने बताया कि ग्राउंड यूनिफॉर्म अंतरिक्ष यात्री सूट से अलग है, जिसे भारत ने रूस से खरीदा है। प्रोफेसर बाजपेयी ने कहा, ‘नीला रंग शांति और दृढ़ता की भावना का प्रतीक है।’
उन्होंने आगे कहा कि हम गहरे और हल्के नीले रंग और कुछ क्षैतिज पट्टियों के साथ रंगों के एक सुंदर संतुलन तक पहुंचे हैं। अंतरिक्ष यात्री के पैच में पंख, अशोक चक्र और इसरो लोगो शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पंख सौर पैनलों के खुलने के समान हैं और सकारात्मकता, प्रचुरता, उड़ान और ऊंचाई का अहसास कराते हैं। ये यह भी दर्शाता है कि अंतरिक्ष यात्री भारतीय वायु सेना से हैं। इसके केंद्र में अशोक चक्र है। हमने इसरो के लोगो को चक्र और पंखों वाले लोगों से मर्ज कर दिया है। ग्राउंड यूनिफ़ॉर्म में एक खास डिजाइन होता है जिसमें एक तरफ हल्का नीला और दूसरी तरफ गहरा नीला होता है। निफ्ट, बेंगलुरु के फैशन टेक्नोलॉजिस्ट डॉ. मोहन वीके ने कहा कि आवश्यकता यह थी कि यह विशेष सूट 140 करोड़ भारतीयों को उत्साहित करे। दूसरा, यह कि अंतरिक्ष उड़ान क्षमताओं वाले देशों के विशिष्ट अंतरिक्ष क्लब में भारत के प्रवेश की जोरदार घोषणा होनी चाहिए। ऐसी आवश्यकताओं के आधार पर, हमने अपनी डिज़ाइन दिशाओं को विषमता तक सीमित कर दिया है। यानी सीधी सी बात यह है कि गगनयान के एस्ट्रोनॉट्स की यह खास ड्रेस कहीं ना कहीं हमारे देश को समस्त देशों के सामने गौरवांवित करती है!
बता दे कि स्पेस सूट का रंग ऑरेंज होने के पीछे सबसे बड़ी वजह होती है, इसका दूसरे रंग से ज्यादा विजीबल होना। स्पेस सूट में प्रयोग होने वाला ऑरेज रंग कोई साधारण कलर नहीं होता। इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक, खास तौर पर स्पेस सूट के लिए तैयार किया जाता है। इस रंग के पीछे बड़ी वजह ये है कि इस सूट से अंतरिक्ष यात्रियों को आसानी से देखा जा सकता है। कोई हादसा होने पर भी इस रंग के स्पेस सूट की वजह से अंतरिक्ष यात्रियों को दूर से ही पहचाना जा सकता है। समुद्र में लैंडिंग के दौरान भी इस रंग के स्पेस सूट की बदौलत इन्हें दूर से ही देखा जा सकता है। इस सूट को एडवांस्ड क्रू स्केप सूट ACES कहा जाता है। इसका अर्थ ये है कि स्पेस क्राफ्ट के टेकऑफ और पृथ्वी की कक्षा से बाहर जाने के लिए इस सूट का इस्तेेमाल किया जाता है। इसके अलावा यही स्पेेस सूट धरती पर वापस लौटते समय अंतरिक्ष यात्री पहनते हैं।